Maa ne Mujhse Chudai Karwayi – Part 2

Spread the love

मैं पागलों की तरह चूसने लगा. मैंने उनके हाथ उनके सर के पीछे रख दिए ताकि वो मुझे छू ना सकें.
फिर मैं धीरे से उनकी चुत की तरफ हुआ. मैंने उनकी चुत को सूँघा और सच में मैं तो जन्नत में पहुंच गया.
फिर क्या था … मैंने अपनी माँ की पेंटी उतारी और सूंघने लगा. मैंने वो पेंटी माँ की नाक के नीचे रख दी.
उनके लिए ये सब नया था, वो बोलीं- क्यों जी, आज तो कुछ अलग ही रंग दिखा रहे हो.
मैं कुछ नहीं बोला और मैंने झट से अपनी एक उंगली उनकी चुत में डाल दी, जिसकी वजह से वो सिसक उठीं. माँ बोलीं- क्या कर रहे हो … जरा धीरे करो … मेरी आवाज से कहीं हर्षल जग ना जाए.
मैंने ध्यान नहीं दिया और दूसरी उंगली भी डाल दी. वो और जोर से सिसक उठीं. फिर मैंने धीरे धीरे उंगलियों को अन्दर बाहर करना शुरू कर दिया.
मैं अपनी उंगली अन्दर डालता और बाहर निकाल कर अपने मुँह में ले लेता.
उसके बाद मैंने अपनी जीभ का कमाल दिखाया. मैंने माँ का पेटीकोट उतार लिया अब वो सिर्फ ब्लॉउज में थीं. मैंने अपनी जीभ माँ की चुत पर टिकायी और चूत चाटने लगा.
माँ सिसिया कर बोलीं- आह क्या कर रहे हो … उम्म्ह… अहह… हय… याह… आआआअ … ये सब कहां से सीखा? उम्म्म … आज तो आपका लंड और जीभ दोनों कमाल कर रहे हैं.
मैंने माँ की चूत चाटना चालू रखा. पागलों की तरह मैं माँ की चुत पर टूट पड़ा. मैंने अपनी दोनों उंगलियां चुत में डाल दीं और चुत की मलाई चाटने लगा. माँ तो पागल हुए जा रही थीं.
एक बात तो मेरे समझ में आ गयी थी कि मेरे बाप से 20 सालों में कुछ नहीं हुआ. उसका लंड तो छोटा था ही, मगर वो कभी माँ को संतुष्ट नहीं कर पाया.
माँ के कंठ से मादक आहें निकल रही थीं- उम्मम्म्म … आह अअअअआ … चाटो इसी तरह से … निकाल दो मेरी चुत का पानी … चूसो मेरी चुलबुली को … आह कब से तड़प रही है … याम्म्म आ..
फिर मैंने जोर से चाटना शुरू किया, तो जल्दी ही माँ झड़ गईं. मैंने उनकी चुत का सारा रस गटक लिया. उसका स्वाद तो आज भी मुँह में है. माँ तो जैसे अचम्भित हो गयी थीं.
वे बोलीं- पति देव, आज तो कमाल कर दिया … अब तो तुझे रोज ऐसे ही चटाऊंगी. अब देर ना करो, मेरी चुत पेल दो. दिखा दो अपने लंड का जलवा मेरे राजा.
लेकिन मुझे उनके साथ बहुत कुछ करना था. मैंने उनके ब्लाउज के हुक खोले और उसको निकाल दिया और उनके मदमस्त मम्मों को आजाद कर दिया. मैं उनके मम्मे तो देख नहीं पा रहा था, लेकिन मैं उन्हें महसूस कर था. मैंने जोर जोर से उन्हें मसलना चालू किया. फिर मैंने एक स्तन को अपने मुँह में भर लिया. उनका स्तन इतना बड़ा था कि मुँह में नहीं समा रहा था.
मेरी माँ मुझे भरपूर साथ दे रही थीं. मैंने उसके हाथ सर के पीछे रख दिए ताकि वो मुझे छू ना पाएं.
मैं उनके मम्मे मसल रहा था, चूस रहा था. मैंने उनकी चुची को काट लिया. वो चिहुंक उठीं- धीरे रेरेरे … आह आआह म्मम्म्म … चूसो उन्हें … अपने हर्षल के बाद किसी ने नहीं चूसा उन्हें … मसलो और दूध पियो मेरा आज … म्म्म … मेरे राजा आ अअअअ.
उन्हें क्या पता था कि उनका हर्षल ही चूस रहा है. मैंने उनका दूध इतने सालों बाद पिया था. फिर मन किया कि उनके होंठ चूस लूँ, लेकिन मैं अपने होंठ टिका देता, तो शायद वो समझ जातीं. इसलिए मैंने अपना लंड उनके मुँह पे रख दिया.
वो तो पहले समझ नहीं पाईं, बाद में मैंने अपने लंड को उनके मुँह पे घिसना चालू कर दिया.
“म्म्मम्मम … ये क्या आज तो जनाब मुँह में चोदेंगे मुझे … कहीं मुँह में ही ना झड़ जाना!”
मैंने अपना लंड मुँह में ठूंस दिया. उनके कंठ से आवाज निकलने लगी- ग्लोप … ग्लोप … ग्लोप उम म्म्मम्म … वाह क्या टेस्ट है तुम्हारे लंड का … मजा आ गया … उऊओंम्म्म … सृलपपप अअअह.
माँ तो मेरे लंड को ऐसे चूस रही थीं, जैसे छोटे बच्चे को पहले बार चोकोबार मिला हो. मेरी तो जान निकली जा रही थी कि कहीं मैं चुत में पहुंचने से पहले झड़ ना जाऊं.
मैंने अपना लंड निकाला और उनके रसीले होंठों पर अपने होंठ रख दिए. क्या मुलायम होंठ थे एकदम रेशम की तरह.
‘उन्नह … जीभ डालो मेरे मुँह में अपनी … चाटो न मेरी जीभ को …’
एक लंबे किस के बाद माँ बोलीं- राजा … आअअअअ … अब बर्दाश्त नहीं होता … जल्दी से डाल दो अपने लंड को मेरे चूत में प्लीज़ … चोदो इसे आज फाड़ डालो इस निगोड़ी फ़ुद्दी को.
मुझे समझ आ गया कि इस वक्त माँ के ऊपर वासना का भूत सवार है उनको मेरे होंठ चूसने से भी मेरे पापा न होने का अहसास नहीं हुआ.
फिर क्या मेरी तो लॉटरी निकल पड़ी थी. मैंने झट से अपना लंड चुत के मुहाने पर रखा और एक धक्का लगा दिया. मेरा लंड बड़ा होने के कारण आधे से भी कम अन्दर जा पाया था. जैसे ही लंड अन्दर गया, माँ चिल्ला उठीं- क्या कर रहे होओओओ … इतनी टाइट चुत को फाड़ोगे क्याआ … धीरे डालो ना जरा … आअअहह … आज तो मार ही दिया.
मैं थोड़ा सा डर गया. अगर मेरा बाप उठ गया, तो मुसीबत हो जाएगी. मैंने तुरंत अपना हाथ माँ के मुँह पे दबा दिया और एक और झटका मारा. इस बार मेरा लंड आधे से भी ज्यादा अन्दर घुस गया.
माँ के मुँह पे हाथ होने के कारण उनकी आवाज नहीं निकली, मगर आंसू निकल आए, जो मेरे हाथ को छू कर नीचे गिरे. लेकिन मैं डटा रहा.
अब मैंने अपना पूरा लंड बाहर निकाला और चुत पे फिर से सैट किया. फिर एक धक्के में पूरा लंड चुत में घुसेड़ दिया. मेरा लंड सनसनाता हुआ अन्दर चला गया. माँ ने तो हाथ को काट लिया और मेरा हाथ हट गया. मैंने धक्के मारना चालू रखे.
माँ रोते हुए लेकिन चुदासी आवाज में बोलीं- तुम तो हैवान हो … आआह … उम्म्म … इस्स … आह … अब रुको मत … अअअआ … चोदो मेरी कली को … म्म्म … पीस डालो ऐसे ही … यससस्स!
फिर मैंने दस मिनट तक ऊपर से चोदा और बाद में मैंने उनके मम्मों पे चाटें मारना शुरू की. मैंने उन्हें पलट दिया और डॉगी स्टाईल में चोदना शुरू कर दिया. क्योंकि मैं उनकी गांड पे चमाट मारते हुए उनकी चुदाई करना चाहता था. मैंने उनकी गांड पे जोर से चमाट मारना शुरू किया. इसी के साथ में लंड भी पेलता रहा.
“आआअहह … और मारो मेरी गांड पे … चोदो मुझे … इसस्स … म्म्मम्म्म मेरे राजा … ऐसे ही … चोदो अपनी रांड को … म्म्म … अअअआया … मैं झड़ने वाली हूँ … ऊऊऊह … आआ … ओह … ओह!”
मैं भी झड़ने वाला था लेकिन मैंने अपने लंड को निकाल लिया और माँ की छाती के पास लेके गया. मैंने उनके मम्मों पर अपना वीर्य गिरा दिया. वो अपनी उंगली से मेरे वीर्य को चाटने लगीं.
मैंने भी उनकी चुत का पानी पी लिया.
माँ- मेरे राजा ऐसी चुदाई रोज किया करो मेरी … म्म्मम्म्म … तुम्हारा रस भी कितना टेस्टी है … म्म्मम्म्म … चाट लो मेरी चुत को … आह … आह … 20 सालों के बाद आज मैं संतुष्ट हुई हूं.
फिर हम सो गए. सुबह जब मेरी आँख खुली तो मेरी गांड पर हाथ पड़ा. क्योंकि माँ गुस्से में मेरे सामने खड़ी थीं. उन्हें रात के बारे में सब कुछ समझ आ चुका था. लेकिन वो पापा के सामने कुछ बोल भी नहीं सकती थीं. बाद में मेरे पापा के ऑफिस जाने के बाद मैंने अपनी माँ को कैसे मनाया, ये मैं आपको बाद में बताऊंगा.
मुझे ई-मेल करके जरूर बताएं कि मेरी मां के साथ सेक्स स्टोरी कैसी लगी. अभी के लिए नमस्कार.

Related Posts

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

chodai story comwww kamukta com hindi storysex sorty hindibhabhi devar storiessex khani hindechachi ki chudai sex storymeri suhagraatma bete ki sex khanisexy kahani maa betahindi sexy story hindi sexychodan kahaniyasexy khani hindi mdesi sex kahanidesisexkahanibahan chudai storyreal chudai storyhindigandikahaniyahindi sexy storieshindi mai chut ki kahanihndi sex storiessex gay story in hindikamukta sax combhabhi devar kahaniaunty ki chudai antarvasnagujrati sexy storyssaxy kahaniadirty non veg storiesantarvasna mastramantervasna kahanisex stories written in hindiससुर ने चोदाantarvanasex kahaniyankamukhtahindi saxy kahnimeri suhagrat storybhabi sex hindi storychodai ki khani hindi mebhabhi ki chudai hindi medirty hindi sex storiessaxy kahani commaa chudai ki kahanibhabhi hindi sex storiesantarvasna sexy story comchudi ki kahani hindihindi sex khaniyanसेक्स कहानियाँantrvasna com hindi sex storiessex hindi sitoriadult hot storieshot aunty ki chudaihindi sex stories on antarvasnachudai ki kahani maa bete kigujarati sex kathabeti sex kahanisaxi khani in hindisex khaniyanchachi chudai hindi storymastram ki chudai kahanihot sex stories in hindididi ki storybhai sex kahanilund ki pyasindian bhabhi storiesfamily chudai storysaxi khani hindi mesex k kahaniantatvasnabhai bahan sex kathaसेक्स कहानियासेक्स की कहानी हिंदी मेंlund chut hindi storyantarvasna com hindi kahaniwww antarvasna hindi kahanisex story with masiindian sex stories bhabhihindi antarvasna sexy storychudai bhabhi ki kahanimousi ki chudai kahaniindian bhabhi sex storieschodan hindi sexy storynew hindi sex kahanijija sali sex kahanichut ki chudai ki storyantarvasna maa betastory adult in hindihindi sexy stories antarwasnamard se chudaihindi sex story maahindi sex story mastrammousi ki chudai ki kahaninew antarwasna comhimachali sex story