प्यासी भाभी ने मेरी प्यास भी बुझवा दी – Part 2
मैंने भाभी से वैसे ही झूठ कह दिया जबकि मैं अपने ब्वॉय फ्रेंड से कई बार चुदवा चुकी थी.
मैंने भाभी से वैसे ही झूठ कह दिया जबकि मैं अपने ब्वॉय फ्रेंड से कई बार चुदवा चुकी थी.
Antarvasna मैं हरियाणा के छोटे से गांव का रहने वाला हूं वहीं पर मेरी पैदाइश हुई और मेरे स्कूल की पढ़ाई भी वहीं हुई उसके बाद मेरे पिताजी रोहतक आ गए थे मैंने अपने कॉलेज की पढ़ाई रोहतक से ही की। कुछ समय तो हम लोग रोहतक रहे उसके बाद दोबारा मेरे पिताजी गांव चले गए और वह गांव में रहकर खेती का काम करते हैं मैंने भी सोचा कुछ समय तक मैं रोहतक में जॉब कर लेता हूं। करीब एक साल तक मैंने रोहतक में नौकरी की मैं एक छोटी सी कंपनी में काम करता था हमारा छोटा सा ऑफिस था और मुझे पता ही नहीं चला कि कब एक साल हो गया। फिर मुझे लगा कि मुझे कहीं बड़े शहर जाना चाहिए रोहतक में रहकर ना तो मेरी तनख्वाह बढ़ने वाली थी और ना ही मैं आगे कुछ काम सीखने वाला था इसलिए मैंने दिल्ली जाने की सोची।
उसके बाद मैंने आंटी की नाइटी को उतार कर उनको नंगी कर दिया.
जब वह सुनीता के साथ रहने लगे तो पिताजी इस बात से बहुत दुखी हुए उन्हें इस बात का बहुत गहरा सदमा लगा जिससे कि उनकी तबीयत पर भी असर पड़ने लगा उनका स्वास्थ्य भी खराब रहने लगा था। वह काफी बीमार भी रहने लगे मैंने उनकी काफी देखभाल की रोहित मुझे मानसिक रुप से हमेशा ही सपोर्ट किया करता और कहता तुम हार मत मानो सब कुछ ठीक हो जाएगा। रोहित के इतने कहने से मुझे भी एक ताकत मिलती और पिताजी की तबीयत में भी सुधार होने लगा था। भैया तो घर से जा चुके थे हमारे परिवार में सिर्फ 3 लोग ही रह गए थे मम्मी भी इस बात से काफी दुखी रहती थी लेकिन मम्मी अपने दुख को किसी के सामने बयां नहीं कर पाती थी लेकिन वह ना चाहते हुए भी कभी ना कभी कह ही देती थी मोहन ने बहुत गलत किया। मेरे और रोहित के बीच सब कुछ ठीक था हम दोनों एक दूसरे से बात किया करते लेकिन मेरे पिताजी अब तक हम दोनों के रिश्ते को मान नहीं पाए थे उन्होंने अपनी स्वीकार्यता हमें नहीं दी थी। हम दोनों को रिलेशन को काफी समय हो चुका था एक दिन रोहित ने मुझसे मिलने की इच्छा जाहिर की। हम लोग अक्सर मिला करते थे लेकिन उस दिन ना जाने हम दोनों के दिल मे ऐसा क्या चल रहा था जिससे कि मेरे और रोहित के में उत्सुकता पैदा होने लगी। मैं रोहित के प्रति खिची चली गई रोहित को मैं अपना तन बदन सौंपना चाहती थी। उस दिन हम दोनों ने साथ में जाने का फैसला किया रोहित और मैं कार से रोहित के घर गए। जब हम लोग रोहित के घर पहुंचे तो वहां पर उसकी मम्मी बैठी हुई थी उसकी मम्मी को हम दोनों से कोई आपत्ति नहीं थी।
मैं बहुत ज्यादा खुश था और मेरी खुशी का ठिकाना ना था लेकिन सिमरन की सगाई हो चुकी थी और उसके बाद लड़के ने उसे ठुकरा दिया था जिस वजह से सिमरन ने मेरे साथ सगाई करने से मना कर दिया। मैंने उसके माता-पिता से भी बात की थी लेकिन वह कहने लगे बेटा हम बिना सिमरन के इजाजत के कैसे किसी के साथ उसकी शादी कर दें। मैंने जब यह बात बाबू जी को बताई तो वह कहने लगे कि बेटा जरूर सिमरन से तुम्हारी शादी हो जाएगी और मैं इसी आस में था कि मेरी शादी सिमरन से हो जाए और आखिरकार सिमरन मेरी बात मान गई। जब सिमरन मेरी बात मानी तो हम दोनों की सगाई हो चुकी थी अब हम दोनों जल्दी एक दूसरे से शादी करने वाले थे और जब हम दोनों की शादी हो गई तो मुझे बहुत खुशी हुई कि मेरी शादी सिमरन से हो चुकी है। शादी की पहली रात जब सिमरन के साथ मैं कमरे में था तो मै खुश था। मैने सिमरन से बात की मेरा लंड उसे देखकर हिलोरे मार रहा था मैं चाहता था कि उसे उसी वक्त चोदू लेकिन सिमरन के भी कुछ अरमान थे मैं उन्हें जानना चाहता था और पहली रात में यादगार बनाना चाहता था। इसके लिए मैंने पूरी तैयारी कर रखी थी मैंने अपनी जेब में सरसों की तेल की शीशी रखी हुई थी। जब मैंने उसके हाथ को पकड़ना शुरू किया तो वह भी समझ गई कि अब मेरी चूत मारी जाने वाली है और इसी के साथ उसने अपने आप को मेरे आगे समर्पित कर दिया। वह बिस्तर पर लेट गई थी मैं उसके लिपस्टिक लगे होठो का रसपान करें जा रहा था। मैंने काफी देर तक उसके लिपस्टिक लगे होठों को चूसना जारी रखा जिससे कि मैं पूरी तरीके से जोश में आ चुकी थी और काफी देर तक मैंने उसके साथ किस का आनंद लिया। मैंने अब धीरे धीरे उसके कपड़े उतारने शुरू कर दिए वह पूरे लाल जोड़े में थी और उसने पेंटी ब्रा भी लाल रंग की पहनी हुई थी।
अपना अण्डरवियर उतारकर मैंने अपने लण्ड पर हाथ फेरा और ढेर सी क्रीम लण्ड पर चुपड़ कर मैं रेखा की टांगों के बीच आ गया. रेखा की मांसल जांघें और ताजा ताजा शेव की गई डबलरोटी जैसी चूत मुझे आमंत्रित कर रहे थे. चूदाई का भरपूर मजा लेने के लिए मैंने रेखा के चूतड़ों के नीचे एक तकिया रखा. रेखा की चूत के होंठ फैला कर मैंने अपने लण्ड का सुपारा रखा और पूरा लण्ड एक ही बार में पेल दिया.
धीरे से मैंने उसके गाल पर किस किया, उसने कुछ नहीं कहा बल्कि इसके थोड़ी देर बाद उसने भी मेरे गाल पर किस किया।
रात को दीदी ने मम्मी को बहुत सेक्सी नाइटी दी, खुद भी पहनी, मैं कमरे में चली गयी।
मैं किस करते करते ऊपर को गया और उसके होंठों को चूसने लगा. एक हाथ नीचे करके मैंने अपना लंड उसकी चुत पे सैट किया और एक ही झटके में पूरा लंड अन्दर चला गया. उसकी उम्म्ह… अहह… हय… याह… निकल गई. उसने मुझे धीरे धीरे चुदाई करने को कहा.
दोस्तो, मेरा नाम अखिल है। मैं दिल्ली का रहने वाला हूं। आज मैं आपको एक सच्ची बहनचोद कहानी बताना चाहता हूं। ये कहानी मेरी और मेरी बहन के बीच हुई एक सच्ची घटना है। मैं अपने बारे में बता दूं कि मेरी उम्र 25 साल है। रंग गोरा है और हाइट 5.9 फीट है।
फिर मैंने आंटी की ब्रा भी उतार दी और उनकी चूचियों को चूसने लगा. आंटी अपने मुँह से ‘ऊ ऊ ऊह उऊऊ आहह.. स्स्ड्ड..’ आवाज करने लगीं.
पढ़ाई के लिए मैंने कमरा किराये पर लिया. मकान मालकिन भाभी मस्त माल थी. एक बार भैया कुछ दिनों के लिए बाहर गए तो मुझे ख्याल रखने को कह गए. भाभी ने मुझे कैसे पटाया?
मैंने पूछा- अगर मैं तुम्हारी बीवी होती तो तुम क्या करते?
आंटी ने फ्रेश होने के बाद नाइटी डाल ली और मैं बॉक्सर मे था आंटी टाइट नाइटी मे बोहोत ही सेक्सी लग रही थी और मैं उन पर टूट पड़ा हमने 2मिनट तक स्मूच किया फिर मैं उन के नाइटी को उतार दिया और ब्रा और पैंटी को भी मेरे सामने आंटी पहली बार नंगी हुई थी और वो काफ़ी सेक्सी लग रही थी सो मैं उनका दूध पीने लगा एक बूब्स को दबा रहा था और दूसरे को चूसने लगा और साथ ही साथ उनकी चूत मे उंगली करने लगा जिससे वो और मदहोश हो गयी और मेरे बॉक्सर को उतारकर लंड को दबाने लगी और उन्होने मेरे लंड अपने मूह मे लेकर लोलीपोप की तरह चूसने लगी और मैं उनके मूह मे झड़ गया और मैं उनकी चुत को चाटने लगा वो आअहह अहह कम सिड कम घुस जा मेरी चुत मे यह सब सुनकर मैं और जोश मे आ गया और उनका पूरा पानी पी गया फिर उन्होने कहा सिड बेबी अब अपनी आंटी को मत तडपा और मैने अपना लॅंड उनकी चुत मे रगड़ा और फिर उसमे धक्का लगाया पर उनकी चुत टाइट थी तो एक बार मे नही गया
फिर आखिर एक दिन वो मौका आ ही गया. मॉम डैड कोई काम से गांव गए थे और भाई अपने दोस्तों के साथ घूमने और फ़िल्म देखने गए थे. दोपहर के 2 बजे थे, पूरा घर सूना था. सब अपने अपने घर में सोये हुए थे. मैं भी टीवी देख रहा था.
अगली सुबह ताई मेरे साथ बिस्तर पर नंगी सो रही थी. मैंने उनकी चूचियों को छेड़ा तो वो जाग गयी. मेरा लंड टनटना रहा था.
मेरी मकान मालकिन भाभी बहुत सेक्सी थी. वो मुझ पर डोरे डाल रही थी और मैं भी भाभी की चुदाई करना चाहता था लेकिन डरता था. मैंने कैसे भाभी की चुदाई की?
दोस्तो, मेरा नाम परम है और मैं दिल्ली में रहता हूं। मैं हमेशा से ही हिन्दी सेक्स स्टोरी पढ़ा करता था। आज मैं भी आपको अपने साथ हुई एक सच्ची घटना बताना चाहता हूं। यह कहानी एकदम सच है। ये मेरी पहली स्टोरी है. मैंने अन्तर्वासना की बहुत सारी कहानियां पढ़ी हैं. सारी कहानियां एक से बढ़कर एक हैं. मैं वैसी कहानी तो आपको पेश नहीं कर पाऊंगा क्योंकि इस साइट पर उच्च कोटि के लेखक कहानी लिखते हैं.
राजेश कहने लगा भैया आपने मेरे लिए इतना कुछ किया है पिताजी के देहांत के बाद आपने ही तो मुझे संभाला है, कंचन का नेचर हालांकि पहले से ज्यादा बदल चुका है और ना जाने उसे भाभी से क्या आपत्ति है लेकिन फिर भी मैं उन बातों को गौर नहीं करता। मैं भी वहीं बैठी हुई थी मैंने राजेश से कहा देखो राजेश मैं तुम्हें काफी समय से जानती हूं मैंने कभी भी तुम्हारे बारे में गलत नहीं सोचा, राजेश कहने लगा भाभी मैं आपके नेचर को जानता हूं आप बहुत ही अच्छी हैं, राजेश कहने लगा मैं इस बारे में कंचन से बात करता हूं और वह यह कहते हुए वहां से चला गया। राजेश ने कंचन को बहुत समझाया लेकिन वह बिल्कुल भी ना समझी मैंने भी सोचा मुझे अपना रंग दिखाना पड़ेगा। मैं राजेश को अपने बस में करना चाहती थी उसके लिए सिर्फ मेरे पास एक ही रास्ता था मुझे उसके साथ सेक्स करना जरूरी था। एक दिन मैं अपने कमरे में बैठी हुई थी राजेश मेरे पास आया और कहने लगा भाभी आप क्या कर रही हो। मैंने उसे कहा बस राजेश ऐसे ही बैठी हूं मैंने उसे कहा आओ मेरे पास बैठो। वह मेरे पास आकर बैठ गया जब वह मेरे पास आकर बैठा तो मैंने उससे बात करना शुरू कर दिया वह मुझे कोई भी जवाब नहीं दे रहा था लेकिन मुझे तो पता था कि मुझे उसके साथ सेक्स करना ही है।
मेरी शादी की रात सारी रस्में खत्म होने के बाद मेरी ननद मुझे एक कमरे में ले कर गई.. जो पहले से फूलों और दूसरी सजावटी चीजों से सजा हुआ था, साथ ही उस कमरे में से एक अलग ही खुशबू आ रही थी।
मेरा नाम तरुण है, मैं अहमदाबाद का रहने वाला हूँ. मैं 23 साल का हूँ, अच्छा पढ़ा लिखा हूँ, और वेल सेटलड हूं. आप सभी ने मेरी कहानी पढ़ी है. आप सभी को मेरी कहानी
यह सिस्टर सेक्स स्टोरी मेरी पहली और सच्ची कहानी है, अगर कोई गलती हो तो माफ़ करना।
नमस्कार दोस्तो, मैं आपको अपनी एक कहानी बताने जा रही हूं. मुझे ये कहानी बताने में थोड़ा अजीब लग रहा है लेकिन ये मेरी अपनी कहानी है इसलिए मैं आपको बता रही हूं.