प्यारी भाभी संग जीवन का पहला सेक्स
नमस्कार दोस्तो, मेरा नाम राज है. मैं गुजरात में भावनगर से हूँ. हालांकि अब मैं सूरत में रहता हूँ.
नमस्कार दोस्तो, मेरा नाम राज है. मैं गुजरात में भावनगर से हूँ. हालांकि अब मैं सूरत में रहता हूँ.
नमस्ते, मेरा नाम हर्षल है. मेरी उम्र 22 साल है. मैं पुणे महाराष्ट्र का रहने वाला हूँ. मेरी कदकाठी सामान्य है … पर मुझे 8 इंच लम्बे लंड की सौगात मिली है. आजकल मैं अक्सर हर हफ्ते अलग अलग औरतों के साथ सोना पसंद करता हूं.
भाभी बोली- देखूँ कि बड़ों जैसे काम करने वाले का कितना बड़ा हो गया है.
मैं हट गया और दोस्त ने उसकी टांगों को खींच कर उसे चित लिटा दिया. उसने भी अपनी चूत लंड के लिए खोल दी. दोस्त ने उसकी चुत में अपना लंड लगाया और फांकों में सुपारा रगड़ने लगा.
हैलो… मेरा नाम माधवी है, मेरे घर के पास में एक फैमिली किराए से आकर रहने लगी. उनकी अभी अभी शादी हो कर आई थी, उनके पति ट्रक चलाते थे. वो हफ्ते पन्द्रह दिन में एक बार ही आ पाते थे. उनकी नई नई शादी हुई थी. भैया जी ने नए घर में शिफ्ट होते समय पूरा एक माह घर में बिताया था और आज काम पर निकल पड़े.
दोस्त की शादी में मेरी मुलाक़ात उसकी तलाकशुदा बुआ से हुई. हम पहले से ही एक दूसरे को जानते थे. किसी काम से बुआ मेरे शहर में आयी तो मेरे पास ही रुकी.
फिर मैंने अपने लंड को हाथ से पकड़ कर आतिशा की चुत के ऊपर सैट किया और सुपारे को चूत की फांकों में फंसा कर अन्दर पेल दिया. उसकी हल्की सी आह निकली लेकिन मैं रुका नहीं और इसके बाद मैंने अपने लंड को उसकी चुत में एक हल्के से झटके के साथ अपनी कमर को हिलाया. मेरे ऐसा करने पर वो जोर से चिल्ला दी.
फैमिली सेक्स स्टोरी में आपने पढ़ा कि ताई ने मुझसे अपनी वासना पूरी कर ली थी. लेकिन मुझे दोबारा ताई ने अपने करीब नहीं आने दिया. तो मैंने उन्हें कैसे मनाया सेक्स के लिए?
मेरा नाम राहत खान है और दिल्ली की रहने वाली हूँ। जो कहानी में आप को सुनाने जा रही हूँ वो एक सच्ची कहानी है और मैं अपना रियल एक्सपीरियंस आप लोगों के साथ शेयर कर रही हूँ।
दो मिनट तक मेरी चूचियों को चूमने और काटने के बाद वो फिर से मेरी पजामी खींचने लगा. मैंने उसको रोका तो उसने मेरे हाथ झटक दिये और अगले ही पल मेरी पजामी खींच दी.
चयन बोला- ऐसा नहीं है … शायद तुम्हें पता नहीं है, लेकिन लड़के की गांड ज्यादा मज़ा देती है. चलो मैं तुम्हें बताता हूं.
कुछ पाठक मांग कर रहे थे कि सनी लियोनी की नंगी चूत दिखाओ.
दोस्तो, मेरा नाम परमजीत कौर है और मैं पटियाला, पंजाब में रहती हूँ।
kamukta, antarvasna मेरे और मेरे परिवार वालों ने घूमने का प्लान बनाया हम लोग चंडीगढ़ में ही रहते हैं और हमारे पड़ोस में मेरी सहेली पायल भी रहती है पायल के परिवार के सदस्यों का हमारे घर पर आना जाना लगा रहता है और हम लोगों के साथ उनके बड़े ही अच्छे और मधुर संबंध हैं इसी के चलते हम लोग जब भी घूमने का प्लान करते हैं तो एक साथ ही जाते हैं। पायल एक दिन हमारे घर पर आई और मेरी मम्मी से कहने लगी आंटी हम लोग मनाली का प्लान बना रहे हैं यदि आप लोग भी हमारे साथ चलें तो हमारा टूर बड़ा ही अच्छा हो जाएगा, मैंने पायल से कहा लेकिन यह बात तो आंटी ने हमें बताई ही नहीं और तुम लोगों ने एकदम से घूमने का प्लान बना लिया, पायल कहने लगी मम्मी आजकल कहीं बाहर गई हुई हैं मेरी मम्मी कहने लगी अच्छा तभी शायद तुम्हारी मम्मी आजकल काफी दिनों से हमारे घर पर नहीं आ रही हैं मेरी मम्मी ने कहा ठीक है बेटा हम लोग तुम्हारे साथ घूमने का टूर बना लेंगे।
अब मीनाक्षी भी ठीक होने लगी थी और मीनाक्षी ने एक प्राइवेट स्कूल जॉइन कर लिया था वहां पर वह पढाया करती थी। अजय का फिर उसके बाद कुछ मालूम नहीं पड़ा कि वह कहां चला गया अजय कभी घर नहीं लौटा और ना जाने वह कहां था उसकी वजह से मीनाक्षी को बहुत तकलीफ झेलनी पडी। उसके परिवार को भी अजय की वजह से बहुत ही समस्याओं का सामना करना पड़ा परंतु अब सब कुछ धीरे-धीरे ठीक होने लगा था मीनाक्षी भी अपने काम में बिजी रहने लगी थी और राकेश ने भी प्रॉपर्टी का काम शुरू कर दिया है उसका काम भी अच्छा चलने लगा है। राकेश के पिताजी भी अब सब चीजों को भुलाने की कोशिश करने लगे हैं और उन्होंने अब आगे जिंदगी में बढ़ने का फैसला कर लिया है उन्हें अब मीनाक्षी से कोई तकलीफ नहीं है। अजय की वजह से जो तकलीफ राकेश के परिवार को झेलनी पडी वह कहीं ना कहीं उनके दिल में अभी तक थी, राकेश और मैं हर रोज मिला करते है वह हमेशा यही कहता है कि मुझे मीनाक्षी की बहुत चिंता होती है। मैं हमेशा राकेश को समझाता हूं और कहता हूं कि अब तुम उसकी चिंता मत किया करो सब कुछ ठीक हो चुका है। मीनाक्षी के दिल की फीलिंग को कोई नहीं समझ पाया था वह बहुत अकेला महसूस करती थी मीनाक्षी से मैं जब भी बात करता तो उसे मुझसे बात करना अच्छा लगता और वह मुझसे बात किया करती थी। मुझे नहीं मालूम था कि मीनाक्षी और मेरे बीच में एक दिन सेक्स हो जाएगा मैं एक दिन राकेश से मिलने के लिए घर पर गया तो राकेश और उसके माता पिता कहीं गए हुए थे उस दिन मीनाक्षी घर पर ही थी।
पर इतने में मैंने अपने होंठ उसकी गुलाबी चूत की पंखुड़ियों पर रख दिए. मैं उसकी चूत के दाने को जोर जोर से चाटने लगा और बीच बीच में दांत से हल्के से काट भी लिया. जिससे उसकी आआहह निकल जाती.
ऑफिस से छूटते ही मैंने कैब ले ली और घर आ पहुंची. मैंने किसी से लिफ्ट नहीं ली थी … क्योंकि मास्टर का आदेश था. एक घंटे पहले उसका मैसेज आया था.
उन्हें इस बात की खुशी थी की रोहन का रिश्ता हो जाएगा तो शायद रोहन भी अपनी जिम्मेदारियों को समझने लगेगा। मैंने जब मनमोहन जी और अपने मामा की मुलाकात करवाई तो वह लोग आपस में एक दूसरे से बात करने लगे। मामा जी ने रोहन के बारे में उन्हें सब कुछ बता दिया था और कुछ ही दिनों बाद मनमोहन जी ने काजल की मां को भी अपने पास बुला लिया। काजल से मैं पहली बार ही मिला था उसकी तस्वीर देख कर वह बहुत अच्छी लग रही थी और असल में भी वह बहुत सुंदर थी। उसके भाग्य की वजह से शायद उसकी शादी नहीं हो पाई थी परंतु अब मामा जी और काजल की मां के बीच पूरी बातचीत हो चुकी थी जिस वजह से वह काजल की शादी रोहन से करवाने को तैयार हो चुकी थी। मामा जी भी बहुत खुश थे मामा जी ने मुझे कहा कि यह सब तुम्हारी वजह से ही हो पाया है। मैंने मामा जी से कहा ऐसी कोई बात नहीं है मुझे भी रोहन की चिंता रहती है इसीलिए तो मैंने आपको काजल के बारे में बताया फिर काजल और रोहन की शादी बड़े धूमधाम से हुई। काजल और रोहन की शादी के बाद रोहन के चेहरे पर बड़ी मुस्कुराहट रहती। मैंने उससे पूछा तुम बड़े खुश रहते हो? वह मुझे शर्माते हुए कहने लगा भैया पूछिए मत बस मैं ही जान सकता हूं कि मैं कितना खुश हूं। मैंने उसे कहा लेकिन मुझे भी तो बताओ तुम्हारी खुशी का राज क्या है उसने मुझे कुछ नहीं बताया लेकिन मुझे उसकी खुशी का राज उस वक्त पता चला जब मेरे काजल के साथ अंतरंग संबंध बने। काजल और रोहन हमारे घर पर आए हुए थे वह लोग जब हमारे घर पर आए तो मैंने काजल की तरफ अपनी प्यासी नजरों से देखना शुरू किया तो काजल भी मचलने लगी।
सच में मुझे बड़ा ही मज़ा आ रहा था. दस मिनट बाद मेरी चुत में कुछ अनुभव सा हुआ, मैंने सोचा कि शायद बॉस ने अन्दर ही पेशाब कर दिया है.
अन्तर्वासना के सभी पाठकों को मेरा नमस्कार. दोस्तो मैं 5 सालों से अन्तर्वासना का पाठक हूँ, इस वेबसाइट पर मैंने बहुत कहानियां पढ़ी।
सबा भी मेरा साथ देने लगी. किस करते हुए मैं सबा के चूचे को और जोर से मसल रहा था और वो मेरा लंड पकड़ कर आगे पीछे करने लगी। पहले तो मेरा लंड पकड़ कर सहला रही थी, फिर मुझे रूकने के लिए बोली और नीचे झुक कर मेरा लंड को चूसने लगी. कुछ देर लंड चुसवाने के बाद मैंने उसकी सलवार को खोल दिया और उसे नीचे कर दिया.
मेरी इस माँ बेटा सेक्स स्टोरीज़ में पढ़ें कि मैं मां को गोवा ले गया जहां मैंने कई बार मां को चोदा. मां ने वहां पर होटल के वेटर से लेकर विदेशी तक को नहीं छोड़ा.
हेलो दोस्तों राकेश का हेलो सबको और लड़कियों भाभियों आंटीयो को हमारे उसका भी हेलो आशा करता हूँ जैसा रेस्पॉन्स मेरे पहले की कहनियों आप सभी ने दिया वैसा ही इस कहानी मे भी मिलेगा मेरे हर कहानी मेरी अपनी और सच्ची होती है. सच बताओं आज व्हातसाप पे इतने दोस्त मिले हैं और सबसे ज़्यादा उन भाभियों को जो मुझे कभी अकेला फील नही होने देती हैं . और रियली बहुत खुशी मिलती है जब आप ये कहती हैं मैने आप को खुश कर दिया और आप की बदनामी भी नही किया आई फील हॅपी पहले मैं ये पैसों के लिए करता था पर जब से जॉब लगी है फ्री मे करता हूँ. उन लड़कियों का भी शुक्रिया जो अपने बॉय फ़्रेंड के साथ रहते हुए भी सेक्स का मज़ा लेना चाहती हैं क्यों की मैं फोन कर के परेशान नही करता हयद्राबाद नागपुर की भाभियाँ गर्ल्स और आंटी अगर आप भी जीवन के असली मज़े लेना चाहती हैं मुझे बताइए मैं हर सुख दे सकता हूँ कोई पाबंदी नही और ये सब सिर्फ़ हमारे बीच रहेगा मुझे मैल करे मेसेज करें व्हातसाप पे एड करें मेरा नाम राकेश हैं मैं नागपुर मे रहता हूँ अभी हयद्राबाद मे हू 25 उमर हैं 6 इंच का पप्पू है जिसके कई प्यासी चूत दीवानी हैं मेरी आईडी है ******** और इस कहानी मे आप को मेरा नंबर भी मिल जाएगा या मुझे मैल कर के मेरा नंबर ले सकते हैं