अनजान आंटी और उनकी सहेली की चुत चुदाई
मैंने एक आंटी की मदद की उनका सामान उनके घर पहुंचाने में. उन्होंने मुझे अंदर बुला लिया. उनके घर में जाकर मैंने आंटी की चूत चुदाई की. ये सब कैसे हुआ? उनकी सहेली कैसे आयी?
मैंने एक आंटी की मदद की उनका सामान उनके घर पहुंचाने में. उन्होंने मुझे अंदर बुला लिया. उनके घर में जाकर मैंने आंटी की चूत चुदाई की. ये सब कैसे हुआ? उनकी सहेली कैसे आयी?
हेलो दोस्तों राकेश का हेलो सबको और लड़कियों भाभियों आंटीयो को हमारे उसका भी हेलो आशा करता हूँ जैसा रेस्पॉन्स मेरे पहले की कहनियों आप सभी ने दिया वैसा ही इस कहानी मे भी मिलेगा मेरे हर कहानी मेरी अपनी और सच्ची होती है. सच बताओं आज व्हातसाप पे इतने दोस्त मिले हैं और सबसे ज़्यादा उन भाभियों को जो मुझे कभी अकेला फील नही होने देती हैं . और रियली बहुत खुशी मिलती है जब आप ये कहती हैं मैने आप को खुश कर दिया और आप की बदनामी भी नही किया आई फील हॅपी पहले मैं ये पैसों के लिए करता था पर जब से जॉब लगी है फ्री मे करता हूँ. उन लड़कियों का भी शुक्रिया जो अपने बॉय फ़्रेंड के साथ रहते हुए भी सेक्स का मज़ा लेना चाहती हैं क्यों की मैं फोन कर के परेशान नही करता हयद्राबाद नागपुर की भाभियाँ गर्ल्स और आंटी अगर आप भी जीवन के असली मज़े लेना चाहती हैं मुझे बताइए मैं हर सुख दे सकता हूँ कोई पाबंदी नही और ये सब सिर्फ़ हमारे बीच रहेगा मुझे मैल करे मेसेज करें व्हातसाप पे एड करें मेरा नाम राकेश हैं मैं नागपुर मे रहता हूँ अभी हयद्राबाद मे हू 25 उमर हैं 6 इंच का पप्पू है जिसके कई प्यासी चूत दीवानी हैं मेरी आईडी है ******** और इस कहानी मे आप को मेरा नंबर भी मिल जाएगा या मुझे मैल कर के मेरा नंबर ले सकते हैं
मेरा नाम राहत खान है और दिल्ली की रहने वाली हूँ। जो कहानी में आप को सुनाने जा रही हूँ वो एक सच्ची कहानी है और मैं अपना रियल एक्सपीरियंस आप लोगों के साथ शेयर कर रही हूँ।
मैंने उसे कहा नहीं तो तुम्हें यह किसने कहा वह मुझे कहने लगी सर मैंने आपके लैपटॉप में अपनी फोटो देखी और मुझे पता चला कि आप मुझे प्यार करते हैं लेकिन आप ने कभी भी अपने दिल की बात मुझसे नहीं कहीं। मैंने मधु से कहा मैं तुमसे प्यार करता था लेकिन जब मुझे पता चला कि तुम किसी और से ही प्रेम करती हो तो मैंने अपने दिल से तुम्हारा ख्याल निकाल दिया और मैंने उसके बाद कभी भी तुम्हारे बारे में नहीं सोचा। मधु मुझे कहने लगी यदि आपने मुझे पहले यह बता दिया होता तो शायद यह सब नहीं होता आपके जैसा लड़का मुझे मिल पाना शायद मुश्किल होगा कभी भी आपके जैसा लड़का मुझे अपने जीवन में नहीं मिल पाएगा यदि आप के साथ मेरी शादी होगी तो मुझे बहुत अच्छा लगेगा। मुझे नहीं मालूम था कि मधु मुझे इतना पसंद करती है मैं अपने दिल में सिर्फ इसी डर से उससे कह नहीं पाया कि मुझे लगा कि कहीं उसे बुरा लगेगा इसलिए मैंने उसे आजतक अपने दिल की बात नहीं कही थी लेकिन जब उसने यह बात कही तो मैं खुश हो गया और मेरे चेहरे पर वह मुस्कान दुबारा से आ गई जो पहले थी। हम दोनों एक दूसरे के साथ अच्छा समय बिताया करते मुझे उसके साथ में समय बिताना अच्छा लगता था। मधु के पिताजी ने उसके लिए लड़का देख लिया था लेकिन मधु मुझसे प्यार करने लगी थी और हम दोनों का प्यार परवान चढ़ चुका था।
नमस्ते, मेरा नाम हर्षल है. मेरी उम्र 22 साल है. मैं पुणे महाराष्ट्र का रहने वाला हूँ. मेरी कदकाठी सामान्य है … पर मुझे 8 इंच लम्बे लंड की सौगात मिली है. आजकल मैं अक्सर हर हफ्ते अलग अलग औरतों के साथ सोना पसंद करता हूं.
antarvasna अपनी पत्नी के तानों से परेशान होकर उसे फिल्म ले जाने का वादा मुझे पूरा करना ही पड़ा काफी समय से वह मुझसे कह रही थी कि तुम मुझे मूवी दिखाने के लिए ले चलो। उसके पसंदीदा हीरो की फिल्म जो लगी थी और वह चाहती थी कि वह रिलीज के पहले ही दिन अपने पसंदीदा हीरो की पिक्चर देखने के लिए जाए लेकिन मैं उसे कई दिनों से टालने की कोशिश कर रहा था क्योंकि मुझे फिल्मों में बिल्कुल भी रुचि नहीं है। वह हो एक दिन मुझ पर बहुत गुस्सा हो गयी और कहने लगी आपको आज मुझे पिक्चर दिखाने के लिए लेकर जाना ही पड़ेगा। मैं भी उसे मना ना कर सका और आखिरकार उसकी बात को मुझे मानना ही पड़ा क्योंकि वह मुझसे बहुत गुस्सा हो गई थी।
सबसे पहले आप सभी को मेरा प्यार भरा नमस्कार. मेरा नाम लकी है. मैं हरियाणा के सोनीपत जिला के एक गांव का रहने वाला हूँ. मैं एक मिडिल क्लास परिवार से हूँ. मेरी लम्बाई 5 फुट 10 इंच है. अच्छी सूरत और अच्छी कद काठी है. मेरे लंड की लम्बाई 6.2 इंच है. मैं हिंदी में सेक्स स्टोरी पहली बार लिख रहा हूँ. कोई गलती हो तो माफ़ कर देना.
मेरा नाम तरुण है, मैं अहमदाबाद का रहने वाला हूँ. मैं 23 साल का हूँ, अच्छा पढ़ा लिखा हूँ, और वेल सेटलड हूं. आप सभी ने मेरी कहानी पढ़ी है. आप सभी को मेरी कहानी
मेरे काफी जिद करने पर भी रेखा होटल में पार्टी करने पर राजी नहीं हुई. मेरे बहुत बार कहने पर रेखा इस बात पर राजी हुई कि आप रिशा को घुमाने ले जाना.
सभी दोस्तों को मेरा नमस्कार, मैं आपको मेरी वाईफ से सेक्स की कहानी सुनाने जा रहा हूँ, जिसमें किसी भी तरह के झूठ या शक की कोई गुंजाइश ही नहीं है.
अन्तर्वासना मामी की चुदाई की कहानी में पढ़ें कि कैसे मेरी जवान मामी हमारे घर आयी और हम दोनों के बीच नजदीकियां बढ़ गयीं और मामी की चूत और गांड तक पहुँच गयी.
गुंजन मुझे कहने लगी मैं समझ सकती हूं कि तुम मुझसे कितना प्रेम करते हो लेकिन मैं अपने घर वालों के खिलाफ जाकर कोई भी कदम नहीं उठा सकती, मैंने गुंजन से कहा तुम इस बारे में एक बार अपने दिल से सोच कर देखना, गुंजन ने भी कहा ठीक है मैं इस बारे में सोचूंगी। मैं भी उसके पीछे हमेशा जाया करता था धीरे-धीरे गुंजन का नजरिया मेरे लिए बदलने लगा और हम दोनों एक दूसरे के नजदीक आते चले गए लेकिन अभी हमारे बीच में ऐसा कुछ भी नहीं था हम लोग सिर्फ एक अच्छे दोस्त थे। हम दोनों साथ में ही कॉलेज से घर जाया करते थे। मैं एक दिन गुंजन के गांव में ही उतर गया और उसके साथ साथ पैदल चलने लगा रोड से उसके गांव की दूरी 2 किलोमीटर थी। हम दोनों पैदल ही चल रहे थे मैंने गुंजन के हाथ को पकड़ लिया। मैंने जब उसके होठों को चूमा तो मुझे ऐसा लगा जैसे कि मैं जन्नत में चला गया मैंने पहली बार किसी लड़की को किस किया था। उस दिन हम दोनों के बीच जैसे सेक्स को लेकर एक एग्रीमेंट हो चुका था मैंने अपनी सेक्स की पहली नीव रख दी थी। उस दिन मैं सिर्फ गुंजन के साथ स्मूच कर पाया लेकिन उसके बाद तो हम दोनों के बीच यह अक्सर होने लगा। मेरा उसे चोदने का मन होने लगा था एक दिन मैं उसके गांव के पास ही उतर गया हम दोनों साथ में उतरे। मैंने उसे कहा आज मुझे तुम्हें चोदना है वह मुझे कहने लगे यह संभव नहीं है मैं जिससे शादी करूंगी उसी के साथ में सेक्स करूंगी। मैंने उसके स्तनों और उसके होठों को चूमना शुरू कर दिया।
मैं उसके उपर था और वो मेरे नीचे. मैने उसकी चूत मे जीभ डालकर चोदने का प्रथम चरण आरंभ किया. तो उसने भी मेरे लंड को हाथ से हिलाते हुए. मेरी गॅंड के होल को चाटना शुरू किया… इस शॉक से मैं उभर पाता इससे पहले उसने लंड को मूह मे लेकर चूसना शुरू किया… “सिस्टर”
हैलो फ्रेंड्स, मेरा नाम रेखा है. अन्तर्वासना पर मेरी कई कहानियाँ आ चुकी हैं.
इसके लिए मैंने मोहन से मिलने की बात कही तो रूपा तैयार हो गई और मैंने मोहन से कहा देखो मोहन मुझे तुमसे कोई भी परेशानी नहीं है लेकिन मैं चाहता हूं कि रूपा पहले अपनी जिंदगी में कुछ कर ले वह अपने पैरों पर खड़ी हो जाए उसके बाद तुम दोनों शादी कर लो मुझे तुम्हारे रिश्ते से कोई आपत्ति नहीं है। मोहन कहने लगा बाबूजी रूपा आपको बहुत ज्यादा मानती है और आपका बहुत सम्मान करती है इसलिए पहले वह कुछ कर ले उसके बाद हम लोग अपने रिश्ते के बारे में सोचेंगे। यह कहते हुए मोहन घर से चला गया जब मोहन चला गया तो उसके बाद रूपा मुझे कहने लगी बाबू जी आप मुझसे कितना प्यार करते हैं मैंने सब सुन लिया था। वह मेंरे गले लग कर के कहने लगी मैं आपको छोड़कर कभी नहीं जाऊंगी मेरी आंखों में आंसू आ चुके थे और मुझे इस बात का अंदाजा लग चुका था कि वह दोनों एक दूसरे से कितना प्यार करते हैं। मैं भी उन दोनों के रिश्ते के बीच में नहीं आना चाहता था रूपा भी पूरी मेहनत करने लगी और उसकी बीएड की पढ़ाई पूरी हो चुकी थी उसके बाद उसका सिलेक्शन एक अच्छे स्कूल में हो गया। रूपा इस बात से बहुत खुश थी और कुछ ही समय बाद मैंने मोहन के साथ रूपा की शादी कर दी मुझे कभी अकेलापन सा महसूस होता था लेकिन रूपा को तो जान ही था। मैं दिन रात सिर्फ इसी चिंता में लगा रहता की जब रूपा की शादी हो जाएगी तो उसके बाद मैं कैसे अपना जीवन अकेले व्यतीत करूगा शायद मेरी किस्मत में हमारे पड़ोस में रहने वाली कल्पना भाभी थी। वह मुझे तिरछी निगाहों से देखती रहती थी एक दिन मैंने उन्हें अपने पास बुलाया तो हम दोनो ने काफी देर तक बात की उनके पति का देहांत हो चुका था वह भी अकेलेपन से जूझ रही थी। मैं उनकी पीड़ा को समझ सकता था वह मेरी पीड़ा को समझ सकती थी हम दोनों एक दूसरे से जब भी बात करते तो बहुत अच्छा लगता।
मेरी शादी की रात सारी रस्में खत्म होने के बाद मेरी ननद मुझे एक कमरे में ले कर गई.. जो पहले से फूलों और दूसरी सजावटी चीजों से सजा हुआ था, साथ ही उस कमरे में से एक अलग ही खुशबू आ रही थी।
मुझे तीन महीने के लिए अपनी ममेरी बहन के घर रहना था. वो तलाकशुदा थी और बहुत सेक्सी थी. बहन की चुत मिल जाती तो मजा आ जाता. उसके मोबाइल में मैंने देखा कि .
मेरी चुदाई की कहानी में पढ़ें कि मैं मेरी सहेली को डिलीवरी के लिए अस्पताल ले गयी. रात को मैं वहीं रुकी. और मेरी चुदासी चूत और गांड की चुदाई कैसे हुई?
hindi sex story गरिमा की शादी की पूरी तैयारियां हो चुकी थी उसके घर में रंग बिरंगी लड़ियाँ लगी हुई थी और घर पूरी तरीके से चमक रहा था हमारे घर से गरिमा का घर साफ दिखाई दे रहा था इसलिए मैं गरिमा के घर को देख पा रही थी। मुझे बहुत खुशी थी कि गरिमा की शादी होने जा रही है और उसके चेहरे पर भी कहीं ना कहीं इस बात की खुशी थी कि उसके मनपसंद का लड़का उसे मिलने जा रहा है। मैं जब गरिमा से मिलने के लिए गई तो गरिमा के घर में पकवानों की खुशबू और मसालेदार खाने से घर पूरी तरीके से महक चुका था और घर में खुशनुमा माहौल बना हुआ था। मैं जब गरिमा से मिली तो गरिमा कहने लगी काजल आखिरकार तुम्हे समय मिल गया मैं तुम्हारा इंतजार कब से कर रही थी और तुम अब जाकर आ रही हो। मैंने गरिमा से कहा यार सॉरी आने का समय नहीं मिल पाया, मैं भी उस वक्त क्या कहती मेरे पास कोई जवाब नहीं था।
कुछ देर बाद मैं भी झड़ने वाला था… तो उन्होंने मेरे लंड से हटते हुए मेरे लंड को मुँह में लिया और ज़ोर जोर से चूसने लगीं. मैं भाभी के मुँह में ही झड़ गया.
हाय आई एम सिद्धार्थ देल्ही का रहने वाला हूँ मैं 1स टाइम स्टोरी लिख रहा हूँ जो मैने अपनी सुशीला आंटी को चोदा. यह स्टोरी मेरी और मेरी आंटी की है, मेरी आंटी की उमर 35ईयर्स है और उनकी हाइट भी काफ़ी अछी है बड़े बड़े बूब्स और बड़ी बड़ी गॅंड के साथ वो एक कामदेवी से कम नही लगती है. मेरी उमर 23ईयर की है बॉडी अछी है बट कभी मैने अपने लंड का साइज़ मेजर नही किया और ज़रूरत भी नही पड़ी और इतना है जो किसी आंटी भाभी और किसी भी लड़की को सॅटिस्फाइ कर सकता है और कोई भी आंटी भाभी या गर्ल मुझसे सीक्रेट रीलेशन रखना चाहती हो तो मुझे मैल करे [email protected] पर. आपको और ना बोर करते हुए सीधे स्टोरी पर आता हूँ, मेरे घर मे मेरी मा पापा भाई और मेरे अंकल आंटी और उनके बच्चे रहते. मैं घर मे सबसे शर्मिला लड़का हूँ आंटी से बोहोत कम बात करता था मैने कभी आंटी के लिए कभी ग़लत नही सोचा था बट इस पर स्टोरी पढ़ने के बाद और उन्हे एक बार कपड़े चेंज करते हुए देखने के बाद आंटी को मैं ग़लत नज़रो से देखने लगा.
नमस्कार दोस्तो, मेरा नाम राज है. मैं गुजरात में भावनगर से हूँ. हालांकि अब मैं सूरत में रहता हूँ.
मैं अहमदाबाद का रहने वाला हूं और हम लोग जिस कॉलोनी में रहते हैं उसी कॉलोनी में हमारे पड़ोस में राकेश और उसका परिवार रहता हैं राकेश और मेरा परिवार कई वर्षों से एक दूसरे को जानता है। राकेश से मेरी बहुत अच्छी दोस्ती है एक दिन वह बहुत ज्यादा चिंतित नजर आ रहा था मैंने उसे कहा तुम इतना ज्यादा परेशान क्यों हो वह कहने लगा अमन मैं तुम्हें क्या बताऊं मीनाक्षी ने तो हमारे घर का माहौल ही पूरी तरीके से खराब कर दिया है। मैंने उसे कहा मीनाक्षी ने ऐसा क्या किया अमन मुझे कहने लगा यार मैं तुम्हें कैसे बताऊं मुझे तो बताने में भी अच्छा नहीं लग रहा है मैंने राकेश से कहा तुम बताओ तो सही आखिरकार हुआ क्या है। वह कहने लगा दरअसल मीनाक्षी एक लड़के से प्यार करती है और वह लड़का कुछ भी काम नहीं करता मीनाक्षी चाहती है कि हम लोग उसकी शादी उससे करवा दें।
उन्होंने बहुत कोशिश की, लेकिन मैंने मना कर दिया.