घरेलू नौकरानी की चुदाई की कहानी
नौकरानी की चुदाई की कहानी में पढ़ें कि कैसे मेरे घर वालों ने एक आंटी को काम पर रखा. लेकिन मैंने उसे ही सेट कर लिया. अन्तर्वासना आंटी सेक्स स्टोरी का मजा लें.
नौकरानी की चुदाई की कहानी में पढ़ें कि कैसे मेरे घर वालों ने एक आंटी को काम पर रखा. लेकिन मैंने उसे ही सेट कर लिया. अन्तर्वासना आंटी सेक्स स्टोरी का मजा लें.
मां ने ब्रा पैंटी पहन ली और हाइ हील पहन ली. मैंने मां को कह दिया कि सुबह के लिए पैकिंग भी अभी करनी होगी. सुबह हमें जल्दी निकलना है. 10 बजे सुबह की फ्लाइट है. पैकिंग करने में ही हम दोनों को दस बज गये.
अजय भी शायद मुझे प्यार करने लगा था उसका प्यार एक तरफा ही था लेकिन मुझे इस बात की चिंता सता रही थी कि कहीं मेरे पिताजी और मां को इस बारे में पता ना चल जाए। गांव के माहौल में कभी भी इस बात की स्वीकार्यता नहीं थी इसलिए मैं काफी डरी हुई थी मैं और अजय ऐसे ही चोरी छुपे मिलने लगे थे। हम दोनों चलते चलते अपने गांव से थोड़ी दूरी पर निकल गए और वहां पर बैठकर हमने काफी देर तक एक दूसरे से बात की अजय के साथ बात कर के मुझे बहुत अच्छा लगा और मुझे ऐसा लगा कि जैसे अजय अपने जीवन में कुछ बड़ा करना चाहता है। मैंने अजय से कहा तुम काफी मेहनती हो तुम जरूर अपने जीवन में आगे बढ़ोगे। अजय कहने लगा मेरी मां भी हमेशा यही कहती है और जब मुझे तुमसे बात करने का मौका मिला तो मुझे ऐसा लगा कि जैसे तुम्हारे अंदर भी मेरी मां का कोई रूप छुपा हो तुम बिलकुल मेरी मां की तरह बात करती हो वह भी मुझे ऐसे ही समझाती रहती हैं और जिस प्रकार से तुम से मेरी मुलाकात हुई है वह भी किसी इत्तेफाक से कम नहीं है। मुझे भी अजय का साथ पाकर अच्छा लगा लेकिन जब अजय ने यह कहा कि मैं कल पटना लौट जाऊंगा तो मुझे यह बात हुई बुरी लगी। उस दिन मुझे अजय को देखकर ऐसा प्रतीत हो रहा था कि मै उसे अपनी बाहों में ले लू लेकिन मैं गांव की एक सीधी-सादी सी लड़की थी इसलिए मेरे अंदर इतनी हिम्मत ना थी परंतु अजय ने हिम्मत दिखाते हुए आखिरकार मुझे गले लगा लिया। जब अजय ने मुझे गले लगाया तो मेरे अंदर से उत्तेजना जागने लगी थी मेरे अंदर से एक करंट सा निकलने लगा। मैं अजय से गले मिलकर बहुत खुश थी जब अजय ने मेरे गुलाब जैसे होठों को अपने होठों से चुंबन किया तो मैं बिल्कुल रह ना सकी। मैंने अजय से कहा तुम मेरे होठों को बड़े अच्छे से चूम रहे हो मुझे बहुत अच्छा लग रहा है। हम दोनों पास के एक खेत में चले गए वहां कुछ दिखाई नहीं दे रहा था इसलिए हम दोनों ने खेत में जाकर एक दूसरे को काफी देर तक चुंबन किया जिससे कि हम दोनों एक दूसरे के प्रति आकर्षित हो गए।
मेरा नाम सरला है और मेरी उम्र 38 साल की है. मूल रूप से मैं राजस्थान के बीकानेर में एक छोटे से गाँव की रहने वाली हूँ. मेरे परिवार में मेरे माता-पिता के अलावा मेरा एक छोटा भाई भी है.
उसकी छाती के निप्पलों को छेड़ते हुए मैंने कहा- अब तो मेरे पति भी मुझसे कोसों दूर जा चुके हैं, अब किसलिए इतनी दूरी बना रखी है.
दोस्तों आज मैं आप लोगों को एक ऐसी कहनी बताने जा रहा हूँ कि आप लोग हस हस के पागल हो जाओगे | उससे पहले मैं आप लोग को अपना परिचय दे देता हूँ उसके बाद मैं आप लोगों को उस कहानी के बारे में बताऊंगा | दोस्तों मेरा नाम अंकित ठाकुर है मैं जबलपुर का रहने वाला हूँ और मेरी उम्र 22 साल है और मैं भी पढाई कर रहा हूँ और जॉब भी करता हूँ |
लण्ड के छोटा होने के बाद मैंने उनको फिर से पकड़ लिया और किस करने लग गया। उनके मुँह से मेरे वीर्य की हल्की हल्की महक आ रही थी। फिर मैं किस छोड़ कर उन के नीचे पहुँचा और उनके घाघरे को उनसे अलग किया। अब वह केवल पैंटी में ही रह गयी थी। मैं उनकी चूत को पैंटी के ऊपर से ही किस करने लग गया। अब मुझसे रहा नहीं जा रहा था।
मैंने अब उसकी चूत पर अपना हाथ रखा और सहलाने लगा तो वो एकदम से सिहर उठी और अपनी टांगें भींच दी। मैं उसे किस करता रहा और धीरे-धीरे उसकी चूत को मसलता रहा। अब उसने अपनी टांगें खोल दीं और मजा लेने लगी। अब मैं धीरे-धीरे नीचे की तरफ बढ़ने लगा। उसके बूब्स को किस किया और चूसने लगा और धीरे-धीरे पेट से किस करते हुए बहन की चूत तक पहुंच गया। उसकी सिसकारियां अब बहुत तेज हो गई थीं।
मेरी चुदाई की कहानी में पढ़ें कि मैं मेरी सहेली को डिलीवरी के लिए अस्पताल ले गयी. रात को मैं वहीं रुकी. और मेरी चुदासी चूत और गांड की चुदाई कैसे हुई?
मेरी दर्द से आह निकल गई. फिर वो हल्के हल्के मेरी चूत में धक्के मारने लगा. उसका लंड मेरी चूत की दीवारों से रगड़ता हुआ जा रहा था. उसके हर एक धक्के में मेरी आह की आवाज निकल जाती थी. जब उसका लंड मेरी चूत में एडजस्ट हो गया, तब उसने धक्के तेज कर दिए. इस पोज़ में उसने मुझे 5 मिनट चोदा और मेरी चूचियों को चूस चूस कर लाल कर दिया.
फिर आखिर एक दिन वो मौका आ ही गया. मॉम डैड कोई काम से गांव गए थे और भाई अपने दोस्तों के साथ घूमने और फ़िल्म देखने गए थे. दोपहर के 2 बजे थे, पूरा घर सूना था. सब अपने अपने घर में सोये हुए थे. मैं भी टीवी देख रहा था.
तभी अनामिका शायद जग गई। उसने अपनी बांहों में मुझे जकड़ लिया और बोली- कहाँ थे अब तक? मैंने तुम्हारा कितना इंतज़ार किया।
मेरा नाम पूजा है, मैं एक अभी ताजा-ताजा जवान हुई लड़की हूँ।मैं और मेरे ही गाँव का आकाश एक साथ पढ़ने जाते थे।
मैं एक छोटे से फ्लैट में रहता था. एक दिन मैं बालकनी में सिर्फ चड्डी में खड़ा था कि बगल वाली छत पर एक भाभी मुझे देख रही थी. उसके बाद मैंने क्या किया?
सुहागरात को ही मुझे शक हो गया कि मेरी पत्नी शादी से पहले अपनी चूत में कई लंड ले चुकी है. मगर उसके बाद भी मैंने उससे प्यार किया. एक दिन मैं उसके मायके गया तो .
हाय फ्रेंड्स माय नेम ईज़ शैलेश और मैं देल्ही मे रहता हू. मेरी हाइट 6 फीटस हैं और मैं एवरेज लुकिंग लड़का हू वित एवरेज बॉडी स्ट्रक्चर. मेरी एज 22ईयर्स हैं. मेरा लंड भी ना ज़्यादा बड़ा हैं ओर ना ज़्यादा छोटा वो सिर्फ़ 6″ इंच का हैं. अगर कोई भी लड़की, भाभी या औरत मुझसे प्यार चाहती हैं तो प्यार पाने के लिया ईमेल करे सेक्शयगारगिस्स@गमाल.कॉम . चलो अब बोहोत हो गई इधर उधर की बाते स्टोरी स्टार्ट करते हैं…..
हैलो… मेरा नाम माधवी है, मेरे घर के पास में एक फैमिली किराए से आकर रहने लगी. उनकी अभी अभी शादी हो कर आई थी, उनके पति ट्रक चलाते थे. वो हफ्ते पन्द्रह दिन में एक बार ही आ पाते थे. उनकी नई नई शादी हुई थी. भैया जी ने नए घर में शिफ्ट होते समय पूरा एक माह घर में बिताया था और आज काम पर निकल पड़े.
मुझसे रहा नहीं जा रहा था। इतने दिन बाद मैं सच में दी को चोदूंगा।
चूत चोदाई की यह कहानी एक पाठिका की चोदाई की है जिसने मेरी कहानी पढ़ कर मुझसे सम्पर्क किया था. वो शादीशुदा थी और उसका पति विदेश चला गया था.
वो मेरे बेडरूम में आया, मैंने उसको खाना खिलाया और उसके बाद हम दोनों लोग एक दूसरे की बांहों में आकर एक दूसरे से बातें करने लगे. मैं उससे बात करने के बाद रसोई में थोड़ा काम करने चली गयी और बर्तन धोने लगी.
दोस्तो, मेरा नाम पवन कुमार है, मेरा लंड 8 इंच लंबा और 3 इंच मोटा है. मैं आज आप सभी को अपनी एक मजेदार सेक्सी कहानी सुनाने जा रहा हूँ. यह मेरे और मेरी चाची के बीच की सेक्स की कहानी है.
मेरा नाम अवि राज है और मैं पुणे से हूँ. मैं आज अन्तर्वासना पर अपनी नई सेक्स कहानी लेकर आया हूँ.
मैं अहमदाबाद का रहने वाला हूं और हम लोग जिस कॉलोनी में रहते हैं उसी कॉलोनी में हमारे पड़ोस में राकेश और उसका परिवार रहता हैं राकेश और मेरा परिवार कई वर्षों से एक दूसरे को जानता है। राकेश से मेरी बहुत अच्छी दोस्ती है एक दिन वह बहुत ज्यादा चिंतित नजर आ रहा था मैंने उसे कहा तुम इतना ज्यादा परेशान क्यों हो वह कहने लगा अमन मैं तुम्हें क्या बताऊं मीनाक्षी ने तो हमारे घर का माहौल ही पूरी तरीके से खराब कर दिया है। मैंने उसे कहा मीनाक्षी ने ऐसा क्या किया अमन मुझे कहने लगा यार मैं तुम्हें कैसे बताऊं मुझे तो बताने में भी अच्छा नहीं लग रहा है मैंने राकेश से कहा तुम बताओ तो सही आखिरकार हुआ क्या है। वह कहने लगा दरअसल मीनाक्षी एक लड़के से प्यार करती है और वह लड़का कुछ भी काम नहीं करता मीनाक्षी चाहती है कि हम लोग उसकी शादी उससे करवा दें।
मेरा नाम दलजीत है. मैं दिल्ली का रहने वाला हूँ. मेरी उम्र 28 साल है और अच्छी सेहत के साथ-साथ 6 इंच लम्बे और 2 इंच मोटे लंड का मालिक हूँ। यह मेरी सच्ची कहानी है जो 2 साल पहले एक भाभी के साथ घटित हुई थी। उस भाभी का नाम सायमा था.