उन्हें इस बात की खुशी थी की रोहन का रिश्ता हो जाएगा तो शायद रोहन भी अपनी जिम्मेदारियों को समझने लगेगा। मैंने जब मनमोहन जी और अपने मामा की मुलाकात करवाई तो वह लोग आपस में एक दूसरे से बात करने लगे। मामा जी ने रोहन के बारे में उन्हें सब कुछ बता दिया था और कुछ ही दिनों बाद मनमोहन जी ने काजल की मां को भी अपने पास बुला लिया। काजल से मैं पहली बार ही मिला था उसकी तस्वीर देख कर वह बहुत अच्छी लग रही थी और असल में भी वह बहुत सुंदर थी। उसके भाग्य की वजह से शायद उसकी शादी नहीं हो पाई थी परंतु अब मामा जी और काजल की मां के बीच पूरी बातचीत हो चुकी थी जिस वजह से वह काजल की शादी रोहन से करवाने को तैयार हो चुकी थी। मामा जी भी बहुत खुश थे मामा जी ने मुझे कहा कि यह सब तुम्हारी वजह से ही हो पाया है। मैंने मामा जी से कहा ऐसी कोई बात नहीं है मुझे भी रोहन की चिंता रहती है इसीलिए तो मैंने आपको काजल के बारे में बताया फिर काजल और रोहन की शादी बड़े धूमधाम से हुई। काजल और रोहन की शादी के बाद रोहन के चेहरे पर बड़ी मुस्कुराहट रहती। मैंने उससे पूछा तुम बड़े खुश रहते हो? वह मुझे शर्माते हुए कहने लगा भैया पूछिए मत बस मैं ही जान सकता हूं कि मैं कितना खुश हूं। मैंने उसे कहा लेकिन मुझे भी तो बताओ तुम्हारी खुशी का राज क्या है उसने मुझे कुछ नहीं बताया लेकिन मुझे उसकी खुशी का राज उस वक्त पता चला जब मेरे काजल के साथ अंतरंग संबंध बने। काजल और रोहन हमारे घर पर आए हुए थे वह लोग जब हमारे घर पर आए तो मैंने काजल की तरफ अपनी प्यासी नजरों से देखना शुरू किया तो काजल भी मचलने लगी।
रोहन शायद उसकी इच्छा को पूरा नहीं कर पा रहा था इसलिए वह मुझसे उम्मीद करने लगी, दोनों की शादी को हुए अभी कुछ समय ही हुआ था लेकिन काजल के सेक्स के प्रति कुछ ज्यादा ही रुचि थी और उसी के चलते मेरे और उसके बीच अंतरंग संबंध बने। जब हम दोनों के बीच सेक्स संबंध बने तो काजल मुझे कहने लगी आज तो आपने मेरी इच्छा को भरपूर तरीके से पूरा कर दिया। काजल के बदन से जब मैंने उसके सूट को उतारना शुरू किया तो उसके काले रंग की ब्रा में वह किसी अप्सरा से कम नहीं लग रही थी। जैसे ही मैंने उसके स्तनों को अपने मुंह में लेकर चूसना शुरू किया तो मुझे मज़ा आने लगा मैंने उसके स्तनों से खून भी निकाल कर रख दिया। उसके स्तनों पर मैंने अपने प्यार के निशान भी छोड़ दिए थे लेकिन जब उसकी योनि पर अपनी उंगली को लगाया तो उसकी योनि से पानी बाहर की तरफ को निकल रहा था। मुझे उसकी योनि को चाटने में बड़ा आनंद आ रहा था काफी देर तक यह सिलसिला चलता रहा जब काजल ने मेरे लंड को अपने मुंह में लिया तो काजल ने मेरा लंड को अपने मुंह के अंदर तक समा लिया जिस प्रकार से उसने मेरे लंड को चूसा उससे मेरे अंदर की उत्तेजना में बढोतरी हो गई।
मुझे बड़ा अच्छा लग रहा था मैंने भी काजल की नरम और मुलायम चूत के अंदर अपने मोटे और काले लंड को डाल दिया जैसे ही मेरा मोटा और काला लंड काजल की योनि के अंदर प्रवेश हुआ तो उसे बड़ा अच्छा लगने लगा और मुझे भी बड़ा आनंद आ रहा था। काफी देर तक हम दोनों के बीच शारीरिक संबंध बनते रहे जैसे ही मैंने काजल की योनि के अंदर अपने वीर्य को गिराया तो वह कहने लगी आपका वीर्य जल्दी ही गिर गया। मैंने उसे कहा अभी तो शुरुआत है यह कहते ही मैंने उसे कहां तुम मेरे लंड के ऊपर से आ जाओ। काजल ने मेरे लंड को अपनी योनि के अंदर ले लिया और मैं उसे बड़ी तेजी से धक्के मारने लगा मैं उसको धक्के मारता तो उसे भी बहुत अच्छा लग रहा था। जैसे ही मैंने अपने वीर्य को काजल की योनि के अंदर गिराया तो वह मुझे कहने लगी आज तो मेरी सेक्स की इच्छा पूरी हो चुकी है। काजल का गदराया हुआ बदन और उसकी अदाओं ने मुझ पर जादू कर दिया था मैं जब भी काजल को देखता तो उसके साथ मुझे सेक्स करने का मन होता और मैं अपनी इच्छा काजल के साथ सेक्स कर के पूरी करता हूं।