भाभी की चुदाई ने गर्लफ्रेंड से ब्रेकअप कराया-2
मेरी मकान मालकिन भाभी बहुत सेक्सी थी. वो मुझ पर डोरे डाल रही थी और मैं भी भाभी की चुदाई करना चाहता था लेकिन डरता था. मैंने कैसे भाभी की चुदाई की?
मेरी मकान मालकिन भाभी बहुत सेक्सी थी. वो मुझ पर डोरे डाल रही थी और मैं भी भाभी की चुदाई करना चाहता था लेकिन डरता था. मैंने कैसे भाभी की चुदाई की?
शुरू में तो मुझे मजे मजे में पता ही नहीं चला.. पर थोड़ी देर बाद मैंने उससे कहा, तो बोला- कॉलेज में तो रोज ही जाते हैं.. चलो आज एक नया नजारा दिखाता हूँ।
मैं तो उस टाइम ख़ुशी के मारे पागल हो गया | फिर जब दोस्त की बहन उसे मेरे पास लेकर आई तो मेरा दोस्त मुझसे कहने लगा भाई अतुल जो बात करनी है कर ले | फिर मैंने उसे हाय बोला और सबसे पहले उसका नाम पूछा | उसका नाम कायनात था वो २२ साल की थी और मेरे बारे में तो मेरे दोस्त की बहन ने उसे बता ही दिया था | फिर उसके बाद कायनात मुझसे बोलने लगी कि क्या आप मुझे पसंद करते है तो मैंने कहा हाँ मैं तुमको बहुत पसंद करता हूँ | तो बोलने लगी अछा तो इस लिए आप मुझे रोज देखते रहते थे तो मैंने बोला हाँ तो वो हसने लगी और कहने लगी तो आप मुझे बुला कर के बोल सकते थे | फिर मैंने कहा मुझे अच्छा नहीं लगता और थोडा डरता भी था | उसके बाद वो कहने लगी आप भी मुझे अच्छे लगते हो | फिर उसके बाद हम दोनों की दोस्ती हो गयी और उसी समय मैंने कायनात का मोबाइल नंबर भी ले लिया और उसके बाद कायनात और मेरे दोस्त की बहन कोचिंग चले गए | इर मेरे दोस्त बिट्टू ने मुझसे कहा ठीक है भाई तेरा काम तो हो गया अब जाता हूँ | फिर उसके बाद मैं भी अपनी दुकान में चला गया और उसके बाद जब कोचिंग छूट गई तो मैंने कायनात को मेसेज किया | उस दिन के बाद हम दोनों की मेसेज में बात होने लगी और हम दोनों एक दूसरे को फ़ोन भी करने लगे थे | हमारी रात रात भर फ़ोन में बात होने लगी और वो रोज मुझसे मिलती थी जब कोचिंग आती थी | वो कोचिंग से सीधे कालेज जाती थी कभी कभी मैं कायनात को कालेज छोड़ने जाता था | उसके बाद मैंने सोचा की अब कायनात को अपने रूम बुला कर चोदुंगा |
मेरी चुदाई की कहानी में पढ़ें कि मैं मेरी सहेली को डिलीवरी के लिए अस्पताल ले गयी. रात को मैं वहीं रुकी. और मेरी चुदासी चूत और गांड की चुदाई कैसे हुई?
बीवी की सहेली की देसी सेक्स स्टोरी में पढ़े कि कैसे उसने मुझे रिझा कर अपनी चूत मारने के लिए मुझे उकसाया. मैंने उसे अपने घर लाकर कैसे उसकी चूत चुदाई की?
दोस्तो, मैं राज आपका सबका अन्तर्वासना सेक्स कहानी साईट पर स्वागत करता हूं आप सबका प्यार अन्तर्वासना को मुझे ओर मेरे अन्य सभी लेखक लेखिकाओं मित्रों को यूँ ही मिलता रहे यही कामना है!
नमस्कार दोस्तो, मेरा नाम अंकित है। यह कहानी मेरी मामा की लड़की है, वो मेरी ममेरी दीदी है। उनकी चुदाई मैंने अपनी आँखों से देखी थी। उस वक़्त मेरी उम्र 20 साल थी और राशिका दीदी की उम्र 24 साल थी। उनकी लंबाई लगभग 5 फ़ीट 7 इंच के आस पास होगी। जिम जाने के कारण फिट थी। उनका बॉडी बहुत आकर्षित करने वाला है। रंग गोरा था। मोटे स्तन का उभार आसानी से दिख जाता था। गान्ड चौड़ी थी। जिम में लड़के राशिका दीदी को बहुत घूरते थे क्योंकि चलते वक़्त उनकी गान्ड थोड़ी हिलती थी। उनका बहुत साल पहले एक बॉयफ्रेंड था। जिससे उनका ब्रेकअप बहुत पहले हो चुका था।
मेरी देसी सेक्सी कहानी में पढ़ें कि दीदी जीजा की चुदाई देखकर मेरा मन भी ब्वॉयफ्रेंड के लंड लेने को करने लगा. पर डर भी था. मैंने अपनी कुंवारी चूत में पहली बार कैसे लंड लिया.
मुझसे ये देख कर रह ही नहीं गया और मैंने अगले ही पल पूजा की चुत चाटना शुरू कर दिया. उसने मेरी जीभ का अहसास पाते ही एक मदभरी सीत्कार भरी और अपनी टांगें खोल दीं.
गांव से मैं कॉलेज की पढ़ाई के लिये शहर गयी. जवान हो रही थी, मेरी कुंवारी चूत ने मुझे बेचैन करना शुरू कर दिया. एक बॉयफ्रेंड बना तो वो मेरी चूत मांगने लगा. तो मैंने क्या किया?
मेरे पति चूत चुदाई से ज्यादा मेरी गांड चुदाई करते हैं. मुझे पता लगा कि वो कई औरतों की गांड चोदते हैं. तो हमारा झगड़ा हो गया. फिर जब मेरी चूत में वासना की आग लगी तो .
कोई पांच मिनट लंड चुसवाने के बाद मैंने उससे कुतिया बनने को कहा. वो बेड पर कुतिया बन गई. मैंने अपने लंड और उसकी चूत के मुँह पर वैसलीन लगाई और लंड अन्दर डालने की कोशिश करने लगा. उसकी चूत अभी कसी हुई थी, तो मुझे थोड़ा दम लगाना पड़ा.
नमस्कार, मेरा नाम सुनीता है. मैं एक हाउसवाइफ हूँ लेकिन दिखने में बहुत सेक्सी हूँ. मैं अपने घर का सारा काम करती हूँ. और जो गुण एक संस्कारी बहू में होनी चाहिए वो सारे गुण मेरे अन्दर हैं.
फिर मैंने आंटी की ब्रा भी उतार दी और उनकी चूचियों को चूसने लगा. आंटी अपने मुँह से ‘ऊ ऊ ऊह उऊऊ आहह.. स्स्ड्ड..’ आवाज करने लगीं.
मैने फिर उसको किस किया और नींबू पानी पिलाया हम नंगे ही बैठे थे वो मेरे लंड को देख रही थी मैने पूछा क्या देख रही उसने कहा ये भी तो लंबा हैं और मोटा है जैसे की बैगान पर मेरी दोस्त कहती है जो बात इसमे है वो किसी और चीज़ मे नही मैने कहा एक किस करो इस पर वो बोली ऐसे भी कोई करता है मैने कहा मूह मे ले कर चूसो फिर नही पूछोगी ये सवाल वो चूसने लगी थोड़ी देर मैं ऐसे चूसने लगी मानो उस पर मलाई लगी हो और आवाज़ निकाल रही थी पुच पुच्छ की
मेरे प्यारे दोस्तो, मैं अन्तर्वासना की क़हानियां चार साल से पढ़ रहा हूँ. आज मैं अपनी जीवन की पहली चुदाई की कहानी आपको सुनाने जा रहा हूँ… जिसमें मैंने अपने किरायेदार रिंकू भाभी की दो दिन तक जमकर चुदाई की.
मैं अपने गांव में भाई के पास गया. वहां मेरा ध्यान मेरे भतीजे की जवान बीवी की ओर गया. उसकी नजर भी वासना से भरी लगती थी. ससुर बहू सेक्स की इस स्टोरी का मजा लें.
वह मुझसे जिद करने लगा और कहने लगा स्कूल में मेरे दोस्त भी डांस क्लास जाते हैं तो क्या आप मुझे नहीं भेज सकती। मैं अपने बेटे को मना ना कर सकी तभी मुझे उस वक्त सलूजा का ध्यान आया मैं अपने बेटे को लेकर सलूजा के पास गई मैंने सलूजा से इस बारे में पूछा क्या तुम मेरे बेटे को डांस सिखा सकती हो। वह कहने लगी दीदी क्यों नहीं आप इसे मेरे एकेडमी में भेज दिया कीजिए लेकिन मैंने सलूजा से कहा कि क्या तुम उसे घर पर डांस नहीं सिखा सकती हो। वह कहने लगी दीदी मैं देखती हूं मैं इस बारे में कुछ कह नहीं सकती लेकिन मैं कोशिश करूंगी। आखिरकार सलूजा मेरे बेटे को घर पर डांस सिखाने के लिए तैयार हो गई और वह घर पर ही उसे डांस सिखाया करती थी। मेरी सलूजा के साथ अब काफी अच्छी दोस्ती हो चुकी थी और उसका नेचर भी काफी अच्छा था। सलूजा और मेरी अच्छी दोस्ती हो चुकी थी लेकिन सलूजा के पति रजत की नियत मुझे कुछ ठीक नहीं लगती थी वह कई बार मुझ पर गंदी नजर मारता। मुझे बिल्कुल भी पता नहीं था कि सलूजा के पति के हमारे ही मोहल्ले में और भी महिलाओं से संबंध है। जब मुझे इस बारे में पता चला तो मैं पूरी तरीके से चौक गई लेकिन रजत के अंदर कोई तो बात थी जिसके लिए उसके और हमारे मोहल्ले की औरतें रजत के पीछे पागल थी। मैं चाहती थी राजत के साथ में एक रात बताऊ मैंने रजत पर डोरे डालने शुरू कर दिए। मैं जब भी सलूजा के पास जाती तो मेरी मुलाकात रजत से हो ही जाती थी और रजत भी मेरी तरफ ध्यान से देखा करते। मैंने रजत को अपना मोबाइल नंबर दे दिया एक दिन रजत और मेरी बात फोन पर हो रही थी उस वक्त सलूजा आ गई इसलिए हम दोनों ने मैसेज के माध्यम से बात की लेकिन अगले ही दिन मैंने रजत को अपने घर पर बुला लिया।
उसके बाद उसने खुद ही मेरा सिर पकड़ा और अपनी चूत पर रखवा दिया. मैं उसकी चूत को चाटने लगा. उसके मुंह से कामुक सिसकारियां निकलना शुरू हो गईं. वह आह्ह् … ओह्ह … ऊह्ह … करने लगी.
एक पार्टी में नशे के कारण मुझे घर छोड़ने कंपनी का एक अफ्रीकी क्लाइंट आया. मेरी सेक्सी बीवी देख उसने सेक्स की खुली ऑफर कर दी. मेरी बीवी की खुल्लम खुल्ला चुदाई का मजा लें.
मोहन भैया ने मुझे किस करते हुए मेरे सलवार सूट को निकाल दिया. मैं उनके सामने ब्रा और पैंटी में रह गई थी. मेरी ब्रा में से मेरे आधे से ज्यादा मम्मे दिखाई दे रहे थे. मेरी पैंटी मॉडर्न पैंटी थी, जिससे मेरी गांड तो पूरी बाहर ही दिखाई दे रही थी.
Kamukta मुझे फ्लाइट से बेंगलुरु जाना था लेकिन किसी कारणवश मुझे ट्रेन से जाना पड़ा। मुझे ट्रेन के थर्ड एसी में सिटी मिल चुकी थी और थर्ड एसी के लिए भी बडी मेहनत करनी पड़ी लेकिन आखिरकार ट्रेन में टिकट मिली चुकी थी। मैं जब ट्रेन की सीट में बैठी तो कुछ देर मैंने एक लंबी गहरी सांस ली जिसके बाद मैं आराम से बैठी रही। मुझे काफी अच्छा लग रहा था क्योंकि मैं ही जानती हूं कि किस प्रकार से मुझे थर्ड एसी में टिकट मिल पाई थी। मेरे बगल की सीट में एक परिवार बैठा हुआ था वह लोग आपस में बात कर रहे थे लेकिन तभी एक नौजवान युवक आया।
मेरी दर्द से आह निकल गई. फिर वो हल्के हल्के मेरी चूत में धक्के मारने लगा. उसका लंड मेरी चूत की दीवारों से रगड़ता हुआ जा रहा था. उसके हर एक धक्के में मेरी आह की आवाज निकल जाती थी. जब उसका लंड मेरी चूत में एडजस्ट हो गया, तब उसने धक्के तेज कर दिए. इस पोज़ में उसने मुझे 5 मिनट चोदा और मेरी चूचियों को चूस चूस कर लाल कर दिया.
एनकाउंटर वित सिस: फर्स्ट फक ये कहानी मेरी और मेरी चाची की लड़की स्वीटी के बारे मे है. चाचा की 3 साल पहले ही डेत हुई है तो. हम ही उनका घर चलाते है. स्वीटी दिखने मे फेर है. उसके लंबे घने बाल कमर तक आते है. उसका फिगर 36 30 37 है. अभी वो 23 ईयर्स की है. और मैं 24. मैं एवरेज गाइ हू. 7इंच लंबा लंड. फेर. इतना स्टोरी के लिए काफ़ी है. ये बात पिछले गर्मियो की है. मे2014 हम सब स्वीटी के घर हॉलिडेज़ के लिए गये. घर मे जाते ही उसने मुझे गले लगाया. वैसे तो हम हमेशा वॉट’स अप और एसएमएस पे चॅट करते थे पर सामने मिलने से हम काफ़ी एग्ज़ाइटेड थे. पहले दिन रात को मैं अकेला ही छत पे सोया था. और सब नीचे कमरे मे सोए थे.