हम दोनों ने रास्ते में ही खाना खा लिया था. उसने रास्ते में अपनी बाइक रोकी तो मैंने पूछ लिया कि आपने बाइक क्यों रोक ली?
वो बोला- मुझे यहां पर कुछ काम है.
मुझे बाद में पता चला कि वो कंडोम खरीद रहा था. कंडोम के साथ ही वो सेक्स की दवा (वियाग्रा) भी ले आया था.
उसके बाद उसने एक होटल में रूम लिया और हम दोनों रूम में गए. वो मुझे होटल के रूम में चूमने लगा. फिर हम दोनों एक दूसरे के कपड़े निकालने लगे. उसने मेरे सारे कपड़े निकाल दिए और मैं नंगी हो गयी. मैं बिस्तर पर नंगी होकर बैठी थी और वो भी नंगा होकर मुझे किस करने लगा.
किस करने के बाद वो मेरी चूचियों को चूसने लगा. मेरी चूची बहुत टाइट हो चुकी थी और वो मेरी चूचियों को दबा-दबा कर चूस रहा था. मेरी चूची को चूसने के बाद वो मेरे निप्पल को चूसने लगा और उसको अपने दांतों से काटने लगा. मैं मजे में बेकाबू होकर जोर से चीख रही थी. मेरी चूचियों को चूसने के बाद वो मेरे पूरे बदन को चाटने लगा.
उसने अपनी जेब से चॉकलेट निकाल ली जो उसने रास्ते से ही खरीदी थी. वो चॉकलेट मेरी चूत में लगाकर मेरी चूत को चाटने लगा जिससे मैं उत्तेजित होने लगी. अब मेरा मन भी कर रहा था कि मैं उसके तने हुए लंड को अपने हाथ में ले लूं. मैंने उसके लंड को अपने हाथ में ले लिया और उसको सहलाने लगी. फिर उसने मेरी गर्दन को नीचे करके लंड को चूसने का इशारा किया.
मैं जब लंड चूसने लगी तो वो भी उत्तेजित होकर कामुक सिसकारियाँ लेने लगा. हम दोनों 69 की पोजीशन में आ गये थे. वो मेरी चूत को चाट रहा था और मैं उसके लंड को चूस रही थी और कुछ देर के ओरल सेक्स के बाद हम दोनों झड़ गए.
झड़ने के बाद वह मुझे दोबारा से किस करने लगा और मैं भी बदले में उसको किस करने लगी. मुझे किस करने के बाद वो फिर से मेरी चूचियों को चूसते हुए पीने लगा और मैं मादक सिसकारियाँ लेने लगी.
कुछ देर तक मेरी चूचियों को चूसने के बाद उसने अपना रुख मेरी चूत की तरफ किया और मेरी चूत पर ले जाकर अपना मुंह रख दिया. मेरी गीली चूत पर जब उसने मुंह रखा तो मुझे बहुत अच्छा लगा. एक बार झड़ने के बाद चूत में जब दोबारा उसके होंठ लगने लगे तो झुरझुरी सी पैदा होने लगी. मेरी चूत को वो कुत्ते की तरह चाट रहा था. मेरी चूत से बहुत पानी निकल रहा था.
रिदम ने मुझे बिस्तर पर लेटा दिया और अपना लंड मेरी चूत में डालने लगा.
यह मेरी कुंवारी चूत की पहली चुदाई थी इसलिए उसका लंड मेरी चूत में नहीं जा रहा था. उसने दोबारा से कोशिश की और पूरा जोर लगा कर मेरी चूत में लंड को डाल दिया. चूत में अपना लंड डालकर उसने जोर से धक्का मारा. मेरी चूत पहले से ही गीली थी इसलिए उसका पूरा लंड मेरी चूत में चला गया उम्म्ह… अहह… हय… याह… मुझे बहुत दर्द हुआ. और वो मेरी चूत को चोदने लगा.
मुझे काफी दर्द हो रहा था मगर पहली बार चूत में लंड लिया था तो जल्दी ही मजा भी आने लगा. मैं उसके लंड की चुदाई में मजा लेकर सिसकारियां लेने लगी. उम् अह्ह्ह … उम्म्म्म … हह्ह्हह्ह. वो मुझे कामुक आवाजें निकालते हुए चोदने लगा. उसके चोदने का अंदाज मुझे बहुत अच्छा लग रहा था.
वो मेरी दोनों टांगें अपने कंधे पर रख कर मुझे चोद रहा था. मुझे चोदते चोदते वो मुझे कभी-कभी किस भी कर रहा था. हम दोनों बीच-बीच में रुक कर आराम से सेक्स कर रहे थे.
कुछ देर बाद वो मुझे स्पीड में भी चोदने लगा. मेरा आनंद बढ़ रहा था तो मैं मजे में कामुक सिसकारियाँ ले रही थी जो काफी तेज हो गई थी. आधी चुदाई के बाद उसने कंडोम का पैकेट निकाल लिया. उसने एक कंडोम को फाड़ा और उसने अपने लंड पर कंडोम पहन लिया.
अब मुझे उससे चुदवाने में डर भी नहीं लग रहा था और हम दोनों लोग आराम से सेक्स कर रहे थे. मैं भी कभी-कभी अपनी गांड उठा कर उसका पूरा साथ दे रही थी और हम दोनों लोग बड़े मजे से सेक्स कर रहे थे. मेरे मुंह से दर्द भरी आवाजें निकल रही थीं और वो मेरी चूत को चोदे जा रहा था. हम दोनों लोग इस चुदाई का पूरा-पूरा मजा ले रहे थे.
मुझे रिदम के बारे में तो नहीं पता था कि उसने पहले कभी किसी की चुदाई की थी या नहीं मगर मेरी तो यह पहली चुदाई थी. उसका लंड बहुत मस्त था और मैं उसकी चुदाई से मदहोश हो गयी थी और मुझे उसके चोदने का स्टाइल भी बहुत अच्छा लग रहा था. वो मेरी चूत को चोदते-चोदते अपनी स्पीड बढ़ाने लगा और कुछ ही देर में हम दोनों का पानी निकल गया.
हम दोनों सेक्स करने के बाद बिस्तर पर ही पड़ गए. वो मुझे किस करने लगा और मेरे होंठों को चूसने लगा. इस जोरदार चुदाई के बाद मैं थक सी गई थी. मन कर रहा था कि नहा लूँ. फिर उसके बाद हम दोनों लोग बाथरूम में फ्रेश होने गए और मैंने बाथरूम में जाकर अपनी चूत को साफ़ किया. कुछ देर हमने होटल के रूम में आराम किया.
उसके बाद मेरे घर से फोन आ गया और हम दोनों को वहाँ से मजबूरन निकलना पड़ा. मैं अभी उसके लंड से और चुदना चाहती थी मगर अभी घर जाना पड़ गया. हम दोनों ने अपने कपड़े पहने और जल्दी से घर जाने की तैयारी करने लगे.
मुझे ये भी डर था कि कहीं अगर मेरे पहुंचने से पहले भाई घर पर पहुंच गया तो कहीं उसको मेरे ऊपर कुछ शक न हो जाये क्योंकि मैं ऐसे कभी घर से बाहर नहीं रहती थी ज्यादा टाइम के लिये. कभी जाती थी तो सहेलियों के साथ जाकर जल्दी ही वापस आ जाती थी. मगर रिदम के लंड से चुदाई करवाने की इच्छा के चलते मैं आज होटल में पहुंच गई थी. इसलिए अब जल्दी ही यहाँ से निकलना था.
हम दोनों ने अपने आपको ठीक किया और कपड़े वगैरह सब अच्छी तरह करके हम दोनों होटल से बाहर आ गये. उसके बाद रिदम ने मुझे घर से कुछ दूर ही छोड़ दिया. मैं अपने घर वापस आ गई.
उस दिन की चुदाई के बाद हम दोनों लोग रोज सेक्स तो नहीं करते हैं लेकिन हम दोनों लोगों को जब भी मौका मिलता है तो हम अपनी प्यास बुझा लेते हैं. मेरे भाई को अभी भी नहीं पता है कि उसका दोस्त उसकी बहन की चूत मार रहा है.
मैं भी अपने भाई के दोस्त से प्यार करने लगी हूँ. मैं चुपके से उसके लंड से चुदाई का मजा लेती रहती हूँ और घर वालों को भी कुछ पता नहीं चल पाता हम दोनों के सेक्स कांड के बारे में. मुझे घर में ही मेरी चूत की प्यास को बुझाने वाला साथी मिल गया है.
आप सबको मेरी कहानी कैसी लगी, आप सब मुझे मेल करके जरूर बतायें. मुझे आपके मेल से पता चलेगा कि आपको मेरी कहानी अच्छी लगी या नहीं. आपकी प्रतिक्रिया के बाद मैं अपनी और कहानियाँ भी आपको बताऊंगी.