चाची की कामवासना और सेक्स
चूत की देवियों और लण्डधारी दोस्तों को मेरा सादर प्रणाम. मैं टोनी … मेरी पहली कहानी चाची संग सेक्स की आप लोगों के सामने प्रस्तुत कर रहा हूँ, अगर लिखने में कोई गलती हो तो क्षमा चाहूंगा।
चूत की देवियों और लण्डधारी दोस्तों को मेरा सादर प्रणाम. मैं टोनी … मेरी पहली कहानी चाची संग सेक्स की आप लोगों के सामने प्रस्तुत कर रहा हूँ, अगर लिखने में कोई गलती हो तो क्षमा चाहूंगा।
फिर मैंने आंटी की ब्रा भी उतार दी और उनकी चूचियों को चूसने लगा. आंटी अपने मुँह से ‘ऊ ऊ ऊह उऊऊ आहह.. स्स्ड्ड..’ आवाज करने लगीं.
antarvasna, kamukta मुझे मेरी गलती का खामियाजा उस वक्त भुगतना पड़ा जब मैंने गुस्से में एक दिन अपने ऑफिस से रिजाइन दे दिया मुझे नहीं पता था कि मेरी यह गलती इतनी ज्यादा बड़ी हो जाएगी, मैंने कभी नहीं सोचा था कि मेरे नौकरी छोड़ते ही मेरे ऊपर इतनी मुसीबतों का पहाड़ टूट पड़ेगा। मैंने जिस समय अपनी नौकरी से रिजाइन दिया उस दिन मैं अपने घर पर आकर बैठ गया और जब मैं अपने घर पर बैठा तो मेरी पत्नी कहने लगी कि कल बच्चों की फीस जमा करनी है, मैंने उसे कहा ठीक है कल हम बच्चों की फीस जमा कर देंगे मेरे अकाउंट में जितने पैसे पड़े थे वह मैंने एटीएम से निकाल कर अपनी पत्नी को दे दिए उसने अगले दिन मेरे बच्चों की फीस भर दी, मुझे घर पर दो महीने हो चुके थे और मेरी सेविंग भी धीरे-धीरे खत्म होने लगी थी मेरे पास और कोई भी नौकरी नहीं थी क्योंकि हमारा शहर इतना बड़ा नहीं है कि वहां पर मैं कोई नौकरी कर पाता, मेरे लिए तो अब बड़ी समस्या बन चुकी थी क्योंकि मेरे पास ना तो कोई काम था और ना ही मैं किसी रिश्तेदार या अपने दोस्त से मदद लेना चाहता था।
अन्तर्वासना के सभी पाठकों को मेरा प्रणाम. मैं लम्बे समय से अन्तर्वासना का पाठक हूँ और मैंने इस साइट पर बहुत सी कहानियाँ पढ़ी हैं. कहानियों को पढ़कर मैंने खूब आनंद लिया है. इसलिए सोचा कि क्यों न मैं भी आपको अपने जीवन की एक ऐसी ही घटना से रूबरू करवाऊं. आज जो मैं कहानी आप लोगों को बताने जा रहा हूँ वह मेरे जीवन की पहली चुदाई की घटना है. मैं आशा करता हूं कि यह कहानी आप सभी को पसंद आएगी. अंतर्वासना की दुनिया एक ऐसी दुनिया है कि यहां बूढ़े भी अपना मनोरंजन कर सकते हैं. तो चलिए फिर हम अपनी कहानी की शुरूआत करते हैं.
दोपहर का एक बज चुका था, सौरभ ने मालिश कराने की इच्छा जताई, मालविका भी तैयार हो गयी। सोनाली उन लोगों से घुली मिली थी तो उसने सौरभ के कपड़े खुद उतार दिए। सौरभ सिर्फ चड्डी में लेटा हुआ था, बाकी हम तीनों ने अपने कपड़े खुद उतारे।
“आह … इस्ससस … बस ना रे … और कितना अन्दर डालेगा? साले मेरी फट गयी ना … हाय साले फाड़ डाली … आज चार साल बाद मिली हूँ … तो चोद दे मनमाफिक.
मेरी चुदाई की कहानी में पढ़ें कि मैं मेरी सहेली को डिलीवरी के लिए अस्पताल ले गयी. रात को मैं वहीं रुकी. और मेरी चुदासी चूत और गांड की चुदाई कैसे हुई?
धीरे से मैंने उसके गाल पर किस किया, उसने कुछ नहीं कहा बल्कि इसके थोड़ी देर बाद उसने भी मेरे गाल पर किस किया।
कॉलेज लाइफ में खूब लंड लिये. कॉलेज के बाद लंड नहीं मिला. मेरी सहेली ने सगे भाई बहन का सेक्स सुझाया. मैंने क्या किया? भाई बहन की चुदाई की कहानी में पढ़ें.
मैंने उसे कहा नहीं तो तुम्हें यह किसने कहा वह मुझे कहने लगी सर मैंने आपके लैपटॉप में अपनी फोटो देखी और मुझे पता चला कि आप मुझे प्यार करते हैं लेकिन आप ने कभी भी अपने दिल की बात मुझसे नहीं कहीं। मैंने मधु से कहा मैं तुमसे प्यार करता था लेकिन जब मुझे पता चला कि तुम किसी और से ही प्रेम करती हो तो मैंने अपने दिल से तुम्हारा ख्याल निकाल दिया और मैंने उसके बाद कभी भी तुम्हारे बारे में नहीं सोचा। मधु मुझे कहने लगी यदि आपने मुझे पहले यह बता दिया होता तो शायद यह सब नहीं होता आपके जैसा लड़का मुझे मिल पाना शायद मुश्किल होगा कभी भी आपके जैसा लड़का मुझे अपने जीवन में नहीं मिल पाएगा यदि आप के साथ मेरी शादी होगी तो मुझे बहुत अच्छा लगेगा। मुझे नहीं मालूम था कि मधु मुझे इतना पसंद करती है मैं अपने दिल में सिर्फ इसी डर से उससे कह नहीं पाया कि मुझे लगा कि कहीं उसे बुरा लगेगा इसलिए मैंने उसे आजतक अपने दिल की बात नहीं कही थी लेकिन जब उसने यह बात कही तो मैं खुश हो गया और मेरे चेहरे पर वह मुस्कान दुबारा से आ गई जो पहले थी। हम दोनों एक दूसरे के साथ अच्छा समय बिताया करते मुझे उसके साथ में समय बिताना अच्छा लगता था। मधु के पिताजी ने उसके लिए लड़का देख लिया था लेकिन मधु मुझसे प्यार करने लगी थी और हम दोनों का प्यार परवान चढ़ चुका था।
हेलो दोस्तों राकेश का हेलो सबको और लड़कियों भाभियों आंटीयो को हमारे उसका भी हेलो आशा करता हूँ जैसा रेस्पॉन्स मेरे पहले की कहनियों आप सभी ने दिया वैसा ही इस कहानी मे भी मिलेगा मेरे हर कहानी मेरी अपनी और सच्ची होती है. सच बताओं आज व्हातसाप पे इतने दोस्त मिले हैं और सबसे ज़्यादा उन भाभियों को जो मुझे कभी अकेला फील नही होने देती हैं . और रियली बहुत खुशी मिलती है जब आप ये कहती हैं मैने आप को खुश कर दिया और आप की बदनामी भी नही किया आई फील हॅपी पहले मैं ये पैसों के लिए करता था पर जब से जॉब लगी है फ्री मे करता हूँ. उन लड़कियों का भी शुक्रिया जो अपने बॉय फ़्रेंड के साथ रहते हुए भी सेक्स का मज़ा लेना चाहती हैं क्यों की मैं फोन कर के परेशान नही करता हयद्राबाद नागपुर की भाभियाँ गर्ल्स और आंटी अगर आप भी जीवन के असली मज़े लेना चाहती हैं मुझे बताइए मैं हर सुख दे सकता हूँ कोई पाबंदी नही और ये सब सिर्फ़ हमारे बीच रहेगा मुझे मैल करे मेसेज करें व्हातसाप पे एड करें मेरा नाम राकेश हैं मैं नागपुर मे रहता हूँ अभी हयद्राबाद मे हू 25 उमर हैं 6 इंच का पप्पू है जिसके कई प्यासी चूत दीवानी हैं मेरी आईडी है ******** और इस कहानी मे आप को मेरा नंबर भी मिल जाएगा या मुझे मैल कर के मेरा नंबर ले सकते हैं
मेरी इस माँ बेटा सेक्स स्टोरीज़ में पढ़ें कि मैं मां को गोवा ले गया जहां मैंने कई बार मां को चोदा. मां ने वहां पर होटल के वेटर से लेकर विदेशी तक को नहीं छोड़ा.
रात को दीदी ने मम्मी को बहुत सेक्सी नाइटी दी, खुद भी पहनी, मैं कमरे में चली गयी।
मैंने उसे कहा यदि तुम्हें वह अच्छा लग रहा है तो तुम उससे अपने दिल की बात कह दो सुरभि कहने लगी लेकिन मेरी हिम्मत उससे बात करने की नहीं होती इसलिए मैंने अब तक उससे अपने दिल की बात नहीं कही, कुछ दिनों बाद सुरभि ने मुझे कहा कि मैंने उस लड़के से अपने दिल की बात कह दी है और उसने भी मुझे हां कह दिया है, उस दिन उसके चेहरे पर बहुत खुशी थी मैं समझ नहीं पा रहा था कि मुझे उस वक्त क्या करना चाहिए लेकिन मैंने उस समय चुप रहना ही मुनासिब समझा उसके बाद सुरभि मुझे कई दिनों तक नहीं मिली मुझे उससे नहीं मिलने का दुख सता रहा था मैं बहुत ज्यादा दुखी था मैंने सुरभि को फोन किया तो सुरभि ने फोन उठाते हुए कहा हां अमन कहो, मैंने उसे कहा मुझे तुमसे मिलना था, वह कहने लगी ठीक है मैं तुमसे अपने ऑफिस के बाद मिलती हूं। जब वह मुझे मिली तो उसके साथ एक लड़का भी था उस लड़के को देखकर मैं थोड़ा नर्वस सा हो गया सुरभि ने मुझे जब उससे मिलवाया तो वह कहने लगी यह सूरज है मैं सूरज की ही बात तुमसे कर रही थी, उसने मुझे सूरज से मिलवाया, मैं काफी दुखी हो गया था कुछ देर बाद वह दोनों मेरे चेहरे पर देख कर बड़ी जोर से हंसने लगे मुझे कुछ समझ नहीं आ रहा था कि वह क्यों हंस रही है, तब मुझे सुरभि ने सारी बात बताई और कहा कि मैं तो तुम्हें ऐसे ही आजमा रही थी कि तुम मेरे बारे में क्या सोचते हो, जब उसने यह बात कही तो मेरे चेहरे पर एक मुस्कान आई और मुझे यह पता चल चुका था कि सुरभि ने मेरा बेवकूफ बनाया है। सूरज उसका कलीग है वह ऑफिस में उसके साथ काम करता है सुरभि मुझे सिर्फ यह दिखाना चाहती थी कि मै उससे कितना प्यार करती हू।
“वैसे तो हमारे पास सेक्स टॉयज् हैं, फिर भी आपके ओरिजनल लंड की जरुरत पड़ी तो आपका लंड यूज करेंगे.” गीता ने मजाक में कहा।
मैं धीरे धीरे चाची की चुचियों पे किस करता हुआ नीचे आने लगा और रबड़ी को चाटने लगा, जो चाची ने अपनी चूत की फांकों के बीच लगाई हुई थी. रबड़ी की वजह से चाची की चूत बहुत मीठी लग रही थी. अब मैं चाची की चूत को चाटने लगा और चूत के ऊपर के दाने को हल्का हल्का काटने लगा.
शुरू में तो मुझे मजे मजे में पता ही नहीं चला.. पर थोड़ी देर बाद मैंने उससे कहा, तो बोला- कॉलेज में तो रोज ही जाते हैं.. चलो आज एक नया नजारा दिखाता हूँ।
नमस्कार दोस्तो, मेरा नाम राज है. मैं गुजरात में भावनगर से हूँ. हालांकि अब मैं सूरत में रहता हूँ.
Hindi chudai kahani मैं अपने गांव में खेती का काम किया करता था मैंने शादी की थी लेकिन मेरी पत्नी मुझे छोड़ कर चली गई और उसके बाद मैंने कभी भी अपने मन में शादी का ख्याल नहीं आने दिया। मैं उस रात अपने खेतों में बैठकर अपने खेत की रखवाली कर रहा था तभी मुझे कुछ छूट की आवाज सुनाई दी। अंधेरा काफी ज्यादा था इसलिए आगे कुछ दिखाई नहीं दे रहा था मेरे हाथ में एक बड़ा सा डंडा था मैं जब उसी को लेकर आगे बढ़ा तो मुझे वहां कोई दिखाई नहीं दिया लेकिन झाड़ी में मुझे कुछ हलचल सी होती दिखाई दी। मेरे हाथ में टॉर्च थी टॉर्च जलाते हुए मैंने जब उस तरफ देखा तो मेरी आंखें फटी की फटी रह गई मेरे सामने छोटी सी बच्ची थी मुझे समझ नहीं आया कि आखिरकार यह किसने किया होगा। मैंने उस बच्ची को अपनी गोद में उठाया मुझे ऐसा आभास हुआ कि जैसे वह मेरा ही कोई हो और मैंने उसे अपने पास ही रखने का फैसला कर लिया।
अब मैंने एक हाथ से उसकी लैगी को खींच कर उतार दिया। नीचे वो ब्लैक पेंटी में थी।मैंने भी अपनी टी-शर्ट और लोवर उतार दिया, अब हम दोनों सिर्फ़ अंडरवियर में थे। मैं उसे बेतहाशा किस करते हुए नीचे की ओर बढ़ने लगा और उसकी चूत पर हाथ फेरने लगा। वो भी मेरे हाथ को पकड़ कर अपनी चूत पर ज़ोर से मसलने लगी। मैंने उसकी पेंटी को उतार दिया, उसने भी मेरा अंडरवियर उतार दिया और मेरे लम्बे लंड को पकड़ कर सहलाने लगी। मैंने एक उंगली को उसकी चूत में डाल दिया और अन्दर-बाहर करने लगा, उसे मजा आ रहा था।
मेरे दोस्त की गर्लफ्रेंड मुझे अपने भाई जैसा मानती थी. लेकिन उसे देख मेरा लंड खड़ा होने लगता था. मैं अपनी मुँहबोली बहन की चुत चुदाई करना चाहता था. मैंने कैसे की?
अब मैं उठा और मैंने रूम के बाहर जाकर देखा, बाहर कोई नहीं था. मैंने रूम को अन्दर से लॉक कर दिया. फिर उसके पास जाकर उसके कपड़े उतारने लगा. वो मना करने जैसे इशारा भी किये जा रही थी और अपने हाथ उठा कर अपने कपड़े भी उतरवाती जा रही थी. मैंने उसका टॉप लोअर उतार दिया. अन्दर उसने रेड कलर की ब्रा और पिंक कॉलर की पेंटी पहन रखी थी. मैंने भी झट से अपने लोअर और टी-शर्ट को उतार दिया.
ब्यूटी पार्लर की आड़ में मैं कालगर्ल का धंधा भी कर लेती थी. एक नयी पुलिस वाली की भारती हुई और वो मेरे काम में रुकावट बनने लगी. तो मैंने उसका इलाज कैसे किया?