बहन की ग़लती, मां का राज़-1
जवान होने पर भी मैंने कोई चूत नहीं देखी थी. मैंने गाँव की एक औरत को पटाने की कोशिश की. वो मुझे चूत देने के लिए तैयार भी हो गयी. मैंने उस औरत की चुदाई कैसे की?
जवान होने पर भी मैंने कोई चूत नहीं देखी थी. मैंने गाँव की एक औरत को पटाने की कोशिश की. वो मुझे चूत देने के लिए तैयार भी हो गयी. मैंने उस औरत की चुदाई कैसे की?
मेघा कहने लगी ठीक है लेकिन हम लोग आज शाम को मिलते हैं मैं और मेघा मॉल में ही मिले और हम लोग उनके स्टाफ की कैंटीन में ही बैठे हुए थे। हम दोनों आपस में बात कर रहे थे मैंने मेघा को समझाया और कहां देखो मेघा मैं तुमसे बहुत प्यार करता हूं और मैं नहीं चाहता कि कभी भी हमारे बीच में झगड़े हो लेकिन तुम्हें भी कुछ चीजों को समझना पड़ेगा। उस दिन मैं वाकई में अपने ऑफिस के काम के सिलसिले में बिजी था इसलिए मैं आ नहीं पाया लेकिन इसका यह मतलब तो नहीं है कि तुम छोटी छोटी चीजों को बड़ा बना दो जिस वजह से हम दोनों के बीच में झगड़े हो इसलिए तुम्हें भी कहीं ना कहीं समझना ही पड़ेगा। मेघा मुझे कहने लगी ठीक है मैं कोशिश करूंगी लेकिन तुम भी तो मेरी बातों को समझ सकते हो और मुझसे प्यार से बात कर सकते हो उस दिन तुमने मुझसे बहुत ही गुस्से में बात की तो मुझे भी बहुत बुरा लगा इसलिए मुझे भी बहुत गुस्सा आया और इसी वजह से मैंने तुमसे बात नहीं की। मैंने मेघा को समझाया और कहा ठीक है आज के बाद ना ही तुम कभी किसी चीज को लेकर मुझ से जिद करोगी और ना ही मैं तुम्हारी बात को टालूंगा। अब हम दोनों के बीच इस बात को लेकर सहमति बन चुकी थी कि हम दोनों एक दूसरे को समझेंगे और उसके बाद हम दोनों एक दूसरे को अच्छे से समझने लगे और हम दोनों के बीच प्यार और ज्यादा मजबूत हो गया। एक दिन भाभी ने मुझसे और मेघा से पूछा तुम दोनों शादी के बारे में सोचोगे या फिर सिर्फ एक दूसरे के साथ बातें करते रहोगे मैंने भाभी से कहा देखते हैं भाभी अभी तो इस बारे में फिलहाल सोचा नहीं है।
माँ बेटा सेक्स की गंदी कहानी में पढ़ें कि कैसे मैं अपने दो जवान बेटों से चुद गई. असल में मेरा तलाक हो चुका था और तब से मैं चुदी नहीं थी. अपनी वासना शांत करने के लिए मैंने …
सभी दोस्तों को मेरा नमस्कार, मैं आपको मेरी वाईफ से सेक्स की कहानी सुनाने जा रहा हूँ, जिसमें किसी भी तरह के झूठ या शक की कोई गुंजाइश ही नहीं है.
दोस्तो! मेरा नाम दीपक है, मैं 26 साल का हूँ. मेरी लम्बाई 6 फीट और 1 इंच है. मैं देखने में काफी गोरा हूं और मेरी लम्बाई की वजह से मेरी पर्सनेलिटी भी अच्छी दिखाई देती है.
मीनाक्षी ने उस वक्त मेरा बहुत साथ दिया और मुझे उस समय एहसास हुआ कि मीनाक्षी ही मेरा साथ दे सकती है और एक दिन मैंने मीनाक्षी से कहा मैं तुमसे मिलने के लिए आ रहा हूं। मीनाक्षी मुझे कहने लगी तुम मुझसे मिलकर क्या करोगे लेकिन मैंने तो जैसे ठान ली थी कि मैं मीनाक्षी से मिलकर ही रहूंगा और मैं मीनाक्षी से मिलने के लिए उसके गांव चला गया। उसका गांव राजस्थान में है उसका गांव जयपुर से कुछ ही दूरी पर है, मैं जब उसके गांव में पहुंचा तो वहां पर रहने की कोई व्यवस्था नहीं थी इसलिए मीनाक्षी ने मुझे अपने घर पर ही रुकवा दिया। मीनाक्षी ने यह कहकर मुझे रुकवाया की यह मेरा दोस्त है और कुछ काम के सिलसिले में यहां आया हुआ है लेकिन मेरा तो कोई काम नहीं था मैं सिर्फ मीनाक्षी से ही मिलने के लिए वहां गया हुआ था। मैं जब मीनाक्षी से मिला तो मुझे बहुत खुशी हुई मैंने मीनाक्षी से कहा मै तुमसे मिलना चाहता था और मुझे तुमसे मिलकर बहुत अच्छा लगा मीनाक्षी ने मुझे कहा मैं कुछ दिनों बाद दिल्ली आऊंगी तो तुमसे मुलाकात करूंगी। मैं अब दिल्ली वापस लौट आया और मैं मीनाक्षी का इंतजार करने लगा लेकिन मीनाक्षी दिल्ली आई ही नहीं मैंने उसे कहा तुम दिल्ली कब आओगी वह कहने लगी बस मैं जल्दी ही दिल्ली आने वाली हूं। कुछ दिनों बाद मीनाक्षी दिल्ली आ गई मुझे बहुत खुशी हुई मैं इतना खुश था कि मैंने मीनाक्षी को गले लगा लिया। मुझे समझ नहीं आया था कि महिमा ने ऐसा मेरे साथ क्यों किया लेकिन मैं अब मीनाक्षी के साथ अपना रिलेशन चलाना चाहता था। मैंने मीनाक्षी से अपने दिल की बात भी कह दी वह तो मुझे पहले से ही चाहती थी तो भला वह मुझे कैसे मना कर सकती थी। मीनाक्षी ने मुझे हां कह दिया था और उसका साथ मुझे मिल चुका था वह कुछ दिनों तक दिल्ली में ही रुकने वाली थी।
इन दोनों ने मुझे पकड़ कर दूसरे रूम में बंद कर दिया और बोले कि अब जो होना था वो तो हो गया है अब चिल्लाने से कोई फायदा नहीं है. उन्होंने उसके बाद मेरे सामने इन दोनों की चुदाई की वीडियो लगा दी. मैं चाह कर भी कुछ नहीं कर सकती थी. इसके पापा ने मुझे चोदना भी छोड़ दिया था.
हाय आई एम सिद्धार्थ देल्ही का रहने वाला हूँ मैं 1स टाइम स्टोरी लिख रहा हूँ जो मैने अपनी सुशीला आंटी को चोदा. यह स्टोरी मेरी और मेरी आंटी की है, मेरी आंटी की उमर 35ईयर्स है और उनकी हाइट भी काफ़ी अछी है बड़े बड़े बूब्स और बड़ी बड़ी गॅंड के साथ वो एक कामदेवी से कम नही लगती है. मेरी उमर 23ईयर की है बॉडी अछी है बट कभी मैने अपने लंड का साइज़ मेजर नही किया और ज़रूरत भी नही पड़ी और इतना है जो किसी आंटी भाभी और किसी भी लड़की को सॅटिस्फाइ कर सकता है और कोई भी आंटी भाभी या गर्ल मुझसे सीक्रेट रीलेशन रखना चाहती हो तो मुझे मैल करे [email protected] पर. आपको और ना बोर करते हुए सीधे स्टोरी पर आता हूँ, मेरे घर मे मेरी मा पापा भाई और मेरे अंकल आंटी और उनके बच्चे रहते. मैं घर मे सबसे शर्मिला लड़का हूँ आंटी से बोहोत कम बात करता था मैने कभी आंटी के लिए कभी ग़लत नही सोचा था बट इस पर स्टोरी पढ़ने के बाद और उन्हे एक बार कपड़े चेंज करते हुए देखने के बाद आंटी को मैं ग़लत नज़रो से देखने लगा.
ताऊ ने बुआ की टांगों को अपने हाथों से थोड़ा और फैलाया और फिर तेज-तेज जोश भरे धक्के लगाने लगे. मैं हैरान था कि ताऊ जी इस उम्र में भी एक जवान प्यासी चूत की प्यास इतने अच्छे तरीके से बुझा रहे हैं. अगर मैं ताऊ की जगह होता तो कब का झड़ गया होता.
kamukta, antarvasna मेरा चक्कर मेरे पड़ोस में रहने वाले मुकेश के साथ चलता है मुकेश से मैं एक शादी के दौरान मिली थी। मैं जब उससे मिली तो उस वक्त मेरे पति भी मेरे साथ थे लेकिन उसके चेहरे की चमक एक अलग ही प्रकार की थी मै उसे अपना किसी भी हालत में बनाना चाहती थी। मैंने उससे फेसबुक के माध्यम से बात की, जब हम दोनों की दोस्ती हो गई तो मैं मुकेश से अपनी चूत मरवाना चाहती थी। मै उसके लिए इतनी ज्यादा बेताब थी मैंने उससे अपनी चूत मरवाने की ठान ली जब पहली बार उसने मुझे चोदा तो मुझे ऐसा लगा जैसे मैं जन्नत में चली गई हूं। उसके बाद मुझे बहुत अच्छा मौका मिल गया मेरे पति भी विदेश नौकरी के लिए चले गए मुझे जैसे खुलकर आजादी मिल गई मैं मुकेश से हमेशा चुदने के लिए तैयार रहती। जैसे उसके लंड ने मुझे अपना दीवाना बना दिया था क्योंकि उसका लंड 10 इंच मोटा और लंबा था लेकिन मुझे उस वक्त मुकेश के साथ सेक्स करने का मौका नहीं मिला जब मेरी ननंद घर से भाग गई।
मैं किस करते करते ऊपर को गया और उसके होंठों को चूसने लगा. एक हाथ नीचे करके मैंने अपना लंड उसकी चुत पे सैट किया और एक ही झटके में पूरा लंड अन्दर चला गया. उसकी उम्म्ह… अहह… हय… याह… निकल गई. उसने मुझे धीरे धीरे चुदाई करने को कहा.
मेरा नाम महेश है। मैं राजस्थान की राजधानी जयपुर से हूँ। दिखने में सुन्दर हूँ। बदन भी मस्त है। मैं अपनी ज्यादा बड़ाई नहीं करूंगा। मेरा लण्ड मोटा ओर लंबा है जो किसी औरत को खुश करने के लिए काफी है।
उस शाम मुस्कान को शाम को एक पार्टी में जाना था. इसलिए वो पार्लर गयी थी. मैं और शिशिर हम दोनों लोग खुश थे कि मेरी सहेली शाम को पार्टी में जाएगी और मैं मेरे पति के सोने के बाद अपनी सहेली के पति से सेक्स करूंगी.
हैलो, मेरा नाम नेहा है. मैं अपनी एक सेक्स कहानी आपको बताने जा रही हूँ. मुझे उम्मीद है कि आपको मेरी कहानी पसंद आएगी. मेरी चूत को मेरी सहेली के बड़े भाई ने चोदा था. वो मुझे आज भी चोदते हैं और वो मेरी चूत को चोद कर बहुत खुश भी हैं. मुझे भी एक मस्त लंड मिल गया है, जिससे मैं अपनी चूत को चुदवा कर अपनी चूत की खुजली को शांत रख पाती हूँ.
जो कहानी मैं आप लोगों को सुनाने जा रहा हूं वह केवल एक कहानी नहीं है बल्कि एक सच्चाई है. मैं आज आपको अपनी बुआ की कहानी बताऊंगा जो मेरे ताऊ जी के साथ हुई एक सच्ची घटना है. आगे बढ़ने से पहले मैं आपको अपनी बुआ और ताऊ जी के बारे में कुछ बता देना चाहता हूँ.
वो मेरे बेडरूम में आया, मैंने उसको खाना खिलाया और उसके बाद हम दोनों लोग एक दूसरे की बांहों में आकर एक दूसरे से बातें करने लगे. मैं उससे बात करने के बाद रसोई में थोड़ा काम करने चली गयी और बर्तन धोने लगी.
कॉलेज लाइफ में खूब लंड लिये. कॉलेज के बाद लंड नहीं मिला. मेरी सहेली ने सगे भाई बहन का सेक्स सुझाया. मैंने क्या किया? भाई बहन की चुदाई की कहानी में पढ़ें.
मेरे स्कूल की एक सेक्सी टीचर प्रिंसीपल से सेट थी, चुदाई करवाती थी. मैं भी उस टीचर की चूत मारना चाहता था. मुझे पहले मैडम की गांड मारने का मौक़ा मिला. कैसे?
मेरा नाम मोंटू है. फेसबुक पर सब मुझे आशीष के नाम से भी जानते हैं. मेरी उम्र 19 साल की है. यह मेरी पहली गांड की चुदाई सेक्स स्टोरी है, जो मैं आज आप सभी के साथ साझा कर रहा हूँ.
मेरी बीवी की सहेली सुंदर सेक्सी नहीं थी पर वो मुझ पर मरती थी. मैंने भी सोचा कि साली अगर चूत दे रही है तो मार लो. एक दिन मैं उसके घर चला गया. वहां पर क्या हुआ?
आंटी ने फ्रेश होने के बाद नाइटी डाल ली और मैं बॉक्सर मे था आंटी टाइट नाइटी मे बोहोत ही सेक्सी लग रही थी और मैं उन पर टूट पड़ा हमने 2मिनट तक स्मूच किया फिर मैं उन के नाइटी को उतार दिया और ब्रा और पैंटी को भी मेरे सामने आंटी पहली बार नंगी हुई थी और वो काफ़ी सेक्सी लग रही थी सो मैं उनका दूध पीने लगा एक बूब्स को दबा रहा था और दूसरे को चूसने लगा और साथ ही साथ उनकी चूत मे उंगली करने लगा जिससे वो और मदहोश हो गयी और मेरे बॉक्सर को उतारकर लंड को दबाने लगी और उन्होने मेरे लंड अपने मूह मे लेकर लोलीपोप की तरह चूसने लगी और मैं उनके मूह मे झड़ गया और मैं उनकी चुत को चाटने लगा वो आअहह अहह कम सिड कम घुस जा मेरी चुत मे यह सब सुनकर मैं और जोश मे आ गया और उनका पूरा पानी पी गया फिर उन्होने कहा सिड बेबी अब अपनी आंटी को मत तडपा और मैने अपना लॅंड उनकी चुत मे रगड़ा और फिर उसमे धक्का लगाया पर उनकी चुत टाइट थी तो एक बार मे नही गया
उन्हें इस बात की खुशी थी की रोहन का रिश्ता हो जाएगा तो शायद रोहन भी अपनी जिम्मेदारियों को समझने लगेगा। मैंने जब मनमोहन जी और अपने मामा की मुलाकात करवाई तो वह लोग आपस में एक दूसरे से बात करने लगे। मामा जी ने रोहन के बारे में उन्हें सब कुछ बता दिया था और कुछ ही दिनों बाद मनमोहन जी ने काजल की मां को भी अपने पास बुला लिया। काजल से मैं पहली बार ही मिला था उसकी तस्वीर देख कर वह बहुत अच्छी लग रही थी और असल में भी वह बहुत सुंदर थी। उसके भाग्य की वजह से शायद उसकी शादी नहीं हो पाई थी परंतु अब मामा जी और काजल की मां के बीच पूरी बातचीत हो चुकी थी जिस वजह से वह काजल की शादी रोहन से करवाने को तैयार हो चुकी थी। मामा जी भी बहुत खुश थे मामा जी ने मुझे कहा कि यह सब तुम्हारी वजह से ही हो पाया है। मैंने मामा जी से कहा ऐसी कोई बात नहीं है मुझे भी रोहन की चिंता रहती है इसीलिए तो मैंने आपको काजल के बारे में बताया फिर काजल और रोहन की शादी बड़े धूमधाम से हुई। काजल और रोहन की शादी के बाद रोहन के चेहरे पर बड़ी मुस्कुराहट रहती। मैंने उससे पूछा तुम बड़े खुश रहते हो? वह मुझे शर्माते हुए कहने लगा भैया पूछिए मत बस मैं ही जान सकता हूं कि मैं कितना खुश हूं। मैंने उसे कहा लेकिन मुझे भी तो बताओ तुम्हारी खुशी का राज क्या है उसने मुझे कुछ नहीं बताया लेकिन मुझे उसकी खुशी का राज उस वक्त पता चला जब मेरे काजल के साथ अंतरंग संबंध बने। काजल और रोहन हमारे घर पर आए हुए थे वह लोग जब हमारे घर पर आए तो मैंने काजल की तरफ अपनी प्यासी नजरों से देखना शुरू किया तो काजल भी मचलने लगी।
नमस्ते, मेरा नाम हर्षल है. मेरी उम्र 22 साल है. मैं पुणे महाराष्ट्र का रहने वाला हूँ. मेरी कदकाठी सामान्य है … पर मुझे 8 इंच लम्बे लंड की सौगात मिली है. आजकल मैं अक्सर हर हफ्ते अलग अलग औरतों के साथ सोना पसंद करता हूं.
मामा रोज़ ऐसे ही मेरे बदन से खेलता और मैं भी खुश रहने लगी. मेरी चूची जल्दी ही गोल आकार लेने लगी और सारे बदन पर कुछ अजीब सा नशा रहने लगा. मामा धीरे धीरे मेरी चूत में अपनी उंगली से गहराई बढ़ाता गया. रात को वह मुझे पूरी नंगी कर देता. बल्कि अब तो वो सिर्फ ये कहता कि चल आ जा. अब सोना है. बस मैं खुद ही उसके साथ अपने शरीर को मजा दिलाने के लिए पूरी नंगी होकर उसके साथ बिस्तर में आ जाती. मामा खुद भी पूरा नंगा ही मेरे साथ आ जाता.
गोपाल तेल गर्म कर लाया, वो पैर और जाँघों पर रगड़ने लगा। फिर राशिका दीदी अब पूरा उल्टा लेट गयी। उनकी गान्ड बहुत मस्त थी।