चेन्नई एक्सप्रेस में चूत से मुलाकात – Part 2
मेरी तो जैसे लॉटरी निकल आई, मैं उसको कंनवेंस करने लगा कि मेरे पास कोई जगह नहीं है. काफी समझाने के बाद वो मान गई और उसने मुझे अपने घर पर बुला लिया.
मेरी तो जैसे लॉटरी निकल आई, मैं उसको कंनवेंस करने लगा कि मेरे पास कोई जगह नहीं है. काफी समझाने के बाद वो मान गई और उसने मुझे अपने घर पर बुला लिया.
बहुत देर तक हम दोनों एक दूसरे को किस करते रहे. साना नंगी थी. उसके बदन को देख कर मैं पागल सा हो गया. उसके 36 के चूचे नंगे होने के बाद और भी ज्यादा मस्त लग रहे थे.
मामा रोज़ ऐसे ही मेरे बदन से खेलता और मैं भी खुश रहने लगी. मेरी चूची जल्दी ही गोल आकार लेने लगी और सारे बदन पर कुछ अजीब सा नशा रहने लगा. मामा धीरे धीरे मेरी चूत में अपनी उंगली से गहराई बढ़ाता गया. रात को वह मुझे पूरी नंगी कर देता. बल्कि अब तो वो सिर्फ ये कहता कि चल आ जा. अब सोना है. बस मैं खुद ही उसके साथ अपने शरीर को मजा दिलाने के लिए पूरी नंगी होकर उसके साथ बिस्तर में आ जाती. मामा खुद भी पूरा नंगा ही मेरे साथ आ जाता.
मेरा नाम पूजा है, मैं एक अभी ताजा-ताजा जवान हुई लड़की हूँ।मैं और मेरे ही गाँव का आकाश एक साथ पढ़ने जाते थे।
मैंने फट से गिलास नीचे रखा और उसके करीब होते हुए उसके कंधे को सहलाते हुए बोला- मैं सच में तुमसे बहुत प्यार करता हूँ अदिति.
यह एक सच्ची घटना है, जो मेरे साथ पाँच साल पहले घटी थी. जब मेरा पहला सेक्स चाची के साथ हुआ था. इस घटना में मैं आपके साथ अपना वो अनुभव साझा करना चाहता हूँ कि कैसे मेरी चाची ने मुझे चुदाई करना सिखाया और मेरी चढ़ती जवानी को निखार दिया.
Chut chudai ki khani married ladki ki. फेसबुक पर एक लड़की से दोस्ती हुई. जब मैं उससे मिला तो वो शादीशुदा थी. उस लड़की की चूत चुदाई की कहानी का मजा लें.
मैंने एक आंटी की मदद की उनका सामान उनके घर पहुंचाने में. उन्होंने मुझे अंदर बुला लिया. उनके घर में जाकर मैंने आंटी की चूत चुदाई की. ये सब कैसे हुआ? उनकी सहेली कैसे आयी?
रवि मुझसे कहने लगा मैं तो काफी वर्षों बाद संतोष से मुलाकात करूंगा, मैंने उससे कहा मैं भी उससे करीब 5 साल बाद ही मिला था। जब हम दोनों संतोष से मिले तो वह बड़ी ही गर्मजोशी से हम दोनों से मिला उसने हम दोनों को गले लगा लिया वह रवि के बारे में पूछने लगा और रवि भी उसके बारे में पूछ रहा था जब रवि ने उसकी शान और शौकत देखी तो रवि कहने लगा यार तुम तो बिल्कुल ही बदल चुके हो, उसने सिर्फ मुस्कुराते हुए जवाब दिया। उस दिन हम लोगों ने पार्टी में एंजॉय किया हम दोनो घर लौट आए। एक दिन रवि ने मुझे बताया कि तुमने जो संतोष की शान शौकत देखी है वह सब उसकी पत्नी की वजह से है। मैंने उसे कहा तुम्हें यह सब कैसे पता चला वह कहने लगा बस मैंने यह सब पता करवा लिया जब उसने मुझे रोशनी की तस्वीर दिखाई तो वह कहने लगा कुछ दिनों पहले रोशनी ने मेरे एक दोस्त से अपनी चूत मरवाई थी और वह बड़े बड़े लोगों को अपने बदन से खुश करती है। मैंने भी जब उसकी तस्वीर देखी तो मैं यह देखकर दंग रह गया रवि और मैंने सोचा कि हमें भी रोशनी को बुलाना चाहिए हम दोनों ने एक दिन रोशनी को रवि के फ्लैट पर बुला लिया।
अब मीनाक्षी भी ठीक होने लगी थी और मीनाक्षी ने एक प्राइवेट स्कूल जॉइन कर लिया था वहां पर वह पढाया करती थी। अजय का फिर उसके बाद कुछ मालूम नहीं पड़ा कि वह कहां चला गया अजय कभी घर नहीं लौटा और ना जाने वह कहां था उसकी वजह से मीनाक्षी को बहुत तकलीफ झेलनी पडी। उसके परिवार को भी अजय की वजह से बहुत ही समस्याओं का सामना करना पड़ा परंतु अब सब कुछ धीरे-धीरे ठीक होने लगा था मीनाक्षी भी अपने काम में बिजी रहने लगी थी और राकेश ने भी प्रॉपर्टी का काम शुरू कर दिया है उसका काम भी अच्छा चलने लगा है। राकेश के पिताजी भी अब सब चीजों को भुलाने की कोशिश करने लगे हैं और उन्होंने अब आगे जिंदगी में बढ़ने का फैसला कर लिया है उन्हें अब मीनाक्षी से कोई तकलीफ नहीं है। अजय की वजह से जो तकलीफ राकेश के परिवार को झेलनी पडी वह कहीं ना कहीं उनके दिल में अभी तक थी, राकेश और मैं हर रोज मिला करते है वह हमेशा यही कहता है कि मुझे मीनाक्षी की बहुत चिंता होती है। मैं हमेशा राकेश को समझाता हूं और कहता हूं कि अब तुम उसकी चिंता मत किया करो सब कुछ ठीक हो चुका है। मीनाक्षी के दिल की फीलिंग को कोई नहीं समझ पाया था वह बहुत अकेला महसूस करती थी मीनाक्षी से मैं जब भी बात करता तो उसे मुझसे बात करना अच्छा लगता और वह मुझसे बात किया करती थी। मुझे नहीं मालूम था कि मीनाक्षी और मेरे बीच में एक दिन सेक्स हो जाएगा मैं एक दिन राकेश से मिलने के लिए घर पर गया तो राकेश और उसके माता पिता कहीं गए हुए थे उस दिन मीनाक्षी घर पर ही थी।
ब्यूटी पार्लर की आड़ में मैं कालगर्ल का धंधा भी कर लेती थी. एक नयी पुलिस वाली की भारती हुई और वो मेरे काम में रुकावट बनने लगी. तो मैंने उसका इलाज कैसे किया?
फिर आखिर एक दिन वो मौका आ ही गया. मॉम डैड कोई काम से गांव गए थे और भाई अपने दोस्तों के साथ घूमने और फ़िल्म देखने गए थे. दोपहर के 2 बजे थे, पूरा घर सूना था. सब अपने अपने घर में सोये हुए थे. मैं भी टीवी देख रहा था.
दोस्तो! मेरा नाम दीपक है, मैं 26 साल का हूँ. मेरी लम्बाई 6 फीट और 1 इंच है. मैं देखने में काफी गोरा हूं और मेरी लम्बाई की वजह से मेरी पर्सनेलिटी भी अच्छी दिखाई देती है.
मुझे तीन महीने के लिए अपनी ममेरी बहन के घर रहना था. वो तलाकशुदा थी और बहुत सेक्सी थी. बहन की चुत मिल जाती तो मजा आ जाता. उसके मोबाइल में मैंने देखा कि .
“आह … इस्ससस … बस ना रे … और कितना अन्दर डालेगा? साले मेरी फट गयी ना … हाय साले फाड़ डाली … आज चार साल बाद मिली हूँ … तो चोद दे मनमाफिक.
आंटी ने फ्रेश होने के बाद नाइटी डाल ली और मैं बॉक्सर मे था आंटी टाइट नाइटी मे बोहोत ही सेक्सी लग रही थी और मैं उन पर टूट पड़ा हमने 2मिनट तक स्मूच किया फिर मैं उन के नाइटी को उतार दिया और ब्रा और पैंटी को भी मेरे सामने आंटी पहली बार नंगी हुई थी और वो काफ़ी सेक्सी लग रही थी सो मैं उनका दूध पीने लगा एक बूब्स को दबा रहा था और दूसरे को चूसने लगा और साथ ही साथ उनकी चूत मे उंगली करने लगा जिससे वो और मदहोश हो गयी और मेरे बॉक्सर को उतारकर लंड को दबाने लगी और उन्होने मेरे लंड अपने मूह मे लेकर लोलीपोप की तरह चूसने लगी और मैं उनके मूह मे झड़ गया और मैं उनकी चुत को चाटने लगा वो आअहह अहह कम सिड कम घुस जा मेरी चुत मे यह सब सुनकर मैं और जोश मे आ गया और उनका पूरा पानी पी गया फिर उन्होने कहा सिड बेबी अब अपनी आंटी को मत तडपा और मैने अपना लॅंड उनकी चुत मे रगड़ा और फिर उसमे धक्का लगाया पर उनकी चुत टाइट थी तो एक बार मे नही गया
अब मैं एक झटके मे अंदर डालने लगा मुझे पता था वो बहोत बार चुद चुकी है तो मेरे लॅंड लेने मे तकलीफ़ नही होगी. मेरा लॅंड एक ही बार मे उसकी चुत मे घुस गया. वो कराह रही थी और आवाज़ निकाल रही थी. मैं आगे पिछी करने लगा मेरा पूरा लॅंड अंदर बाहर हो रहा था. मैं लंबे धक्के मार रहा था. वो बोहोत ही सेक्सी आवाज़ निकाल रही थी. अब मैं ज़ोर ज़ोर से उसे चोदने लगा पूरे रूम मे चुत की आवाज़ गूँज रही थी. वो सेक्सी आवाज़ निकाल रही थी. थोड़ी देर बाद मैने उसे डॉगी मे आने को कहा और पीछे से उसकी चुत मे मेरा लॅंड डाल दिया और स्पीड से चोद रहा था. मेरा लॅंड ज़्यादा अंदर बाहर हो रहा था. मेरे धक्को से उसके हिप्स हिल रहे थे मैं बोहोत एग्ज़ाइटेड हो गया था और ज़ोर से चोद रहा था.
अन्तर्वासना के सभी पाठकों को मेरा नमस्कार. दोस्तो मैं 5 सालों से अन्तर्वासना का पाठक हूँ, इस वेबसाइट पर मैंने बहुत कहानियां पढ़ी।
मैं उसके उपर था और वो मेरे नीचे. मैने उसकी चूत मे जीभ डालकर चोदने का प्रथम चरण आरंभ किया. तो उसने भी मेरे लंड को हाथ से हिलाते हुए. मेरी गॅंड के होल को चाटना शुरू किया… इस शॉक से मैं उभर पाता इससे पहले उसने लंड को मूह मे लेकर चूसना शुरू किया… “सिस्टर”
अब मैं उठा और मैंने रूम के बाहर जाकर देखा, बाहर कोई नहीं था. मैंने रूम को अन्दर से लॉक कर दिया. फिर उसके पास जाकर उसके कपड़े उतारने लगा. वो मना करने जैसे इशारा भी किये जा रही थी और अपने हाथ उठा कर अपने कपड़े भी उतरवाती जा रही थी. मैंने उसका टॉप लोअर उतार दिया. अन्दर उसने रेड कलर की ब्रा और पिंक कॉलर की पेंटी पहन रखी थी. मैंने भी झट से अपने लोअर और टी-शर्ट को उतार दिया.
मैंने भी उसके पैरों पर अपने हाथ को रख दिया, उसने भी जब मेरे हाथों को अपने हाथों में लिया तो मुझे बहुत अच्छा महसूस होने लगा। हम दोनों मन ही मन एक दूसरे से बात कर रहे थे, हम दोनों को एक दूसरे के साथ समय बिताने मे काफी अच्छा महसूस हो रहा था। हम दोनों उस सीट से खड़े उठकर टहलने लगे हम दोनों एक दूसरे का हाथ पकड़ते हुए काफी आगे तक निकाला आए वहां पर काफी घनी झाड़ियां थी। उन झाड़ियों के बीच में काफी कपल बैठे हुए थे वह एक दूसरे को किस कर रहे थे मेरे अंदर से भी रोहित को किस करने की भावना जागने लगी। मैंने रोहित के होठों को किस कर लिया जब हम दोनों ने एक दूसरे को स्मूच किया तो मुझे बहुत अच्छा लगा शायद रोहित के अंदर से भी एक आग पैदा हो गई थी। हम दोनों उन्ही झाड़ियों मे चल गए, हम दोनों एक साथ बैठ गए जब हम दोनों वहां बैठे तो हम दोनों के शरीर से गर्मी निकलने लगी थी। मेरी गर्मी इतनी अधिक हो गई मैंने रोहित को गले लगा लिया। रोहित ने जब मेरे स्तनों को दबाना शुरू किया तो मुझे बहुत अच्छा महसूस हो रहा था वह काफी देर तक मेरे स्तनों को अपने हाथों से दबाता रहा।
फिर मैंने आंटी की ब्रा भी उतार दी और उनकी चूचियों को चूसने लगा. आंटी अपने मुँह से ‘ऊ ऊ ऊह उऊऊ आहह.. स्स्ड्ड..’ आवाज करने लगीं.
मेरे काफी जिद करने पर भी रेखा होटल में पार्टी करने पर राजी नहीं हुई. मेरे बहुत बार कहने पर रेखा इस बात पर राजी हुई कि आप रिशा को घुमाने ले जाना.
अब मैं मधु से मिलना चाहता था मैंने उससे कहा मैं तुमसे मिलने के लिए चंडीगढ़ आ रहा हूं, वह मुझे कहने लगी कि लगता है आप मजाक कर रहे हैं। उसे मेरी बात मजाक ही लग रही थी परंतु मैं उससे मिलने के लिए बहुत सीरियस था और मैं उससे मिलने के लिए चंडीगढ़ चला गया, जब मैंने चंडीगढ़ पहुंच कर उसे फोन किया तो उसे तब भी यह बात मजाक ही लग रही थी उसे मुझ पर भरोसा नहीं हो रहा था, मैं जब मधु से मिला तो वह मुझसे मिलकर बहुत खुश हो गई, वह कहने लगी मुझे तो लगा ही नहीं था कि आप मुझसे मिलने आ जाएंगे, मेरे लिए तो यह एक सपने जैसा है। मैंने मिलते ही मधु को गले लगा लिया वह भी मुझसे गले लग गई हम दोनों कुछ देर तक साथ में बैठे रहे लेकिन मुझे मधु के साथ कहीं अकेले जाना था। मैने जिस होटल में रूम लिया था उसी होटल में मैं मधु को अपने साथ ले आया उसे मेरे साथ आने में कोई तकलीफ नहीं हुई वह मेरे साथ आई तो बहुत खुश नजर आ रही थी। मैंने मधु को बंद कमरे में किस किया तो उसकी नजरें झुक गई उसने मुझे कसकर पकड़ लिया और वह भी मुझे किस करने लगी हम दोनों ने एक दूसरे को काफी देर तक किस किया।
अपनी सेक्सी चाची को बेड पर लिटाकर मैं टूट पड़ा उन पर … मेरून रंग की ब्रा और पेंटी मेरे बोलने पर ही उन्होंने उसी दिन खरीदकर पहनी थी।