भाभी की चुदाई ने गर्लफ्रेंड से ब्रेकअप कराया-1
पढ़ाई के लिए मैंने कमरा किराये पर लिया. मकान मालकिन भाभी मस्त माल थी. एक बार भैया कुछ दिनों के लिए बाहर गए तो मुझे ख्याल रखने को कह गए. भाभी ने मुझे कैसे पटाया?
पढ़ाई के लिए मैंने कमरा किराये पर लिया. मकान मालकिन भाभी मस्त माल थी. एक बार भैया कुछ दिनों के लिए बाहर गए तो मुझे ख्याल रखने को कह गए. भाभी ने मुझे कैसे पटाया?
मैं तो उस टाइम ख़ुशी के मारे पागल हो गया | फिर जब दोस्त की बहन उसे मेरे पास लेकर आई तो मेरा दोस्त मुझसे कहने लगा भाई अतुल जो बात करनी है कर ले | फिर मैंने उसे हाय बोला और सबसे पहले उसका नाम पूछा | उसका नाम कायनात था वो २२ साल की थी और मेरे बारे में तो मेरे दोस्त की बहन ने उसे बता ही दिया था | फिर उसके बाद कायनात मुझसे बोलने लगी कि क्या आप मुझे पसंद करते है तो मैंने कहा हाँ मैं तुमको बहुत पसंद करता हूँ | तो बोलने लगी अछा तो इस लिए आप मुझे रोज देखते रहते थे तो मैंने बोला हाँ तो वो हसने लगी और कहने लगी तो आप मुझे बुला कर के बोल सकते थे | फिर मैंने कहा मुझे अच्छा नहीं लगता और थोडा डरता भी था | उसके बाद वो कहने लगी आप भी मुझे अच्छे लगते हो | फिर उसके बाद हम दोनों की दोस्ती हो गयी और उसी समय मैंने कायनात का मोबाइल नंबर भी ले लिया और उसके बाद कायनात और मेरे दोस्त की बहन कोचिंग चले गए | इर मेरे दोस्त बिट्टू ने मुझसे कहा ठीक है भाई तेरा काम तो हो गया अब जाता हूँ | फिर उसके बाद मैं भी अपनी दुकान में चला गया और उसके बाद जब कोचिंग छूट गई तो मैंने कायनात को मेसेज किया | उस दिन के बाद हम दोनों की मेसेज में बात होने लगी और हम दोनों एक दूसरे को फ़ोन भी करने लगे थे | हमारी रात रात भर फ़ोन में बात होने लगी और वो रोज मुझसे मिलती थी जब कोचिंग आती थी | वो कोचिंग से सीधे कालेज जाती थी कभी कभी मैं कायनात को कालेज छोड़ने जाता था | उसके बाद मैंने सोचा की अब कायनात को अपने रूम बुला कर चोदुंगा |
मोहन भैया ने मुझे किस करते हुए मेरे सलवार सूट को निकाल दिया. मैं उनके सामने ब्रा और पैंटी में रह गई थी. मेरी ब्रा में से मेरे आधे से ज्यादा मम्मे दिखाई दे रहे थे. मेरी पैंटी मॉडर्न पैंटी थी, जिससे मेरी गांड तो पूरी बाहर ही दिखाई दे रही थी.
antarvasna, kamukta मेरे देवर को मैं कॉलेज समय से ही जानती थी क्योंकि मेरा देवर मेरे कॉलेज में मेरा जूनियर था हम दोनों की मुलाकात उस समय ही हो गई थी। जब मुझे सतीश का रिश्ता आया तो मैंने सतीश को पहली नजर में ही पसंद कर लिया था क्योंकि वह दिखने में बहुत ही हैंडसम और अच्छे थे, मेरे देवर का नाम राजेश है और वह भी व्यवहार के बहुत अच्छे हैं। मेरे शादीशुदा जीवन में पिछले दो वर्षों से कोई भी तकलीफ नहीं थी लेकिन जब से राजेश की शादी की बात हुई है तब से मेरे जीवन में धीरे-धीरे बदलाव आने लगा था, राजेश ने एक लड़की को पसंद कर लिया था उसका नाम कंचन है। एक दिन मैं घर का काम कर रही थी तभी राजेश मेरे पास आया और कहने लगा भाभी मैं आपको कुछ बताना चाहता हूं, मैंने राजेश है कहा हां राजेश कहो आपको क्या कहना है? वह मुझे कहने लगे भाभी मैंने अपने लिए एक लड़की पसंद कर ली है और मैं सबसे पहले आपको यह बात बता रहा हूं।
शुरू में तो मुझे मजे मजे में पता ही नहीं चला.. पर थोड़ी देर बाद मैंने उससे कहा, तो बोला- कॉलेज में तो रोज ही जाते हैं.. चलो आज एक नया नजारा दिखाता हूँ।
मेरे दोस्त की गर्लफ्रेंड मुझे अपने भाई जैसा मानती थी. लेकिन उसे देख मेरा लंड खड़ा होने लगता था. मैं अपनी मुँहबोली बहन की चुत चुदाई करना चाहता था. मैंने कैसे की?
मैं उसे समझाता और हमेशा कहता कि इसमें मैंने क्या गलत किया है तुम यदि मेरे साथ अच्छी तरीके से बर्ताव करोगी तो क्या मैं तुम्हारे साथ अच्छे से बात नहीं करूंगा लेकिन कोमल को तो अपनी आदत से बिल्कुल बाज नहीं आना था और वह मुझसे हमेशा ही झगड़ा करती रहती थी। मेरे ऑफिस में काम करने वाली लड़की से मेरी नजदीकियां बढ़ने लगी थी और मैं ज्यादातर समय उसी के साथ बिताया करता था। मैं कोमल को बहुत कम मिला करता था लेकिन कोमल को इस बात से बहुत तकलीफ होती थी कि मैं उससे बात नहीं किया करता हूं। मैंने भी सोच लिया था कि जब तक वह अपनी आदतों को नहीं बदलेगी तब तक मैं भी उससे कोई रिलेशन नहीं रखूंगा और हम दोनों का रिश्ता पूरी तरीके से खत्म हो चुका था। कोमल को अब यह समझ आ चुका था कि मैं नहीं चाहता कि वह मेरे साथ रिलेशन में रहे इसीलिए उसने भी अपने आप को शायद इस बात के लिए तैयार कर लिया था। कोमल मुझसे बहुत कम मिला करती थी लेकिन अभी वह दिल्ली में ही जॉब कर रही थी मेरी उससे एक महीने बाद मुलाकात हुई और जब मैं कोमल से मिला तो कोमल ने मुझसे ज्यादा बात नहीं की मुझे लगा कि कोमल अब बदल चुकी है। मैंने कोमल को कहा कि हम दोनों लंच पर चले हम दोनों लंच पर गए तो कोमल ने मुझ से बहुत कम बात की मुझे इस बात की खुशी थी कि अब कम से कम कोमल का व्यवहार बदल चुका है। उस दिन हम लोगों ने साथ में लंच किया मुझे नहीं मालूम था कि कोमल वाकई में बदल चुकी है और उसे अपनी गलती का एहसास हो चुका है। मैंने कोमल से कहा मुझे इस बात की खुशी है कि तुम बदल चुकी हो कोमल मुझे कहने लगी तुमने मुझे कभी अच्छे से समय दिया ही नहीं है।
“वैसे तो हमारे पास सेक्स टॉयज् हैं, फिर भी आपके ओरिजनल लंड की जरुरत पड़ी तो आपका लंड यूज करेंगे.” गीता ने मजाक में कहा।
hindi sex story मेरे और मेरे पति मोहन के बीच में हमारे गृहस्थ जीवन और हम दोनों के आपसी सहयोग से हमारा परिवार खुश था। हर रोज सुबह मैं अपने घर के छोटे से बगीचे में पानी डाला करती और मेरे पति मोहन अखबार पढ़ा करते थे हमारे आसपास का माहौल बड़ा ही शांत था। कुछ समय पहले हमारे पड़ोस में रहने के लिए एक नवविवाहित जोड़ा आया उन लोगों से हमारी ज्यादा बातचीत तो नहीं थी लेकिन उन्हें एक दो बार मैंने आते जाते देखा था। मेरे पति मोहन तो आस पड़ोस में किसी से भी ज्यादा बातचीत नहीं किया करते थे क्योंकि इनका स्वभाव बिल्कुल भी ऐसा नहीं है और वह काफी कम बात किया करते हैं। इसी बीच हमारे पड़ोस में रहने वाले नवविवाहित जोड़ा जो कि काफी मॉडर्न था उनके घर में सुबह से ही बड़ा शोर खराब होता रहता था जिस वजह से हमारे आसपास के सब लोग परेशान हो जाया करते थे।
मेरी इस माँ बेटा सेक्स स्टोरीज़ में पढ़ें कि मैं मां को गोवा ले गया जहां मैंने कई बार मां को चोदा. मां ने वहां पर होटल के वेटर से लेकर विदेशी तक को नहीं छोड़ा.
जो कहानी मैं आप लोगों को सुनाने जा रहा हूं वह केवल एक कहानी नहीं है बल्कि एक सच्चाई है. मैं आज आपको अपनी बुआ की कहानी बताऊंगा जो मेरे ताऊ जी के साथ हुई एक सच्ची घटना है. आगे बढ़ने से पहले मैं आपको अपनी बुआ और ताऊ जी के बारे में कुछ बता देना चाहता हूँ.
दोस्तो, मैं जो कहानी आप लोगों को सुनाने जा रहा हूँ वह आपको जरूर पसंद आएगी. यह कहानी मेरी अपनी कहानी है.
मैं रीता हु मैं दिल्ली की रहने वाली हु. मेरा फिगर ३२ २८ ३६ है. और में दावे से कह सकती हु की मुझे देख कर किसी का भी लंड खड़ा हो सकता है.
ऑफिस से छूटते ही मैंने कैब ले ली और घर आ पहुंची. मैंने किसी से लिफ्ट नहीं ली थी … क्योंकि मास्टर का आदेश था. एक घंटे पहले उसका मैसेज आया था.
मेरे काफी जिद करने पर भी रेखा होटल में पार्टी करने पर राजी नहीं हुई. मेरे बहुत बार कहने पर रेखा इस बात पर राजी हुई कि आप रिशा को घुमाने ले जाना.
मैंने एक बात नोटिस की है। जब एक औरत किसी दूसरी औरत के पति के साथ सेक्स करने जाती है, तो वो सारा ध्यान अपनी लुक्स पर देती है। कपड़े अच्छे हों, मेकअप अच्छा हो, अंडरगार्मेंट्स अच्छे हों, हेअर स्टाइल अच्छा हो।
अब मेरी बारी थी. मेरा लंड झड़ नहीं रहा था. मैंने उसे उठाया और उसको वासना से भरकर देखा. मुझे उस रात के बाद आज उसकी चूत चोदने को मिल रही थी. इसलिए मैंने देर न करते हुए लंड एकदम से उसकी चूत में डाल दिया.
फिर आखिर एक दिन वो मौका आ ही गया. मॉम डैड कोई काम से गांव गए थे और भाई अपने दोस्तों के साथ घूमने और फ़िल्म देखने गए थे. दोपहर के 2 बजे थे, पूरा घर सूना था. सब अपने अपने घर में सोये हुए थे. मैं भी टीवी देख रहा था.
छाया जो अभी तक सिर्फ आंख बंद कर के सीत्कार मार रही थी वो चिल्लाने लगी- आह आ…ह … आजा राहुल … जल्दी आजा!
इन दोनों ने मुझे पकड़ कर दूसरे रूम में बंद कर दिया और बोले कि अब जो होना था वो तो हो गया है अब चिल्लाने से कोई फायदा नहीं है. उन्होंने उसके बाद मेरे सामने इन दोनों की चुदाई की वीडियो लगा दी. मैं चाह कर भी कुछ नहीं कर सकती थी. इसके पापा ने मुझे चोदना भी छोड़ दिया था.
दोपहर तीन बजे रितिका का कॉल आया, तो मैं उसको लेने उसके होटल पर चला गया. मुझे देखकर ही वो मुझसे चिपट गयी. उसके भरी चूचियां मेरी छाती के गड़कर दिल पर छुरी चला रही थीं. सवेरे सवेरे लंड ने उषा को ले लिया था, तो अभी उसे भी कोई जल्दी नहीं थी.
उसी उम्र में सनी ने सेक्सी नग्न फोटो खिंचवाना शुरू कर दिया था. शुरुआती दौर में 19+ गर्ल सनी को पेंटहाउस नाम की विश्व प्रसिद्ध पोर्नोग्राफी की पत्रिका में काम मिला तो यह सेक्सी लड़की दिनों दिनों में ही प्रसिद्ध हो गयी.
kamukta, hindi sex stories मैं अपने मामा के घर चंडीगढ़ कुछ दिनों के लिए चला गया जब मैं चंडीगढ़ गया तो वहां पर मुझे बड़ा अजीब सा लग रहा था क्योंकि मेरे मामा का लड़का भी अब विदेश में नौकरी करने के लिए जा चुका था और मैं घर में अकेला ही था लेकिन मेरी मम्मी के कहने पर मुझे चंडीगढ़ मेरे मामा के पास जाना पड़ा, मेरे मामा घर में अकेले ही रहते हैं मेरी मामी का देहांत काफी समय पहले हो चुका है। मेरी मम्मी ने मुझे कहा रवीश तुम कुछ दिनों के लिए मामा के पास हो आओ वह घर में अकेले ही हैं उन्हें तुम मिल भी लेना इसलिए मैं चंडीगढ़ आ गया लेकिन चंडीगढ़ में मैं किसी को भी नहीं जानता था इस वजह से मैं अकेले बहुत बोर होने लगा। एक दिन मैं छत पर चला गया और वहीं टहलने लगा तभी सामने की छत पर एक बड़ा ही मॉडर्न सा लड़का आया उसकी उम्र भी मेरे जितने ही थी लेकिन उसने जिस प्रकार का फैशन किया था उससे वह बड़ा ही अलग किस्म का लग रहा था वह मुझे कहने लगा ड्यूट क्या तुम यहां नये आए हो? मैंने उसे कहा मैं अपने मामा के पास आया हूं। वह कहने लगा क्या यह तुम्हारे मामा है? मैंने उसे कहा हां यह मेरे मामा है। उसने मुझसे हाथ मिलाया, वह मुझसे पूछने लगा क्या तुम सिगरेट पीते हो? मैंने उसे कहा नहीं मैं सिगरेट नहीं पीता। उसने कहा लेकिन मैं तो सिगरेट पीता हूं उसने वही मेरे सामने सिगरेट पीनी शुरू कर दी,
अब तक रात के 12 बज गए थे. मैंने बुआ से बोला- आप सो जाइए, मैं भी थोड़ी देर में सो जाऊंगा.