फुफेरी भाभी की हवस और मेरा लंड – Part 2
भाभी बोली- देखूँ कि बड़ों जैसे काम करने वाले का कितना बड़ा हो गया है.
भाभी बोली- देखूँ कि बड़ों जैसे काम करने वाले का कितना बड़ा हो गया है.
तभी अनामिका शायद जग गई। उसने अपनी बांहों में मुझे जकड़ लिया और बोली- कहाँ थे अब तक? मैंने तुम्हारा कितना इंतज़ार किया।
आखिर वो दिन आया, जब मेरे रूम में कोई नहीं था. आज वो मेरे संग रात भर चुदने वाली थी. मैंने उसे बुलाया वो भी खुश हो गयी लेकिन उसने ऐसे जताया कि नहीं आना चाहती है.
दो मिनट तक मेरी चूचियों को चूमने और काटने के बाद वो फिर से मेरी पजामी खींचने लगा. मैंने उसको रोका तो उसने मेरे हाथ झटक दिये और अगले ही पल मेरी पजामी खींच दी.
दोस्त की शादी में मेरी मुलाक़ात उसकी तलाकशुदा बुआ से हुई. हम पहले से ही एक दूसरे को जानते थे. किसी काम से बुआ मेरे शहर में आयी तो मेरे पास ही रुकी.
मैं एकदम से चौंक गया और उनसे पूछने लगा कि अरे आपने मुझे पहले बताया ही नहीं . अभी आप कहां हो?
मेरे बेटे की शादी में पड़ोस के घर से चार लोग आये और 101 का शगुन दे गये. मेरी झांटें सुलग गईं. इसका बदला लेने का जो तरीका मैंने सोचा, वो था उसकी बीवी की चूत को चोदना.
ऑफिस से छूटते ही मैंने कैब ले ली और घर आ पहुंची. मैंने किसी से लिफ्ट नहीं ली थी … क्योंकि मास्टर का आदेश था. एक घंटे पहले उसका मैसेज आया था.
मैं बहुत ज्यादा खुश था और मेरी खुशी का ठिकाना ना था लेकिन सिमरन की सगाई हो चुकी थी और उसके बाद लड़के ने उसे ठुकरा दिया था जिस वजह से सिमरन ने मेरे साथ सगाई करने से मना कर दिया। मैंने उसके माता-पिता से भी बात की थी लेकिन वह कहने लगे बेटा हम बिना सिमरन के इजाजत के कैसे किसी के साथ उसकी शादी कर दें। मैंने जब यह बात बाबू जी को बताई तो वह कहने लगे कि बेटा जरूर सिमरन से तुम्हारी शादी हो जाएगी और मैं इसी आस में था कि मेरी शादी सिमरन से हो जाए और आखिरकार सिमरन मेरी बात मान गई। जब सिमरन मेरी बात मानी तो हम दोनों की सगाई हो चुकी थी अब हम दोनों जल्दी एक दूसरे से शादी करने वाले थे और जब हम दोनों की शादी हो गई तो मुझे बहुत खुशी हुई कि मेरी शादी सिमरन से हो चुकी है। शादी की पहली रात जब सिमरन के साथ मैं कमरे में था तो मै खुश था। मैने सिमरन से बात की मेरा लंड उसे देखकर हिलोरे मार रहा था मैं चाहता था कि उसे उसी वक्त चोदू लेकिन सिमरन के भी कुछ अरमान थे मैं उन्हें जानना चाहता था और पहली रात में यादगार बनाना चाहता था। इसके लिए मैंने पूरी तैयारी कर रखी थी मैंने अपनी जेब में सरसों की तेल की शीशी रखी हुई थी। जब मैंने उसके हाथ को पकड़ना शुरू किया तो वह भी समझ गई कि अब मेरी चूत मारी जाने वाली है और इसी के साथ उसने अपने आप को मेरे आगे समर्पित कर दिया। वह बिस्तर पर लेट गई थी मैं उसके लिपस्टिक लगे होठो का रसपान करें जा रहा था। मैंने काफी देर तक उसके लिपस्टिक लगे होठों को चूसना जारी रखा जिससे कि मैं पूरी तरीके से जोश में आ चुकी थी और काफी देर तक मैंने उसके साथ किस का आनंद लिया। मैंने अब धीरे धीरे उसके कपड़े उतारने शुरू कर दिए वह पूरे लाल जोड़े में थी और उसने पेंटी ब्रा भी लाल रंग की पहनी हुई थी।
मैंने अब तक कभी भी सेक्स नहीं किया था लेकिन हस्तमैथुन जरूर कर लेता था.
हैलो, मेरा नाम नेहा है. मैं अपनी एक सेक्स कहानी आपको बताने जा रही हूँ. मुझे उम्मीद है कि आपको मेरी कहानी पसंद आएगी. मेरी चूत को मेरी सहेली के बड़े भाई ने चोदा था. वो मुझे आज भी चोदते हैं और वो मेरी चूत को चोद कर बहुत खुश भी हैं. मुझे भी एक मस्त लंड मिल गया है, जिससे मैं अपनी चूत को चुदवा कर अपनी चूत की खुजली को शांत रख पाती हूँ.
दोस्तो, मेरा नाम परम है और मैं दिल्ली में रहता हूं। मैं हमेशा से ही हिन्दी सेक्स स्टोरी पढ़ा करता था। आज मैं भी आपको अपने साथ हुई एक सच्ची घटना बताना चाहता हूं। यह कहानी एकदम सच है। ये मेरी पहली स्टोरी है. मैंने अन्तर्वासना की बहुत सारी कहानियां पढ़ी हैं. सारी कहानियां एक से बढ़कर एक हैं. मैं वैसी कहानी तो आपको पेश नहीं कर पाऊंगा क्योंकि इस साइट पर उच्च कोटि के लेखक कहानी लिखते हैं.
फिर आखिर एक दिन वो मौका आ ही गया. मॉम डैड कोई काम से गांव गए थे और भाई अपने दोस्तों के साथ घूमने और फ़िल्म देखने गए थे. दोपहर के 2 बजे थे, पूरा घर सूना था. सब अपने अपने घर में सोये हुए थे. मैं भी टीवी देख रहा था.
राजेश कहने लगा भैया आपने मेरे लिए इतना कुछ किया है पिताजी के देहांत के बाद आपने ही तो मुझे संभाला है, कंचन का नेचर हालांकि पहले से ज्यादा बदल चुका है और ना जाने उसे भाभी से क्या आपत्ति है लेकिन फिर भी मैं उन बातों को गौर नहीं करता। मैं भी वहीं बैठी हुई थी मैंने राजेश से कहा देखो राजेश मैं तुम्हें काफी समय से जानती हूं मैंने कभी भी तुम्हारे बारे में गलत नहीं सोचा, राजेश कहने लगा भाभी मैं आपके नेचर को जानता हूं आप बहुत ही अच्छी हैं, राजेश कहने लगा मैं इस बारे में कंचन से बात करता हूं और वह यह कहते हुए वहां से चला गया। राजेश ने कंचन को बहुत समझाया लेकिन वह बिल्कुल भी ना समझी मैंने भी सोचा मुझे अपना रंग दिखाना पड़ेगा। मैं राजेश को अपने बस में करना चाहती थी उसके लिए सिर्फ मेरे पास एक ही रास्ता था मुझे उसके साथ सेक्स करना जरूरी था। एक दिन मैं अपने कमरे में बैठी हुई थी राजेश मेरे पास आया और कहने लगा भाभी आप क्या कर रही हो। मैंने उसे कहा बस राजेश ऐसे ही बैठी हूं मैंने उसे कहा आओ मेरे पास बैठो। वह मेरे पास आकर बैठ गया जब वह मेरे पास आकर बैठा तो मैंने उससे बात करना शुरू कर दिया वह मुझे कोई भी जवाब नहीं दे रहा था लेकिन मुझे तो पता था कि मुझे उसके साथ सेक्स करना ही है।
सच में मुझे बड़ा ही मज़ा आ रहा था. दस मिनट बाद मेरी चुत में कुछ अनुभव सा हुआ, मैंने सोचा कि शायद बॉस ने अन्दर ही पेशाब कर दिया है.
दोपहर का एक बज चुका था, सौरभ ने मालिश कराने की इच्छा जताई, मालविका भी तैयार हो गयी। सोनाली उन लोगों से घुली मिली थी तो उसने सौरभ के कपड़े खुद उतार दिए। सौरभ सिर्फ चड्डी में लेटा हुआ था, बाकी हम तीनों ने अपने कपड़े खुद उतारे।
रात को दीदी ने मम्मी को बहुत सेक्सी नाइटी दी, खुद भी पहनी, मैं कमरे में चली गयी।
दोस्तो, मेरा नाम अखिल है। मैं दिल्ली का रहने वाला हूं। आज मैं आपको एक सच्ची बहनचोद कहानी बताना चाहता हूं। ये कहानी मेरी और मेरी बहन के बीच हुई एक सच्ची घटना है। मैं अपने बारे में बता दूं कि मेरी उम्र 25 साल है। रंग गोरा है और हाइट 5.9 फीट है।
मैंने जब इस बारे में भैया से कहा तो भैया मुझे कहने लगे अरे मीना झूठ बोल रही है मैंने भैया से कहा भैया मीना भला क्यों झूठ बोलेगी उसे इन सब चीजों से क्या लेना देना है लेकिन मेरे भैया तो बातों को मानने को तैयार ही नहीं थे वह अपनी गलती को बिल्कुल भी स्वीकार करने को तैयार नहीं थे। मैंने भैया से कहा मैं आपको और भाभी को अपने माता पिता के समान मानता हूं लेकिन आप लोगों ने मेरे साथ इस प्रकार से किया। मैंने मीना को आपकी ही जिम्मेदारी पर यहां रखा है लेकिन आप लोग तो उससे घर का सारा काम करवाते हैं और जो पैसे मैं भेजा करता था वह पैसे आप लोग मीना को देते ही नही हैं। मुझे इस बात का बहुत ज्यादा दुख था कि मेरे भैया भाभी ने मेरे साथ ऐसा किया मेरा पूरा भरोसा उठ चुका था और मेरा मूड भी बहुत ज्यादा खराब था। मैंने मीना से कहा मुझे नहीं लगता कि अब हम लोग यहां पर रहेंगे मैंने मीना से कहा तुम मेरे साथ चलो मीना कहने लगी हम लोग अपना घर छोड़कर कहां जाएंगे। मीना मेरे साथ आने को बिल्कुल तैयार नहीं थी लेकिन भैया और भाभी ने जो हरकत मीना के साथ की थी उससे मुझे बहुत ही दुख पहुंचा था। मैंने मीना को समझाने की कोशिश की लेकिन वह कहने लगी नहीं मैं यही खुश हूं। मैं मीना के साथ 15 दिन तक घर पर रहा लेकिन मेरा मन बिल्कुल भी घर पर नहीं लगा मुझे बहुत ही ज्यादा बुरा भी लगा क्योंकि भैया और भाभी ने बहुत गलत किया था। मैं वापस आ चुका था लेकिन अभी मेरे दिमाग में सिर्फ मीना का ही खयाल था मैं उसे हर रोज फोन किया करता लेकिन नेटवर्क की समस्या की वजह से मेरी उससे ज्यादा देर तक बात नहीं हो पाती थी। मैं जब मीना से कुछ दिनों बाद दोबारा से मिलने के लिए गया तो मीना बहुत दुखी थी वह मुझे कहने लगी भाभी मुझे बहुत ज्यादा परेशान करती है और वह मुझे बहुत सताती है।
मैं, मेरी बीवी और पापा ने मिल कर एक प्लान बनाया जिसके मुताबिक मैंने मेरी चालू बीवी की चुदाई मेरी मां के सामने करनी थी. हमने यही किया और मां ने हमें देख लिया.
शाम को हम कभी कभी फिल्म या नेट्फ्लिक्स देख लिया करते थे. एक ही सोफे पर बैठकर बातें किया करते थे.
दोस्तो, मेरी बीवी ऋतु ने इनकम टैक्स ऑफीसर के साथ चुदाई करने के बाद मेरी सारी टेंशन खत्म कर दी थी. अब मुझे कोई प्राब्लम नहीं थी. ऋतु ने फिर से अपनी मॉडलिंग पे ध्यान देना शुरू कर दिया था और जिम भी जाने लगी थी. अब वो पहले से और भी ब्यूटिफुल हो गयी थी. उसने अपने जिम ट्रेनर को बोल कर अपनी गांड को बड़ी, गोल और सुडौल करने वाली एक्सर्साइज़ करनी शुरू कर दी थी.
मेरी गर्लफ्रेंड ने उसकी सहेली के साथ मेरी चुदाई की विडियो बना ली और उसे ब्लैकमेल करने लगी. बदले में मेरी सीनियर ने उसे मजा चखाने की योजना बनायी. क्या थी वो योजना?
मैंने अपने गाँव की एक औरत की चुदाई की और अक्सर पैसे देकर उसे चोदने लगा. मेरी एक बहन भी है बहुत खूबसूरत. एक दिन उस औरत ने मुझे मेरी बहन के बारे में कुछ बताया. क्या था वो राज?
बहुत देर तक हम दोनों एक दूसरे को किस करते रहे. साना नंगी थी. उसके बदन को देख कर मैं पागल सा हो गया. उसके 36 के चूचे नंगे होने के बाद और भी ज्यादा मस्त लग रहे थे.