जवान लड़की और आंटी की एक साथ चुदाई – Part 2
मैंने नेहा की टांगें फैला दीं और उसकी चूत पर मुंह लगाकर उसकी खुशबू लेने लगा. उसकी चूत से मस्त खुशबू आ रही थी.
मैंने नेहा की टांगें फैला दीं और उसकी चूत पर मुंह लगाकर उसकी खुशबू लेने लगा. उसकी चूत से मस्त खुशबू आ रही थी.
अन्तर्वासना के सभी पाठकों को मेरा प्रणाम. मैं लम्बे समय से अन्तर्वासना का पाठक हूँ और मैंने इस साइट पर बहुत सी कहानियाँ पढ़ी हैं. कहानियों को पढ़कर मैंने खूब आनंद लिया है. इसलिए सोचा कि क्यों न मैं भी आपको अपने जीवन की एक ऐसी ही घटना से रूबरू करवाऊं. आज जो मैं कहानी आप लोगों को बताने जा रहा हूँ वह मेरे जीवन की पहली चुदाई की घटना है. मैं आशा करता हूं कि यह कहानी आप सभी को पसंद आएगी. अंतर्वासना की दुनिया एक ऐसी दुनिया है कि यहां बूढ़े भी अपना मनोरंजन कर सकते हैं. तो चलिए फिर हम अपनी कहानी की शुरूआत करते हैं.
पापा ने मम्मी को राजी कर लिया और हमारे पास कॉल कर दिया. 5 मिनट बाद मैं घर पहुंचा. उनके रूम में मैं सीधे पहुंच गया. मम्मी हमारी वाली पोज की तरह ही पापा के ऊपर बैठ कर चूत चटवा रही थी.
हैलो फ्रेंड्स, मेरा नाम रेखा है. अन्तर्वासना पर मेरी कई कहानियाँ आ चुकी हैं.
दोस्तो, मैं एक कॉल बॉय हूँ, अपनी किसी दोस्त और अपनी किसी भी ग्राहक के संपर्क सूत्र बता नहीं सकता, यह मेरे उसूल के खिलाफ है।
मेरी चालू बीवी हद से ज्यादा चुदक्कड़ है यह आपने मेरी पिछली पोर्न स्टोरीज में पढ़ा. इस बार पढ़ें कि कैसे मेरी बीवी ने किरायेदार से खुल कर दिन रात अपनी चूत का बाजा बजवाया.
अपनी सेक्सी चाची को बेड पर लिटाकर मैं टूट पड़ा उन पर … मेरून रंग की ब्रा और पेंटी मेरे बोलने पर ही उन्होंने उसी दिन खरीदकर पहनी थी।
यह एक सच्ची घटना है, जो मेरे साथ पाँच साल पहले घटी थी. जब मेरा पहला सेक्स चाची के साथ हुआ था. इस घटना में मैं आपके साथ अपना वो अनुभव साझा करना चाहता हूँ कि कैसे मेरी चाची ने मुझे चुदाई करना सिखाया और मेरी चढ़ती जवानी को निखार दिया.
अब उसने मुझे खींच कर चित लिटाया और मेरी चूत को चाटने लगा. मैं चूत चटाई से मस्त हो गई और कामुक सिसकारियां लेने लगी. इस वक्त काफी रात हो गई थी, करीब बारह बज गए होंगे. होटल के इस सन्नाटे भरे माहौल में हमारी सिसकारियां शायद कुछ शोर मचा सकती थीं, इसलिए उसने मुझे संयम रखने को कहा.
मैंने भी उसके पैरों पर अपने हाथ को रख दिया, उसने भी जब मेरे हाथों को अपने हाथों में लिया तो मुझे बहुत अच्छा महसूस होने लगा। हम दोनों मन ही मन एक दूसरे से बात कर रहे थे, हम दोनों को एक दूसरे के साथ समय बिताने मे काफी अच्छा महसूस हो रहा था। हम दोनों उस सीट से खड़े उठकर टहलने लगे हम दोनों एक दूसरे का हाथ पकड़ते हुए काफी आगे तक निकाला आए वहां पर काफी घनी झाड़ियां थी। उन झाड़ियों के बीच में काफी कपल बैठे हुए थे वह एक दूसरे को किस कर रहे थे मेरे अंदर से भी रोहित को किस करने की भावना जागने लगी। मैंने रोहित के होठों को किस कर लिया जब हम दोनों ने एक दूसरे को स्मूच किया तो मुझे बहुत अच्छा लगा शायद रोहित के अंदर से भी एक आग पैदा हो गई थी। हम दोनों उन्ही झाड़ियों मे चल गए, हम दोनों एक साथ बैठ गए जब हम दोनों वहां बैठे तो हम दोनों के शरीर से गर्मी निकलने लगी थी। मेरी गर्मी इतनी अधिक हो गई मैंने रोहित को गले लगा लिया। रोहित ने जब मेरे स्तनों को दबाना शुरू किया तो मुझे बहुत अच्छा महसूस हो रहा था वह काफी देर तक मेरे स्तनों को अपने हाथों से दबाता रहा।
मेरे प्यारे दोस्तो, मैं अन्तर्वासना की क़हानियां चार साल से पढ़ रहा हूँ. आज मैं अपनी जीवन की पहली चुदाई की कहानी आपको सुनाने जा रहा हूँ… जिसमें मैंने अपने किरायेदार रिंकू भाभी की दो दिन तक जमकर चुदाई की.
भाभी बोली- देखूँ कि बड़ों जैसे काम करने वाले का कितना बड़ा हो गया है.
वो मेरे बेडरूम में आया, मैंने उसको खाना खिलाया और उसके बाद हम दोनों लोग एक दूसरे की बांहों में आकर एक दूसरे से बातें करने लगे. मैं उससे बात करने के बाद रसोई में थोड़ा काम करने चली गयी और बर्तन धोने लगी.
मेरा नाम मोंटू है. फेसबुक पर सब मुझे आशीष के नाम से भी जानते हैं. मेरी उम्र 19 साल की है. यह मेरी पहली गांड की चुदाई सेक्स स्टोरी है, जो मैं आज आप सभी के साथ साझा कर रहा हूँ.
हेलो ऑल रीडर्स.दिस ईज़ माय फर्स्ट स्टोरी सो अगर कोई ग़लती हो जाए तो मुझे माफ़ करना. मैं इस साइट का काफ़ी टाइम से रीडर हूँ, तो सोचा क्यू ना मैं एक इन्सिडेंट शेर करू. यह मेरी लाइफ का सच्चा इन्सिडेंट है. जो की मेरे और मेरी बेहन ज्योति के बीच हुआ.
मैंने अपने पड़ोस की एक लड़की से दोस्ती की, गर्लफ्रेंड बनायी. उसकी एक सहेली थी शादीशुदा . मेरी गर्लफ्रेंड की सहेली ने कैसे मुझसे अपनी चूत चुदवायी और उसके बाद .
कुछ देर तक ऐसा ही खेल खेलने के बाद भाभी ने कहा- जनाब, अकेले ही नंगे पड़े रह कर मजा लेते रहोगे या किसी और की तरफ भी ध्यान दोगे?
अन्तर्वासना मामी की चुदाई की कहानी में पढ़ें कि कैसे मेरी जवान मामी हमारे घर आयी और हम दोनों के बीच नजदीकियां बढ़ गयीं और मामी की चूत और गांड तक पहुँच गयी.
बहुत देर तक हम दोनों एक दूसरे को किस करते रहे. साना नंगी थी. उसके बदन को देख कर मैं पागल सा हो गया. उसके 36 के चूचे नंगे होने के बाद और भी ज्यादा मस्त लग रहे थे.
ऑफिस से छूटते ही मैंने कैब ले ली और घर आ पहुंची. मैंने किसी से लिफ्ट नहीं ली थी … क्योंकि मास्टर का आदेश था. एक घंटे पहले उसका मैसेज आया था.
मैंने उसकी पैंटी को उसकी चूत से अलग कर दिया. भाभी की चूत एकदम चिकनी और बला की खूबसूरत थी. चूत पर एक भी बाल नहीं था. भाभी की गोरी-गोरी जाँघों में उसकी चूत फड़क रही थी.
मैंने ओके कहा और अपने काम में जुट गया. मैं मेरा लंड उनकी चूत के ऊपर रगड़ रहा था. मुझे बहुत मजा आ रहा था. मुझसे रहा न गया, मैंने चाची की ब्रा और पैंटी भी निकाल फेंकी. मैं अपना लंड उनकी चूत की फांकों में घिसते हुए उनके दूध चूस रहा था. चाची भी आनन्द के मारे सिसकारियां भर रही थी ‘उम्म्ह… अहह… हय… याह…’
मुझे विजय के घर पर दो दिन हो चुके थे और विजय तो अपने ऑफिस चले जाया करता था तो पायल और मैं साथ में समय बिताया करते पायल और मैं शाम के वक्त उनके घर के पास ही एक पार्क है हम वहां पर बैठने के लिए चले जाया करते थे। हम दोनों एक साथ काफी अच्छा समय बिता रहे थे पायल ने मुझे कहा मुझे तो कभी उम्मीद भी नहीं थी कि आप से मैं प्यार कर बैठूंगी लेकिन हम दोनों का प्यार बड़ा ही अजीब था हम दोनों की फोन पर ही बात हुई थी और फोन के माध्यम से ही हम दोनों के बीच प्यार हो गया। मैंने पायल से कहा मुझे पहले तो बहुत अजीब लग रहा था जब मैं तुमसे बात करता था क्योंकि मुझे डर था कि यदि तुमने यह बात अजय को बता दी तो वह मेरे बारे में क्या सोचेगा लेकिन मैंने हिम्मत करते हुए तुमसे अपने दिल की बात कह दी थी। पायल मुझसे कहने लगी मैं जब आपसे बात करती हूं मुझे भी अच्छा लगता था और मुझे बिल्कुल उम्मीद नहीं थी कि मैं आपसे प्यार कर बैठूंगी लेकिन हम दोनों के बीच बहुत अच्छा रिलेशन है और मैं आपसे बहुत ज्यादा प्यार करती हूं। मैं कुछ और दिनों तक चंडीगढ़ में रहना चाहता था क्योंकि शायद दोबारा चंडीगढ़ आना मेरे लिए मुश्किल था इसलिए मैंने कुछ दिन और रुकने का फैसला कर लिया था। मैं और पायल ज्यादातर समय साथ ही बिताया करते थे एक दिन उसके पापा मम्मी भी कहीं चले गए पायल और मैं घर में अकेले थे हम दोनों अपनी जवानी पर काबू ना कर सके। मैंने जब पायल के गुलाबी होठों को किस किया तो मेरे अंदर एक अलग ही जोश पैदा हो गया और पायल भी उत्तेजित हो गई।
दोपहर का एक बज चुका था, सौरभ ने मालिश कराने की इच्छा जताई, मालविका भी तैयार हो गयी। सोनाली उन लोगों से घुली मिली थी तो उसने सौरभ के कपड़े खुद उतार दिए। सौरभ सिर्फ चड्डी में लेटा हुआ था, बाकी हम तीनों ने अपने कपड़े खुद उतारे।
मैं अपने गांव में भाई के पास गया. वहां मेरा ध्यान मेरे भतीजे की जवान बीवी की ओर गया. उसकी नजर भी वासना से भरी लगती थी. ससुर बहू सेक्स की इस स्टोरी का मजा लें.