कोई पांच मिनट लंड चुसवाने के बाद मैंने उससे कुतिया बनने को कहा. वो बेड पर कुतिया बन गई. मैंने अपने लंड और उसकी चूत के मुँह पर वैसलीन लगाई और लंड अन्दर डालने की कोशिश करने लगा. उसकी चूत अभी कसी हुई थी, तो मुझे थोड़ा दम लगाना पड़ा.
कुछ देर की मशक्कत के बाद आखिर मेरा लंड उसकी चुत में घुस ही गया. मेरा लंड शायद उसके पति से काफी बड़ा था. इसलिए वो दर्द से चिल्ला उठी.
मैंने पूछा- क्या हुआ … तुम्हारे पति ने तुम्हें अब तक चोदा ही नहीं है क्या?
तो वो बोली- अभी तक सिर्फ तीन बार ही हमारे बीच सेक्स हुआ है. ड्यूटी के वजह से मैं यहां आई हुई हूँ.
इतना सुन कर मैंने लंड के झटकों को स्पीड बढ़ा दी. अब वो ‘आहा आआह..’ करने लगी. मुझे उसकी चुदाई करने में मजा आने लगा. लिखना तो नहीं चाहता था, पर सत्य यही था कि एक वर्दी वाली औरत को चोदने का मज़ा ही कुछ और होता है.
मैंने उसके चूतड़ों पर थप्पड़ मार मार कर उसे लाल कर दिया और आगे हाथ करके उसकी चुचियों को दबाने लगा. थोड़ी देर बाद मैंने पोजिशन बदल ली और कुसुम की एक टांग को टेबल पर रखवा कर आगे से उसकी चूत में लंड डाल कर हिलाने लगा.
अब वो मस्त होकर सिसकारियां भर रही थी- आ उम्म्ह… अहह… हय… याह… आ आ …
मैं उसकी चुचियों को पूरा दम लगा कर मसल रहा था … और उसकी चूचियों के निप्पलों को बारी बारी से चूसने में लगा हुआ था.
तभी अचानक मेरा फ़ोन बज उठा. मैंने देखा कि स्कूल के प्रिंसिपल का फ़ोन था. मैंने कॉल उठाई और उनसे 15 मिनट में आने को कहा.
फिर धकापेल चुदाई करके मैंने लंड का माल कुसुम की चुत में ही छोड़ा और उसे चूमने लगा. वो मस्त हो गई.
दो मिनट आराम करने के बाद हम दोनों ने कपड़े पहने और चलने को तैयार हो गए.
मैंने कुसुम को 1500 रुपए दिए और कहा- हालांकि मेरा मन अभी भरा नहीं है. तुम बड़ी मस्त चीज हो, मैं तुम्हारे साथ पूरी रात गुजारना चाहता हूँ.
वो बोली- रात को मुझे घर जाना होता है.
मैंने कहा- आज फोन करके बोल देना कि हैडक्वार्टर में नाईट ड्यूटी है. तुमको पूरी रात की फीस मिलेगी.
फीस का नाम सुनते ही उसने कहा- देखती हूँ.
हम दोनों स्कूल आ गए. शाम 4:30 बजे पेपर खत्म हुआ और हमें स्कूल से निकलते निकलते 5 बज गए.
मैंने निकलने से पहले कुसुम को आने का इशारा किया और मैं अपनी कार लेकर अपने होटल आ गया.
मैं होटल आकर नहाया और बेड पर लेट गया. मैं सोचने लगा कि मैंने आज जो किया है, क्या वो मैंने ठीक किया. सिर्फ बदला लेने के लिए मैंने एक शादीशुदा औरत को सेक्स के लिए मजबूर किया.
थोड़ी देर बाद रूम में टेलीफोन की घंटी बजी. रिसेप्शन से कॉल थी कि कोई आपसे मिलने आई हैं.
मेरे कहने पर रिसेप्शन स्टाफ ने उसे मेरे कमरे में भेज दिया. रूम की डोरबेल बजी और मैंने डोर खोला, तो कुसुम सामने थी.
मैंने उसे अन्दर बुलाया और पीने को पानी दिया. मैंने उससे पूछा- इतनी जल्दी कैसे?
वो बोली- मैंने अपने घर बोला है कि आज मैं अपनी एक फ्रेंड के घर रुकूँगी, इसलिए जल्दी आ गई.
मैं अभी भी थोड़ा गिल्ट फील कर रहा था, तो अभी उसे चोदने का मन नहीं हुआ था. मैंने कुसुम से शॉपिंग पर चलने को पूछा तो वो झट से मान गई.
हम एक मॉल गए और वहां से कुसुम ने अपने लिए एक साड़ी और एक वेस्टर्न ड्रेस खरीदी. मैंने उसके बिल के पेमेंट करीब 12000 रूपए कर दिए. मैंने पेमेंट किया, तो वो खुश होकर मुझसे ऐसे चिपककर चलने लगी, जैसे वो मेरी बीवी हो.
अब मुझे उसके साथ अच्छा लगने लगा था. हम दोनों ने रात का डिनर बाहर किया और होटल आ गए.
मेरा अभी भी उसे चोदने का मन नहीं हो रहा था. मैं अपने बेड पर लेट गया और यूटयूब देखने लगा. वो जब बाथरूम से बाहर निकली, तो उसने ऊपर नीचे तक लाल रंग की एक ही ड्रेस पहन हुई थी. वो आकर मेरे पास लेट गई.
उसने अपने मोबाइल में एक फिल्म चला दी, जिसमें एक महिला 2 मर्दों से चुद रही थी.
मैंने उससे पूछा- ये मूवी क्यों?
तो बोली- आज तुमसे चुद कर मेरा मन हुआ है कि मैं भी 2 या 3 मर्दों से एक साथ चुदूँ.
मैंने उसे अपने घर का एड्रेस दे दिया और अभी के लिए मैं उससे लिपट गया.
मेरा मन उसे बाथरूम में चोदने को कर रहा था. मैंने अपनी इच्छा जाहिर की और उसे बाथरूम में ले गया. मैंने गर्म पानी का फव्वारा चलाया और दोनों भीगते हुए चुदाई का मजा लेने लगे.
मैंने उसे चोदते हुए उससे पूछा- मुझे तुम्हारी गांड मारनी है, क्या ख्याल है?
वो बोली- ख़ुशी से मार सकते हो.
मैंने उसे टॉयलेट सीट पर कुतिया बनाया और लग गया. मैं पीछे से उसकी गांड में शैम्पू लगा कर चिकनी करके गांड मारने लगा.
कुछ देर उसे दर्द हुआ, पर मैं लगातार चिकनाई डालता रहा, जिससे उसे गांड मराने में मजा आने लगा.
मैंने दस मिनट तक उसकी गांड मारी और फिर अपने लंड की पिचकारी उसकी गांड में छोड़ दी. जिससे उसकी गांड मेरे लंड के माल से भर गई.
हम दोनों नहा कर बाहर आ गए और फिर एक दूसरे से चिपक कर सो गए.
अगली सुबह सुबह 5 बजे मेरा मन फिर से कुसुम को चोदने का हुआ, तो मैंने एक राउंड और लिया. उसे सुबह फिर से चोदा.
फिर हम लोग नहा कर ब्रेकफास्ट करके अपने अपने काम पर निकल गए. इस तरह से एक पुलिस वाली एक रंडी बन गई.
उस दिन के बाद से मैं किसी ऐसी महिला की तलाश में हूँ, जो कड़क हो और बिस्तर पर खूब प्यार कर सके.
आप सभी पाठकों को वर्दी वाली रंडी की चुदाई की कहानी कैसी लगी, जरूर लिखें.