उन्होंने बहुत कोशिश की, लेकिन मैंने मना कर दिया.
चाची बोलीं- आज ना सही … कल तो तुझे मेरी बुर को चाटना ही पड़ेगा … मैं तुझे बुर चाटना सिखा दूँगी.
चाची और मैं पूरे गरम थे. मैं उन्हें किस करता रहा और उनकी बुर को अपनी उंगलियों से सहलाता रहा. मैं धीरे धीरे करके अपनी तीन उंगलियों से चाची की चूत को चोदने लगा. चाची गर्मागर्म सिसकारियां भरने लगीं ‘उहह आहह इसस्स्सस्स …’
पूरा कमरा उनकी मादक आवाजों से भर गया था. चाची मेरे लंड को सहलाती रहीं और मैं उंगलियों से उनको चोदता रहा. अचानक चाची ज़ोर से मेरे लंड को दबाती हुई बोलीं- राहुल और तेज़ कर …
मैंने अपनी स्पीड बढ़ा दी.
वो ‘अहह अहह..’ करते हुए मेरी उंगलियों में ही झड़ गईं.
संगीता चाची बोलीं- अब मुझसे बर्दाश्त नहीं हो रहा … रहा ही नहीं जा रहा मुझसे … तू जल्दी से चोद दे मुझे.
मैं लंड सहलाते हुए उनको चोदने के लिए राजी हो गया.
तभी चाची फिर बोलीं- पहले मेरी बुर को चाट ले.
मैंने फिर से मना कर दिया. मैंने बात बदलते हुए पूछा- संगीता, तुम अपनी बुर के बाल को साफ़ क्यों नहीं करती हो.
चाची बोलीं- मुझसे गलती हो गई आज मुझे अपनी बुर के बाल साफ़ करके ही आना था. अब मैं चाहती हूँ कि आज ये काम तू कर दे.
मैंने कहा- हां वो भी कर दूंगा. पहले चुदाई का मजा ले लूँ.
मैंने चाची को अपनी गोद में उठा कर बेड पर पटक दिया और उनके ऊपर चढ़ कर उन्हें किस करने लगा. चाची मेरी पीठ को सहलाने लगीं. मैं एक हाथ से उनकी चुचियों को मसलने लगा.
चाची अपनी चूत खोलते हुए बोलीं- अब चोद दे मुझे … मैं बहुत महीनों से प्यासी हूँ … मेरी बुर ने बहुत महीनों से लंड का स्वाद नहीं चखा है.
कई महीनों से नहीं चुदने के कारण उनकी बुर बहुत टाइट हो गयी थी. जैसे ही मैंने बुर पर लंड सैट करके धक्का लगाया. मेरा लंड स्लिप करता हुआ चाची की गांड तक जा पहुंचा.
चाची ने हंसते हुए कहा- तूने सच में आज तक किसी को नहीं चोदा है?
मैंने कहा- आज लंड की ओपनिंग सेरेमनी है संगीता रानी.
चाची कामुक स्वर में बोलीं- चल ठीक है … आज तेरी चुदाई की गुरु बन जाती हूँ. जा उधर से तेल ले आ.
मैं तेल की बोतल लेके आया. उन्होंने मुझे सीधा लिटा दिया और मेरे लंड पर अपने कोमल हाथों से तेल मल दिया. फिर चाची अपनी दोनों टांगों को फाड़ कर मेरे लंड पर बैठने लगीं. उन्होंने अपनी बुर पर लंड को पर सैट किया और धीरे धीरे अपनी बुर में लंड खाने लगीं.
चूंकि चाची की चूत काफी दिनों से न चुदने के कारण कस गई थी, इसलिए उनके मुँह से ‘आह… उहह … उहह..’ की सिसकारियां निकलने लगीं.
लंड लेते हुए चाची की जवानी बहकने लगी और उनके कंठ से आवाजें निकलने लगीं- अहह. … राहुल … आजा अन्दर … आज तुझे लौंडे से मर्द बना देती हूँ. तेरा लंड बाद मस्त है … बहुत दिन बाद इस बुर में किसी का लंड गया है.
मैं भी चूतड़ उठाते हुए लंड पेलने की कोशिश करता हुआ बोल रहा था- आह मेरी संगीता डार्लिंग … मेरा ये लंड भी पहली बार किसी की बुर में गया है.
कुछ देर की मशक्कत के बाद लंड ने चूत की गहराइयों को नाप लिया था. मुझे लंड का टांका टूटने से हल्का सा दर्द हो रहा था. लेकिन चाची की मदमस्त चूचियों को चूसने और दबाने से मेरा वो दर्द एक मतवाली लज्जत में बदल गया था.
संगीता चाची ने मेरे पूरे लंड को अपनी चूत में जज्ब करके चूत को चुदने के लिए राजी कर लिया था. अब वो धीरे धीरे मेरे लंड पर कूद रही थीं- आह … राहुल … इसस्स्स … यस … उहह … मजा आ गया … तेरा लंड बड़ा कड़क और मोटा है … मेरी चूत की खुजली मिटा दे मेरी जान.
चाची ने आंखें बंद करके अपनी स्पीड बढ़ा दी. कुछ ही मिनट की चुदाई में चाची अपने चरम पर आ गई थीं. उन्होंने मेरी छाती में अपने नाख़ून गड़ा कर पूरे लंड को अपनी बुर के रस से भिगो दिया था. वे एक बार झड़ चुकी थीं. इसलिए चाची थक कर मेरे ऊपर लेट गईं.
मैंने उन्हें जल्दी से पलट कर उन्हें बेड पर लेटा दिया और फिर से लंड को उनकी चूत पर सैट करके ज़ोर का धक्का दे दिया. मेरा पूरा लंड एक बार में ही अन्दर चला गया.
अब चाची को मैं ज़ोर ज़ोर से चोदने लगा. चाची फिर से गरम हो गई थीं, वे बस कामुक सिसकारियां निकाल रही थीं- अह्ह्ह्ह्ह् … इसस्स … इश्स … चोद दे मुझे राहुल बेटा … और ज़ोर से चोद.
पूरा कमरा चुदाई की फ़च फ़च की आवाजों से गूँज रहा था. इतने में चाची ने मेरे हाथों को ज़ोर से पकड़ लिया और ज़ोर से राहुल चिल्लाते हुए नाखूनों को मेरे हाथ में गड़ाते हुए फिर से झड़ गईं.
अब मेरे भी बर्दाश्त से बाहर हो रहा था. मैंने अपनी स्पीड को बढ़ाते हुए उनकी चूत में लम्बे लम्बे शॉट देना शुरू किया. मेरे मुँह से निकल रहा था- आह संगीता मेरी जान … मैं भी आ रहा हूँ.
मैं चाची की बुर में छूट गया और चाची के बुर को मेरे लंड रस ने लबालब भर दिया.
चाची दो पल बाद मुझे सहलाते हुए बोलीं- तेरा माल बहुत ज्यादा निकलता है. आज तू पूरा मर्द बन गया है.
उस रात मैंने चाची को 3 बार चोदा और कई बार उनकी बुर से पानी निकला. हम दोनों वैसे ही बिना कपड़ों के साथ में सो गए.
दो घंटे बाद चाची उठ कर बोलीं- आज से मैं तेरी हो गई हूँ, जब भी तेरा चोदने का मन हो, मुझे चोद लेना. आज तू पूरा जवान मर्द बन गया है.
मैंने भी उनको चूमा लिया.
चाची ने आगे कहा- लेकिन एक बात ध्यान से सुन ले. जब तक तू मेरी बुर को नहीं चाटेगा, मैं तुझे चोदने नहीं दूँगी.
मैं हंसने लगा.
अगली कहानी में बताऊँगा कैसे चाची ने अपनी बुर चटवाई.