मैंने फट से गिलास नीचे रखा और उसके करीब होते हुए उसके कंधे को सहलाते हुए बोला- मैं सच में तुमसे बहुत प्यार करता हूँ अदिति.
कहकर मैंने उसके गाल को चूम लिया. उसने कोई विरोध नहीं किया. मैंने उसके मुंह को अपनी तरफ घुमाया और उसके होंठों को चूसने लगा. उसके मुंह से कोल्ड ड्रिंक का स्वाद आ रहा था जिससे उसकी किस और मीठी लग रही थी.
कुछ ही देर में वो भी मेरे होंठों को चूसने लगा. मेरे हाथ उसके चूचों पर चले गये और उनको दबाने लगे. वो मेरी कमर को सहलाने लगी. मैं उसके चूचों को जोर से दबाने लगा और वो भी मुझे जोर से किस करने लगी.
फिर मैंने उसकी शर्ट को उतरवा दिया और उसकी काली ब्रा में उसका गोरा चिकना बदन देख कर मेरे मुंह में पानी आ गया. मैंने तुरंत उसकी ब्रा को खोलना शुरू कर दिया और उसके चूचों को आजाद करके उनको मुंह में भर लिया. वो सिसयाने लगी. स्स्स … आह्ह … करने लगी.
उसके चूचों को मुंह में लेकर में चूसने लगा और उसके निप्पलों को पीने लगा. फिर मैंने उसको वहीं सोफे पर लेटा दिया और उसकी पैंट को खोलने लगा. उसकी पैंट को खींच कर मैंने नीचे कर दिया. उसकी गोरी-गोरी जांघों पर उसने लाल रंग की पैंटी पहनी हुई थी. मैंने उसके पेट को चूमा और उसके चूचों को दबाते हुए उसकी पैंटी के ऊपर ही उसकी चूत को किस करने लगा. वो गर्म होकर तेजी के साथ आहें भरने लगी.
कुछ देर तक उसके चूचों को चूसने के बाद मैंने उसकी पैंटी को निकलवा दिया और उसको नंगी कर दिया. उसकी चूत नंगी हो गई और मैंने उसकी चूत में उंगली डाल दी. वो चिहुंक सी गई. उसकी चूत हल्की सी गीली हो गई थी. उसकी चूत में मैं उंगली चलाने लगा और एक हाथ ऊपर की तरफ उसके चूचे को भी दबाता रहा. वो तड़प उठी और उठ कर मेरी पैंट को खोलने लगी.
जब तक उसने मेरी पैंट उतारी तब तक मैंने अपनी शर्ट भी निकाल दी. अब मैं और वो दोनों पूरे के पूरे नंगे हो गये थे. मैं उसके सामने नंगा खड़ा था और वो मेरे तने हुए लंड को देख रही थी.
मैंने पूछा- क्या देख रही हो?
वो बोली- मैंने आज तक किसी मर्द को इस तरह से पूरा का पूरा नंगा नहीं देखा.
मैंने अपना लंड उसके हाथ में पकड़ा दिया और वो उसको पकड़ कर सहलाते हुए दबा कर देखने लगी. फिर मैं भी अपने काबू से बाहर हो गया. मैंने उसको गोद में उठाया और बेडरूम में ले गया. अंदर ले जाकर मैंने अदिति को बेड पर गिरा दिया और उस पर टूट पड़ा. उसकी चूत में जीभ डाल कर उसकी चूत को चूसने और काटने लगा. वो मचलने लगी.
फिर मैंने उसके होंठों को चूसते हुए अपना लंड उसकी चूत पर लगा दिया. मैंने बिना देर किये उसकी चूत में लंड को धकेल दिया. लंड उसकी चिकनी चूत में उतरने लगा. मैंने हल्का सा अपनी कमर को झटका दिया और आधा लंड उसकी चूत में उतर गया. उम्म्ह… अहह… हय… याह… पहली बार किसी लड़की की चूत में मेरा लंड गया था.
मजा आ गया मुझे तो.
फिर मैंने उसके दोनों चूचों को हाथ में पकड़ा और उसके ऊपर लेटता चला गया. उसके चूचों को दबाते हुए मैं उसके होंठों को चूसने लगा और नीचे की तरफ मेरा लंड उसकी चूत में उतरने लगा. पूरा का पूरा लंड मैंने उसकी टाइट चूत में उतार दिया.
उसे पहले तो काफी दर्द महसूस हुआ लेकिन मैंने उसके चूचों से अच्छी तरह से दबाना जारी रखा. फिर उसने खुद ही अपनी टांगों को फैला कर मेरा लंड अपनी चूत में अच्छी तरह से एडजस्ट कर लिया. मैंने नीचे झांक कर देखा तो मेरे लंड की साइड से हल्का सा खून निकल कर नीचे गिर गया था. उसकी चूत शायद अभी तक कुंवारी थी.
मैंने धीरे-धीरे अपनी कमर को हिलाना शुरू किया और उसकी चूत में धक्के देने लगा. उसको दर्द होने लगा और मैंने अपनी स्पीड को थोड़ा कंट्रोल किया. उसकी चूत का संकुचन मुझे अपने लंड पर महसूस हो रहा था. जब उसकी चूत सिकुड़ती थी तो मैं रुक जाता था. जब वो फिर से फैलती तो मैं दोबारा से हल्का सा धक्का लगा देता. इस तरह से मैंने धीरे-धीरे करके उसकी चूत को आराम से अच्छी तरह फैला दिया.
फिर मैंने उसकी चुदाई शुरू की. उसकी चूत में लंड तेजी से अंदर-बाहर होने लगा. उसकी चूत को चोदते हुए बहुत ही ज्यादा मजा आ रहा था मुझे. पहली बार किसी लड़की की चूत मिली थी और वो भी इतनी टाइट और बिल्कुल कुंवारी.
जब मैं झड़ने को होता तो मैं रुक जाता था क्योंकि मैं उसकी चूत की चुदाई के आनंद को ज्यादा देर तक भोगना चाहता था. इस तरह से रुक-रुक कर मैंने पहली बार में पंद्रह मिनट तक उसकी चूत चुदाई की और फिर जब मुझसे कंट्रोल नहीं हुआ तो मैंने उसकी चूत में ही अपना माल छोड़ दिया. वह भी झड़ चुकी थी.
उसके बाद वह उठ कर बाथरूम में चली गई. मैं भी उसके पीछे चला गया. उसकी चूत को साफ करवाने के बाद मैंने नहाते हुए ही बाथरूम में उसकी गांड भी मार ली.
फिर हम दोनों बाहर आ गये. उसकी चूत दुख रही थी. मैंने उसको राहत देने के लिए उसकी चूत पर तेल की मसाज की. मसाज करते हुए मेरा लंड फिर से खड़ा हो गया. मैंने अपने लंड पर भी तेल लगाया और फिर से उसकी चूत को चोदने लगा.
वह भी अब आह्ह-आह्ह … करते हुए पूरी मस्ती में चुदने लगी. मैंने बीस मिनट तक उसकी चूत की चुदाई की. फिर उसके होंठों को चूसते हुए तीसरी बार उसकी चूत में अपना माल गिराया. इस तरह से मैंने अदिति को शाम तक तीन बार चोदा.
अब मैं थक गया था और वह भी वापस जाने के लिए कहने लगी. फिर हम दोनों तैयार हो गये और मैं उसको स्टेशन पर छोड़ कर वापस घर आ कर सो गया.
उस दिन मैंने अदिति की चूत मार कर उसको चोदने का सपना पूरा कर लिया. अब भी हमारी बात होती रहती है. लेकिन अभी तक हमको दोबारा मिलने का मौका नहीं मिला है. मैं जल्दी ही उसके शहर जाकर उसकी चूत चुदाई करके आऊंगा.
दोस्तो, आपको मेरी यह कहानी कैसी लगी. आप कमेंट करके जरूर बताना.