उस शाम मुस्कान को शाम को एक पार्टी में जाना था. इसलिए वो पार्लर गयी थी. मैं और शिशिर हम दोनों लोग खुश थे कि मेरी सहेली शाम को पार्टी में जाएगी और मैं मेरे पति के सोने के बाद अपनी सहेली के पति से सेक्स करूंगी.
शिशिर ने भी अपनी पत्नी से बहाना बना दिया कि उनको ऑफिस का काम है, इसलिए वो उसके साथ पार्टी में नहीं जा सकते हैं. उन्होंने मुस्कान से नौ बजे तक घर आने की कह दी थी.
अब मुस्कान साढ़े आठ बजे अकेले ही पार्टी में चली गयी थी. वो अपनी किसी ऑफिस की सहेली की शादी में गयी थी, क्योंकि मुस्कान भी जॉब करती है.
शिशिर रात को मेरे घर आया. मैं उस वक्त तक अपने पति के साथ एक बार सेक्स कर चुकी थी और उस रात भी वो रोज की तरह दारू पी कर सो गए थे. मुझे पता था कि मेरे पति अब सुबह में ही उठेंगे, इसलिए मैं शिशिर के साथ दूसरे रूम में चली गयी. वो ऑफिस से आए थे, इसलिए मैंने उनको अपने घर डिनर कराया और उसके बाद हम दोनों एक दूसरे को किस करने लगे. उन्होंने मेरी मैक्सी निकाल दी. मैं ब्रा और पैन्टी में हो गयी. इसके बाद चूमा चाटी हुई और उन्होंने मेरी ब्रा और पैन्टी निकाल कर मुझे नंगा कर दिया.
मुस्कान अपनी ऑफिस की सहेली की शादी में गयी थी, मुझे मालूम था कि उसको वहां ज्यादा देर नहीं लगने वाली है. वो ग्यारह बजे तक वापस आने की कह गई थी. इसलिए हम दोनों के पास थोड़ा सा ही समय था. हालांकि तब भी इतना समय था कि हम दोनों ढंग से सेक्स कर सकें.
शिशिर मुझे नंगी करने के बाद मेरी चूत को चाटने लगे और मेरी चूत को चाटने के बाद वो मेरी चूत में उंगली करने लगे. मैं भी चुदासी हो कर आवाजें करने लगी. कुछ देर के बाद मेरा पानी निकल गया और मैं थोड़ा शांत हो गयी. अब शिशिर भी नंगे हो गए और अपना लंड मुझे चूसने के लिए बोले. मैंने उनके लंड को कपड़े से साफ़ किया और उसके बाद मैं उनका लंड अपने मुँह में लेकर चूसने लगी. पांच मिनट के बाद वो भी झड़ गए.
हम दोनों ने ओरल सेक्स करने के बाद एक दूसरे को किस किया और कुछ देर चूमा चाटी की मस्ती करने लगे. कुछ ही पलों में हम दोनों फिर से चुदाई के लिए गर्म हो गए.
इसके बाद शिशिर अपना लंड मेरी चूत में डालने लगे. मुझे उनके मोटे लंड से थोड़ी दिक्कत सी होने लगी, लेकिन मजा आ रहा था. कुछ देर के बाद वो अपना पूरा लंड मेरी चूत में डाल कर मेरी चूत को चोदने लगे और हम दोनों लोग धकापेल सेक्स करने लगे.
शिशिर मेरी चूत में कभी अपना पूरा लंड डाल कर मेरी चूत को चोद रहे थे, तो कभी वो अपना लंड मेरी चूत से बाहर निकाल कर मेरी चूत में उंगली कर रहे थे. मैं भी चुदासी हो कर मजे ले रही थी.
आज मेरी चूत पर एक भी बाल नहीं था क्योंकि मैं अपनी चूत के बाल को साफ़ करके चुदने को रेडी हुई थी. शिशिर भी अपने लंड के बाल को साफ़ किये हुए थे. उनके लंड पर भी बाल नहीं था. हम दोनों लोग अपने अपने बाल साफ़ करके सेक्स कर रहे थे.
मेरी चूत मेरे पानी से भीग गयी थी और उनका लंड मेरी चूत में पूरा अन्दर जा रहा था. वो मेरी चूत में अपना लंड डाल कर मुझे किस करते हुए मेरी चूत को बड़ी बेरहमी से चोद रहे थे.
हम दोनों की चुदाई से पूरा रूम भी हमारी चुदासी आवाजों से भर गया था. मेरे पति दूसरे कमरे में नशे में टल्ली होकर सो रहे थे और हम दोनों दूसरे कमरे में सेक्स कर रहे थे.
शिशिर तो मेरे पति से बहुत दमदार चुदाई कर रहा था और मुझे उनसे चुदवाने में बहुत आनन्द आ रहा था. हम दोनों एक दूसरे का साथ दे रहे थे और चुदाई का मजा ले रहे थे.
कुछ ही देर में गर्मी लगने लगी थी, तो मुझे याद आया कि मैंने अपने रूम में पंखा ही चालू नहीं किया था. मैंने झट से उनकी गोद में लटके हुए ही पंखा कर स्विच ऑन किया. इससे अब हम दोनों को पसीना नहीं आ रहा था. अब तक काफी देर से चुदाई होने के कारण हम दोनों पसीने से भीग गए थे, लेकिन पंखा की हवा से हम दोनों लोग को सेक्स करने में आनन्द आने लगा था.
कुछ ही देर में मेरी चूत बहुत पानी छोड़ने लगी थी. मेरी चूत का पानी मेरे बिस्तर पर भी गिर रहा था. मेरी चूत के पानी की गर्मी से उनके लंड का भी पानी निकलने को हो गया था.
शिशिर मुझे अपनी बांहों में लेकर मुझे तेज तेज चोदने लगे. इस वक्त हम दोनों एक दूसरे की नजरों में नजर मिला कर सेक्स कर रहे थे. मैं आज बहुत खुश थी कि मुझे इतने दमदार लंड से चुदवाने के लिए मिला था. उनको भी नयी चूत की जरूरत थी और मुझे भी दमदार लंड की जरूरत थी.
चुदाई करते हुए काफी वक्त बीत चुका था. अब हम दोनों के पास ज्यादा समय भी नहीं था. मेरी सहेली कभी भी मेरे घर आ सकती थी, क्योंकि वो अपने घर की चाभी मुझे ही देकर गयी थी कि उसका पति अगर घर आए, तो मैं उसको चाभी दे दूँ.
हम दोनों लोग जल्दी जल्दी एक दूसरे का साथ देने लगे और उसके बाद हम दोनों लोग जल्दी जल्दी सेक्स करते करते झड़ गए. हम दोनों का पानी निकल गया.
हम दोनों ने सेक्स करने के बाद अपने आपको साफ़ किया और उसके बाद शिशिर अपने कपड़े पहन कर अपने घर चला गया. मेरी सहेली भी कुछ देर के बाद अपने घर आ गयी.
इसके बाद हम दोनों को जब भी मौका मिलता है, तो हम दोनों सेक्स कर लेते हैं.. जब भी मेरी सहेली किसी पार्टी में अकेले जाती थी, तो मैं अपनी सहेली के पति शिशिर से चुदवा लेती हूँ.
आप सबको मेरी चुदाई की कहानी कैसी लगी. आप सब मुझे मेल करके बताएं. आप सबके फीडबैक से ही मुझे आगे की कहानी लिखने में मदद मिलती है. आप सबके फीडबैक का इंतजार रहेगा.