हम थोड़ी देर और चुंबन और मसाज़ का खेल खेलते रहे. फिर मैं दीदी के पज़ामे के नाड़े को खोल ही रहा था कि दीदी ने मना कर दिया.
मैंने दीदी से कहा- मैं आपसे बहुत प्यार करता हूँ और बस एक बार आपको को चोदना चाहता हूँ, प्लीज़ मेरी ये एक तमन्ना पूरी कर दो प्लीज़.
दीदी ने ना कहकर टाल दिया लेकिन मैं मानने वालों में से नहीं था. मैंने ज़बरदस्ती दीदी के पज़ामे का नाड़ा खोल दिया और अन्दर हाथ डाल कर उनकी चूत को सहलाने लगा.
दीदी के काफ़ी प्रयासों के बाद भी वो मुझे रोक नहीं पाईं और थोड़ी देर में उनको भी मज़ा आने लगा. वो ज़ोर ज़ोर से सिसकारियां भर रही थीं. मैंने देखते देखते दीदी का पज़ामा भी उतार दिया. अब दीदी मेरे सामने बस नीले रंग के ब्रा और पैंटी में थीं. कसम से दोस्तों उस दिन मेरी बहन क्या और लाजवाब मस्त दिख रही थी.
मैं अपने पास अक्सर एक कंडोम का पैकेट रखता ही हूँ, क्या पता कब कौन की चूत चोदने को कहां पर मिल जाए.
मैं दीदी को थोड़ी देर और चूमता रहा. मैं एक हाथ से उसके स्तन को मसल रहा था और एक हाथ से उसकी चूत को सहला रहा था.
कुछ देर में दीदी की पैंटी गीली हो गई थी. शायद दीदी की चूत ने पानी छोड़ दिया था.
दीदी अब काफ़ी गर्म हो गई थी, मैंने आराम से दीदी की ब्रा का हुक खोल दिया और उसकी चड्डी भी उतार दी. अब दीदी मेरे सामने नग्न अवस्था में थी. वो भी खुद को रोक नहीं पा रही थी. उसने झट से मेरी टी-शर्ट को उतार दिया और मेरे शॉर्ट्स को भी उतारने के लिए उसे नीचे की तरफ खींच रही थी. मैंने उसकी मदद की और अपने आपको उसके सामने नंगा कर दिया. हम दोनों एक दूसरे के कामुक बदन पर टूट पड़े.
दीदी मेरे लंड को सहलाने लगी. मैंने उसकी चूत में उंगली फेरना शुरू कर दी. मैंने उसकी तरफ देख कर ओरल करने का इशारा करते हुए उसकी चूत के रस से भीगी उंगली को निकाल कर अपने मुँह में ले कर चूस ली.
दीदी ने भी सहमति देते हुए खुद को चित लिटा दिया अपनी टांगें फैला कर चूत खोल दी. मैं 69 की पोज़िशन में आ गया और उसकी चूत को चाटने लगा. वो मेरे लंड को अपने मुँह में लेकर चूस रही थी.
हम एक दूसरे को लगभग दस मिनट तक चूसते रहे. दीदी ने इस चुसाई से एक बार पानी छोड़ दिया. ओरल सेक्स में मैंने भी अपना पानी उसके मुँह में छोड़ दिया. दीदी ने झट से पूरा पानी अपने मुँह के बाहर थूक दिया, लेकिन मैंने दीदी का पूरा पानी पी लिया.
क्या मस्त महक आ रही थी और उसका पानी बड़ा ही स्वादिष्ट मलाई जैसा था. मुझे मज़ा आ गया.
अब दीदी मुझे बोलने लगी- रॉकी प्लीज़ अब सहा नहीं जा रहा है … जल्दी से अपनी दीदी की चूत को अपने लंड से भर दो और अपनी दीदी की चूत को चोद दो.
मैंने जल्दी से कंडोम पहना और दीदी की चूत पर रगड़ने लगा. मैंने एक ही झटके में अपने लंड ज़ोर से अन्दर की ओर धकेल दिया.
दीदी बहुत ज़ोर से चिल्ला पड़ी और बोलने लगी- हरामखोर जल्दी बाहर निकाल. … बहुत दर्द कर रहा है … इतना मोटा लंड मेरे पति का भी नहीं है, जल्दी हट.
मैंने दीदी के होंठों पर अपने होंठ रख दिए और जो मेरा लंड आधा ही अन्दर गया था, उसको एक और ज़ोर के झटके के साथ पूरा का पूरा अन्दर डाल दिया.
पूरा लंड अन्दर घुस जाने से दीदी की आंखों से पानी आने लगा था. मेरे होंठ दीदी के होंठों पर रहने के कारण वो कुछ बोल भी नहीं पा रही थी. थोड़ी देर मैंने बिना कुछ करे दीदी पर लेटा रहा और फिर धीरे धीरे अपने झटके शुरू किए.
एक मिनट बाद दीदी को भी मज़ा आने लगा. उसका भी दर्द कम हो रहा था. अब वो भी झटके ज़ोर से मारने को कह रही थी.
फिर मैंने भी अपनी स्पीड बढ़ा दी और दीदी को ज़ोर ज़ोर से चोदने लगा. दीदी भी टांगें उठा कर पूरी मस्ती से चुदवा रही थी. मैंने उसके ऊपर झुकते हुए उसके एक दूध के निप्पल को अपने होंठों के बीच दबाया और पूरे लंड से दीदी की चुदाई चालू कर दी.
दस बारह मिनट की चुदाई में दीदी दो बार झड़ चुकी थी और अब मैं भी झड़ने वाला ही था. इसीलिए मैंने अपने धक्के तेज़ कर दिए. अगले दो मिनट में मैं भी झड़ गया और निढाल होकर दीदी पर ही सो गया.
शाम को लगभग आठ बजे तक हम एक दूसरे से चिपके हुए सो रहे थे. फिर मेरा मोबाइल बजा, इससे दीदी की नींद खुल गई. दीदी ने टेबल से मोबाइल लिया और देखा, तो मौसी का फोन था.
उसने फोन उठाया और मौसी से बात करके फोन रख दिया. थोड़ी देर वैसे ही सोने के बाद दीदी ने मुझे उठाया और हम दोनों बाथरूम में नहाने चले गए. हम दोनों ने साथ में शावर लिया और मैंने दीदी से कहा- हम कल तक हम घर में नग्न अवस्था में ही रहेंगे.
दीदी हां कह कर शावर से बाहर आ गई.
उस रात का खाना उसने नग्न अवस्था में ही बनाया.
दोबारा हमने किचन में और सोते वक़्त और दूसरे दिन नहाते वक़्त भी सेक्स किया. दीदी को मेरे लंड से चुदवाना पसंद आ गया था. वो खुद ही मेरे लंड को बार बार अपने मुँह में लेकर चूस लेती थी. उसको जीजा के लंड से कहीं अधिक मजा मेरे लंड से चुदने में आया था.
दीदी ने मुझसे खाना खाते हुए कहा कि तेरे जैसा लंड मैंने आज तक नहीं लिया.
उसकी इस बात से मैंने उससे पूछा कि क्या आपने जीजा जी के अलावा और भी लंड लिए हैं.
इस पर दीदी ने हंस दिया. वो बोली- चल पहले खाना खा ले, फिर बिस्तर में सब बताऊंगी.
ये सब रस भरी बातचीत आपको बड़ी ही मजेदार लगेगी. अगर आप आगे की कहानी जानना चाहते हैं, तो प्लीज़ मुझे लिख कर ज़रूर बताएं.