अनजान आंटी और उनकी सहेली की चुत चुदाई – Part 2
आंटी मुझसे पूछने लगीं- क्या तुम जिम जाते हो?
आंटी मुझसे पूछने लगीं- क्या तुम जिम जाते हो?
अब तक रात के 12 बज गए थे. मैंने बुआ से बोला- आप सो जाइए, मैं भी थोड़ी देर में सो जाऊंगा.
मेरी बीवी की सहेली सुंदर सेक्सी नहीं थी पर वो मुझ पर मरती थी. मैंने भी सोचा कि साली अगर चूत दे रही है तो मार लो. एक दिन मैं उसके घर चला गया. वहां पर क्या हुआ?
मेरी दर्द से आह निकल गई. फिर वो हल्के हल्के मेरी चूत में धक्के मारने लगा. उसका लंड मेरी चूत की दीवारों से रगड़ता हुआ जा रहा था. उसके हर एक धक्के में मेरी आह की आवाज निकल जाती थी. जब उसका लंड मेरी चूत में एडजस्ट हो गया, तब उसने धक्के तेज कर दिए. इस पोज़ में उसने मुझे 5 मिनट चोदा और मेरी चूचियों को चूस चूस कर लाल कर दिया.
antarvasna, hindi sex story घर में बहुत ही खुशी का माहौल था क्योंकि मेरे भैया की सगाई हो चुकी थी और सब लोग घर में बहुत खुश थे मेरे पापा मम्मी तो हमारे पूरे मोहल्ले में मिठाई बांट रहे थे और सब को बड़े ही खुशी से कह रहे थे कि हमारे बड़े लड़के कमलेश की सगाई हो चुकी है। हमारे पूरे मोहल्ले को यह बात पता चल चुकी थी और मैं भी बहुत खुश था कमलेश भैया तो इतने ज्यादा खुश थे की उन्होंने घर में अपने दोस्तों को बुलाया था और उन्हें पार्टी भी दी, जब उन्होंने उन्हें पार्टी दी तो वह बड़े ही खुश थे उन लोगो की उस दिन छत में बैठकर पार्टी चल रही थी, मैं भी बहुत खुश था। कुछ दिनों बाद मेरी यह खुशी उतर गई जब मैंने अपनी होने वाली भाभी शोभिता को एक लड़के के साथ देख लिया लेकिन उस वक्त मुझे लगा कि शायद वह उनका कोई दोस्त होगा या फिर कोई परिचित होगा मैंने इस बारे में जानने की कोशिश की और पूरा एक दिन उनके पीछे मैं घूमता रहा।
शाम को हम कभी कभी फिल्म या नेट्फ्लिक्स देख लिया करते थे. एक ही सोफे पर बैठकर बातें किया करते थे.
उन्होंने बहुत कोशिश की, लेकिन मैंने मना कर दिया.
मेरे दोस्त की गर्लफ्रेंड मुझे अपने भाई जैसा मानती थी. लेकिन उसे देख मेरा लंड खड़ा होने लगता था. मैं अपनी मुँहबोली बहन की चुत चुदाई करना चाहता था. मैंने कैसे की?
मैं पागलों की तरह चूसने लगा. मैंने उनके हाथ उनके सर के पीछे रख दिए ताकि वो मुझे छू ना सकें.
गोपाल तेल गर्म कर लाया, वो पैर और जाँघों पर रगड़ने लगा। फिर राशिका दीदी अब पूरा उल्टा लेट गयी। उनकी गान्ड बहुत मस्त थी।
फिर लवली ने अपने सारे कपड़े उतार दिये और पापा के लंड को मुंह में भर लिया. इतने में मैं भी पास में पहुंच गया. पापा ने अपने चेहरे को नीचे कर लिया.
मैंने नेहा की टांगें फैला दीं और उसकी चूत पर मुंह लगाकर उसकी खुशबू लेने लगा. उसकी चूत से मस्त खुशबू आ रही थी.
हेलो दोस्तों राकेश का हेलो सबको और लड़कियों भाभियों आंटीयो को हमारे उसका भी हेलो आशा करता हूँ जैसा रेस्पॉन्स मेरे पहले की कहनियों आप सभी ने दिया वैसा ही इस कहानी मे भी मिलेगा मेरे हर कहानी मेरी अपनी और सच्ची होती है. सच बताओं आज व्हातसाप पे इतने दोस्त मिले हैं और सबसे ज़्यादा उन भाभियों को जो मुझे कभी अकेला फील नही होने देती हैं . और रियली बहुत खुशी मिलती है जब आप ये कहती हैं मैने आप को खुश कर दिया और आप की बदनामी भी नही किया आई फील हॅपी पहले मैं ये पैसों के लिए करता था पर जब से जॉब लगी है फ्री मे करता हूँ. उन लड़कियों का भी शुक्रिया जो अपने बॉय फ़्रेंड के साथ रहते हुए भी सेक्स का मज़ा लेना चाहती हैं क्यों की मैं फोन कर के परेशान नही करता हयद्राबाद नागपुर की भाभियाँ गर्ल्स और आंटी अगर आप भी जीवन के असली मज़े लेना चाहती हैं मुझे बताइए मैं हर सुख दे सकता हूँ कोई पाबंदी नही और ये सब सिर्फ़ हमारे बीच रहेगा मुझे मैल करे मेसेज करें व्हातसाप पे एड करें मेरा नाम राकेश हैं मैं नागपुर मे रहता हूँ अभी हयद्राबाद मे हू 25 उमर हैं 6 इंच का पप्पू है जिसके कई प्यासी चूत दीवानी हैं मेरी आईडी है ******** और इस कहानी मे आप को मेरा नंबर भी मिल जाएगा या मुझे मैल कर के मेरा नंबर ले सकते हैं
मैंने अब तक कभी भी सेक्स नहीं किया था लेकिन हस्तमैथुन जरूर कर लेता था.
वहाँ जाकर पहले मैं नहाया धोया और करीब 9.30 बजे खाना खाया औऱ सोने की इच्छा हुई तो चाची ने कहा- ऊपर वाले कमरे में जाकर सो जाओ.
हम थोड़ी देर और चुंबन और मसाज़ का खेल खेलते रहे. फिर मैं दीदी के पज़ामे के नाड़े को खोल ही रहा था कि दीदी ने मना कर दिया.
अपनी सेक्सी चाची को बेड पर लिटाकर मैं टूट पड़ा उन पर … मेरून रंग की ब्रा और पेंटी मेरे बोलने पर ही उन्होंने उसी दिन खरीदकर पहनी थी।
बीना ये सब देख कर उठी और अपनी जीन्स और टॉप उतार कर और अपने आपको मसलने लगी।
मेरा नाम सरला है और मेरी उम्र 38 साल की है. मूल रूप से मैं राजस्थान के बीकानेर में एक छोटे से गाँव की रहने वाली हूँ. मेरे परिवार में मेरे माता-पिता के अलावा मेरा एक छोटा भाई भी है.
शुरू में तो मुझे मजे मजे में पता ही नहीं चला.. पर थोड़ी देर बाद मैंने उससे कहा, तो बोला- कॉलेज में तो रोज ही जाते हैं.. चलो आज एक नया नजारा दिखाता हूँ।
रवि मुझसे कहने लगा मैं तो काफी वर्षों बाद संतोष से मुलाकात करूंगा, मैंने उससे कहा मैं भी उससे करीब 5 साल बाद ही मिला था। जब हम दोनों संतोष से मिले तो वह बड़ी ही गर्मजोशी से हम दोनों से मिला उसने हम दोनों को गले लगा लिया वह रवि के बारे में पूछने लगा और रवि भी उसके बारे में पूछ रहा था जब रवि ने उसकी शान और शौकत देखी तो रवि कहने लगा यार तुम तो बिल्कुल ही बदल चुके हो, उसने सिर्फ मुस्कुराते हुए जवाब दिया। उस दिन हम लोगों ने पार्टी में एंजॉय किया हम दोनो घर लौट आए। एक दिन रवि ने मुझे बताया कि तुमने जो संतोष की शान शौकत देखी है वह सब उसकी पत्नी की वजह से है। मैंने उसे कहा तुम्हें यह सब कैसे पता चला वह कहने लगा बस मैंने यह सब पता करवा लिया जब उसने मुझे रोशनी की तस्वीर दिखाई तो वह कहने लगा कुछ दिनों पहले रोशनी ने मेरे एक दोस्त से अपनी चूत मरवाई थी और वह बड़े बड़े लोगों को अपने बदन से खुश करती है। मैंने भी जब उसकी तस्वीर देखी तो मैं यह देखकर दंग रह गया रवि और मैंने सोचा कि हमें भी रोशनी को बुलाना चाहिए हम दोनों ने एक दिन रोशनी को रवि के फ्लैट पर बुला लिया।
दोस्तो, मेरा नाम पवन कुमार है, मेरा लंड 8 इंच लंबा और 3 इंच मोटा है. मैं आज आप सभी को अपनी एक मजेदार सेक्सी कहानी सुनाने जा रहा हूँ. यह मेरे और मेरी चाची के बीच की सेक्स की कहानी है.
सबा भी मेरा साथ देने लगी. किस करते हुए मैं सबा के चूचे को और जोर से मसल रहा था और वो मेरा लंड पकड़ कर आगे पीछे करने लगी। पहले तो मेरा लंड पकड़ कर सहला रही थी, फिर मुझे रूकने के लिए बोली और नीचे झुक कर मेरा लंड को चूसने लगी. कुछ देर लंड चुसवाने के बाद मैंने उसकी सलवार को खोल दिया और उसे नीचे कर दिया.
अन्तर्वासना के सभी पाठकों को मेरा नमस्कार. दोस्तो मैं 5 सालों से अन्तर्वासना का पाठक हूँ, इस वेबसाइट पर मैंने बहुत कहानियां पढ़ी।
ससुराल में सास और बीवी की चुदाई के बाद भी मेरी चालू बीवी की चूत की प्यास शांत होने का नाम ही नहीं ले रही थी. मुझे उसके लिये एक नये लंड की तलाश करनी थी तो .