चाची ने चूत चुदाई करवा के मर्द बनाया – Part 2
उन्होंने बहुत कोशिश की, लेकिन मैंने मना कर दिया.
उन्होंने बहुत कोशिश की, लेकिन मैंने मना कर दिया.
सबसे पहले आप सभी को मेरा प्यार भरा नमस्कार. मेरा नाम लकी है. मैं हरियाणा के सोनीपत जिला के एक गांव का रहने वाला हूँ. मैं एक मिडिल क्लास परिवार से हूँ. मेरी लम्बाई 5 फुट 10 इंच है. अच्छी सूरत और अच्छी कद काठी है. मेरे लंड की लम्बाई 6.2 इंच है. मैं हिंदी में सेक्स स्टोरी पहली बार लिख रहा हूँ. कोई गलती हो तो माफ़ कर देना.
मोहन भैया ने मुझे किस करते हुए मेरे सलवार सूट को निकाल दिया. मैं उनके सामने ब्रा और पैंटी में रह गई थी. मेरी ब्रा में से मेरे आधे से ज्यादा मम्मे दिखाई दे रहे थे. मेरी पैंटी मॉडर्न पैंटी थी, जिससे मेरी गांड तो पूरी बाहर ही दिखाई दे रही थी.
हम दोनों ने रास्ते में ही खाना खा लिया था. उसने रास्ते में अपनी बाइक रोकी तो मैंने पूछ लिया कि आपने बाइक क्यों रोक ली?
मेरा नाम पूजा है, मैं एक अभी ताजा-ताजा जवान हुई लड़की हूँ।मैं और मेरे ही गाँव का आकाश एक साथ पढ़ने जाते थे।
अगली सुबह ताई मेरे साथ बिस्तर पर नंगी सो रही थी. मैंने उनकी चूचियों को छेड़ा तो वो जाग गयी. मेरा लंड टनटना रहा था.
दोस्तो, मेरा नाम परमजीत कौर है और मैं पटियाला, पंजाब में रहती हूँ।
हाय फ्रेंड्स माय नेम ईज़ शैलेश और मैं देल्ही मे रहता हू. मेरी हाइट 6 फीटस हैं और मैं एवरेज लुकिंग लड़का हू वित एवरेज बॉडी स्ट्रक्चर. मेरी एज 22ईयर्स हैं. मेरा लंड भी ना ज़्यादा बड़ा हैं ओर ना ज़्यादा छोटा वो सिर्फ़ 6″ इंच का हैं. अगर कोई भी लड़की, भाभी या औरत मुझसे प्यार चाहती हैं तो प्यार पाने के लिया ईमेल करे सेक्शयगारगिस्स@गमाल.कॉम . चलो अब बोहोत हो गई इधर उधर की बाते स्टोरी स्टार्ट करते हैं…..
आखिर वो दिन आया, जब मेरे रूम में कोई नहीं था. आज वो मेरे संग रात भर चुदने वाली थी. मैंने उसे बुलाया वो भी खुश हो गयी लेकिन उसने ऐसे जताया कि नहीं आना चाहती है.
फिर उसने मुझे अपने ऊपर ले लिया और मैं ऊपर नीचे होकर अपनी गांड चुदवाती रही.
एनकाउंटर वित सिस: फर्स्ट फक ये कहानी मेरी और मेरी चाची की लड़की स्वीटी के बारे मे है. चाचा की 3 साल पहले ही डेत हुई है तो. हम ही उनका घर चलाते है. स्वीटी दिखने मे फेर है. उसके लंबे घने बाल कमर तक आते है. उसका फिगर 36 30 37 है. अभी वो 23 ईयर्स की है. और मैं 24. मैं एवरेज गाइ हू. 7इंच लंबा लंड. फेर. इतना स्टोरी के लिए काफ़ी है. ये बात पिछले गर्मियो की है. मे2014 हम सब स्वीटी के घर हॉलिडेज़ के लिए गये. घर मे जाते ही उसने मुझे गले लगाया. वैसे तो हम हमेशा वॉट’स अप और एसएमएस पे चॅट करते थे पर सामने मिलने से हम काफ़ी एग्ज़ाइटेड थे. पहले दिन रात को मैं अकेला ही छत पे सोया था. और सब नीचे कमरे मे सोए थे.
पढ़ाई करने के लिए मैं शहर गयी तो मौसी के घर रही. से हुई. मौसा के कम्प्यूटर से पता चला कि वो सेक्स के पारंगत विद्वान हैं. मेरी उफनती जवानी में परेशान कर रही चूत ने ठान लिया कि चूत का उद्घाटन होगा तो मौसा के लंड से ही. मौसा को मैंने कैसे अपने जाल में फांसा?
शाम को हम कभी कभी फिल्म या नेट्फ्लिक्स देख लिया करते थे. एक ही सोफे पर बैठकर बातें किया करते थे.
दोस्तो, मेरा नाम अगम है (बदला हुआ नाम). मैं 12 वीं क्लास में पढ़ता हूँ. मेरा एक दोस्त है, उसका नाम हर्ष है. उसकी एक बहन है, जो ग्रेजुयेशन कर रही है. उसका नाम विया है ये भी बदला हुआ नाम है.
मैंने एक बात नोटिस की है। जब एक औरत किसी दूसरी औरत के पति के साथ सेक्स करने जाती है, तो वो सारा ध्यान अपनी लुक्स पर देती है। कपड़े अच्छे हों, मेकअप अच्छा हो, अंडरगार्मेंट्स अच्छे हों, हेअर स्टाइल अच्छा हो।
अन्तर्वासना के सभी पाठकों को मेरा नमस्कार. दोस्तो मैं 5 सालों से अन्तर्वासना का पाठक हूँ, इस वेबसाइट पर मैंने बहुत कहानियां पढ़ी।
में रेजर लेकर बाथरूम में नहाने चला गया. वहां पर लंड को एकदम चिकना केला सा बनाना शुरू कर दिया.
मेरा नाम सरला है और मेरी उम्र 38 साल की है. मूल रूप से मैं राजस्थान के बीकानेर में एक छोटे से गाँव की रहने वाली हूँ. मेरे परिवार में मेरे माता-पिता के अलावा मेरा एक छोटा भाई भी है.
मेरा नाम तरुण है, मैं अहमदाबाद का रहने वाला हूँ. मैं 23 साल का हूँ, अच्छा पढ़ा लिखा हूँ, और वेल सेटलड हूं. आप सभी ने मेरी कहानी पढ़ी है. आप सभी को मेरी कहानी
मैंने अपने गाँव की एक औरत की चुदाई की और अक्सर पैसे देकर उसे चोदने लगा. मेरी एक बहन भी है बहुत खूबसूरत. एक दिन उस औरत ने मुझे मेरी बहन के बारे में कुछ बताया. क्या था वो राज?
मैं किस करते करते ऊपर को गया और उसके होंठों को चूसने लगा. एक हाथ नीचे करके मैंने अपना लंड उसकी चुत पे सैट किया और एक ही झटके में पूरा लंड अन्दर चला गया. उसकी उम्म्ह… अहह… हय… याह… निकल गई. उसने मुझे धीरे धीरे चुदाई करने को कहा.
hindi sex story मेरे और मेरे पति मोहन के बीच में हमारे गृहस्थ जीवन और हम दोनों के आपसी सहयोग से हमारा परिवार खुश था। हर रोज सुबह मैं अपने घर के छोटे से बगीचे में पानी डाला करती और मेरे पति मोहन अखबार पढ़ा करते थे हमारे आसपास का माहौल बड़ा ही शांत था। कुछ समय पहले हमारे पड़ोस में रहने के लिए एक नवविवाहित जोड़ा आया उन लोगों से हमारी ज्यादा बातचीत तो नहीं थी लेकिन उन्हें एक दो बार मैंने आते जाते देखा था। मेरे पति मोहन तो आस पड़ोस में किसी से भी ज्यादा बातचीत नहीं किया करते थे क्योंकि इनका स्वभाव बिल्कुल भी ऐसा नहीं है और वह काफी कम बात किया करते हैं। इसी बीच हमारे पड़ोस में रहने वाले नवविवाहित जोड़ा जो कि काफी मॉडर्न था उनके घर में सुबह से ही बड़ा शोर खराब होता रहता था जिस वजह से हमारे आसपास के सब लोग परेशान हो जाया करते थे।