अनजान आंटी ने मुझसे चूत चुदवाई – Part 2
फिर मैंने आंटी की ब्रा भी उतार दी और उनकी चूचियों को चूसने लगा. आंटी अपने मुँह से ‘ऊ ऊ ऊह उऊऊ आहह.. स्स्ड्ड..’ आवाज करने लगीं.
फिर मैंने आंटी की ब्रा भी उतार दी और उनकी चूचियों को चूसने लगा. आंटी अपने मुँह से ‘ऊ ऊ ऊह उऊऊ आहह.. स्स्ड्ड..’ आवाज करने लगीं.
शुरू से जवान होने तक मेरी बहुत सारी ऐसी यादें हैं जिनके बारे में मुझे पता नहीं था कि मैं खेल खेल में ही, अनजाने में सेक्स सीख रही थी. वो सब खेल ही थे, जो हम सबको सेक्स का पाठ पढ़ाते हैं.
नमस्कार दोस्तो, मेरा नाम राज है. मैं गुजरात में भावनगर से हूँ. हालांकि अब मैं सूरत में रहता हूँ.
फिर आखिर एक दिन वो मौका आ ही गया. मॉम डैड कोई काम से गांव गए थे और भाई अपने दोस्तों के साथ घूमने और फ़िल्म देखने गए थे. दोपहर के 2 बजे थे, पूरा घर सूना था. सब अपने अपने घर में सोये हुए थे. मैं भी टीवी देख रहा था.
मेरा नाम मीरा है और मैं 24 साल की हूँ. मैं हैदराबाद की एक आईटी कम्पनी में काम करती हूँ. वैसे मैं पंजाब की रहनेवाली हूँ. मेरे परिवार में मम्मी पापा और मेरा छोटा भाई है जो पंजाब में ही रहते है.
मैंने तब तक सेक्स नहीं किया था. एक दिन घर में ऐसी घटना हुई कि मुझे चूत की मजेदार चुदाई का मौक़ा मिला. मगर ये चूत किसी और की नहीं बल्कि मेरी विधवा ताई की थी.
मैंने अपने पड़ोस की एक लड़की से दोस्ती की, गर्लफ्रेंड बनायी. उसकी एक सहेली थी शादीशुदा . मेरी गर्लफ्रेंड की सहेली ने कैसे मुझसे अपनी चूत चुदवायी और उसके बाद .
मैं भाभी की चूत में उंगली डालकर चूची मसल रहा था। तभी उनके बेटे की आवाज आई और मेरा खेल बिगड़ गया। उसके बाद मैंने भाभी की चूत चुदाई कैसे की?
मैने फिर उसको किस किया और नींबू पानी पिलाया हम नंगे ही बैठे थे वो मेरे लंड को देख रही थी मैने पूछा क्या देख रही उसने कहा ये भी तो लंबा हैं और मोटा है जैसे की बैगान पर मेरी दोस्त कहती है जो बात इसमे है वो किसी और चीज़ मे नही मैने कहा एक किस करो इस पर वो बोली ऐसे भी कोई करता है मैने कहा मूह मे ले कर चूसो फिर नही पूछोगी ये सवाल वो चूसने लगी थोड़ी देर मैं ऐसे चूसने लगी मानो उस पर मलाई लगी हो और आवाज़ निकाल रही थी पुच पुच्छ की
नमस्कार दोस्तो, मैं आपको अपनी एक कहानी बताने जा रही हूं. मुझे ये कहानी बताने में थोड़ा अजीब लग रहा है लेकिन ये मेरी अपनी कहानी है इसलिए मैं आपको बता रही हूं.
एनकाउंटर वित सिस: फर्स्ट फक ये कहानी मेरी और मेरी चाची की लड़की स्वीटी के बारे मे है. चाचा की 3 साल पहले ही डेत हुई है तो. हम ही उनका घर चलाते है. स्वीटी दिखने मे फेर है. उसके लंबे घने बाल कमर तक आते है. उसका फिगर 36 30 37 है. अभी वो 23 ईयर्स की है. और मैं 24. मैं एवरेज गाइ हू. 7इंच लंबा लंड. फेर. इतना स्टोरी के लिए काफ़ी है. ये बात पिछले गर्मियो की है. मे2014 हम सब स्वीटी के घर हॉलिडेज़ के लिए गये. घर मे जाते ही उसने मुझे गले लगाया. वैसे तो हम हमेशा वॉट’स अप और एसएमएस पे चॅट करते थे पर सामने मिलने से हम काफ़ी एग्ज़ाइटेड थे. पहले दिन रात को मैं अकेला ही छत पे सोया था. और सब नीचे कमरे मे सोए थे.
अब मैं मधु से मिलना चाहता था मैंने उससे कहा मैं तुमसे मिलने के लिए चंडीगढ़ आ रहा हूं, वह मुझे कहने लगी कि लगता है आप मजाक कर रहे हैं। उसे मेरी बात मजाक ही लग रही थी परंतु मैं उससे मिलने के लिए बहुत सीरियस था और मैं उससे मिलने के लिए चंडीगढ़ चला गया, जब मैंने चंडीगढ़ पहुंच कर उसे फोन किया तो उसे तब भी यह बात मजाक ही लग रही थी उसे मुझ पर भरोसा नहीं हो रहा था, मैं जब मधु से मिला तो वह मुझसे मिलकर बहुत खुश हो गई, वह कहने लगी मुझे तो लगा ही नहीं था कि आप मुझसे मिलने आ जाएंगे, मेरे लिए तो यह एक सपने जैसा है। मैंने मिलते ही मधु को गले लगा लिया वह भी मुझसे गले लग गई हम दोनों कुछ देर तक साथ में बैठे रहे लेकिन मुझे मधु के साथ कहीं अकेले जाना था। मैने जिस होटल में रूम लिया था उसी होटल में मैं मधु को अपने साथ ले आया उसे मेरे साथ आने में कोई तकलीफ नहीं हुई वह मेरे साथ आई तो बहुत खुश नजर आ रही थी। मैंने मधु को बंद कमरे में किस किया तो उसकी नजरें झुक गई उसने मुझे कसकर पकड़ लिया और वह भी मुझे किस करने लगी हम दोनों ने एक दूसरे को काफी देर तक किस किया।
मेरी इस माँ बेटा सेक्स स्टोरीज़ में पढ़ें कि मैं मां को गोवा ले गया जहां मैंने कई बार मां को चोदा. मां ने वहां पर होटल के वेटर से लेकर विदेशी तक को नहीं छोड़ा.
दोस्तो, मेरी बीवी ऋतु ने इनकम टैक्स ऑफीसर के साथ चुदाई करने के बाद मेरी सारी टेंशन खत्म कर दी थी. अब मुझे कोई प्राब्लम नहीं थी. ऋतु ने फिर से अपनी मॉडलिंग पे ध्यान देना शुरू कर दिया था और जिम भी जाने लगी थी. अब वो पहले से और भी ब्यूटिफुल हो गयी थी. उसने अपने जिम ट्रेनर को बोल कर अपनी गांड को बड़ी, गोल और सुडौल करने वाली एक्सर्साइज़ करनी शुरू कर दी थी.
मैं एकदम से चौंक गया और उनसे पूछने लगा कि अरे आपने मुझे पहले बताया ही नहीं . अभी आप कहां हो?
उस शाम मुस्कान को शाम को एक पार्टी में जाना था. इसलिए वो पार्लर गयी थी. मैं और शिशिर हम दोनों लोग खुश थे कि मेरी सहेली शाम को पार्टी में जाएगी और मैं मेरे पति के सोने के बाद अपनी सहेली के पति से सेक्स करूंगी.
Kamukta, मैं उम्र के 63 वर्ष में प्रवेश कर चुका था मुझे रिटायर हुए अभी 3 वर्ष ही हुए थे रिटायर होने के बाद मैं अपनी पत्नी हेमा के साथ अपने घर पर कुछ फुर्सत के पल बिताया करता क्योंकि हम दोनों को एक दूसरे के लिए कभी समय ही नहीं मिल पाया। जब मेरी हेमा से शादी हुई थी उस वक्त मेरी उम्र 21 वर्ष थी और हेमा की उम्र 20 वर्ष थी हेमा मुझसे 1 वर्ष छोटी थी। जब हम दोनों की शादी हो गई तो उसके बाद हेमा ने सारी जिम्मेदारियों को अपने कंधों पर ले लिया कई बार वह मेरी मां की डांट भी खाया करती थी। उस वक्त हेमा समझदार ना थी और कहीं ना कहीं उसके अंदर बचपना तो था ही हेमा मुझे हमेशा कहती की आप घर का कितना ख्याल रखते हैं। घर में मैं ही एकलौता था इसलिए सारा दारोमदार मेरे ऊपर ही था मेरे पिताजी की मृत्यु बहुत ही जल्द हो गई थी।
हम दोनों शैंकी की गर्लफ्रेंड से मिलने के लिए चले गए, जब मैं शैंकी की गर्लफ्रेंड से मिला तो उसके साथ में उसकी एक सहेली भी आई हुई थी। शैंकी मेरे कान में कहने लगा क्या तुम इसे चोदोगे? मैंने उसे कहां ऐसी माल को कौन चोदना नहीं चाहता। उसने अपनी गर्लफ्रेंड से कह कर मेरी बात उसकी सहेली से करवा दी हम दोनों अलग टेबल में जाकर बैठ गए। जब हम दोनों की सेटिंग पूरी तरीके से हो गई मैंने शैंकी से कहा मुझे इसे चोदने के लिए लेकर जाना है। वह कहने लगा तुम चिंता मत करो मैं तुम्हारा पूरा बंदोबस्त करवा देता हूं हम चारों लोग शैंकी के दोस्त के फार्महाउस में चले गए। जब हम लोग वहां पर गए तो वह फार्महाउस बहुत ही बड़ा था मुझे उस फार्महाउस को देखकर बहुत अच्छा लग रहा था। जब हम लोग उस फार्म हाउस के कमरे में गए तो मैंने उस लड़की को कस कर पकड़ लिया उसका नाम रोशनी है। वह भी जैसे मेरे बाहों में आकर बहुत खुश थी। मैं उसके स्तनों को दबा रहा था मैंने जब उसकी चूत में उंगली डालनी शुरू की तो उसकी चूत ने पानी छोड़ना शुरू कर दिया। मैं बड़ी तेजी से उसके स्तनों को दबाता जाता मैंने काफी देर तक उसके स्तनों को अपने हाथों से दबाया। जब हम दोनों पूरी तरीके से उत्तेजित हो गए तो मैंने उसके पूरे कपड़े उतारते हुए उसके स्तनों को चूसना शुरू कर दिया।
मैंने एक आंटी की मदद की उनका सामान उनके घर पहुंचाने में. उन्होंने मुझे अंदर बुला लिया. उनके घर में जाकर मैंने आंटी की चूत चुदाई की. ये सब कैसे हुआ? उनकी सहेली कैसे आयी?
antarvasna, hindi sex story मैं एक बड़ा ही आलसी व्यक्ति हूं मुझे कोई भी काम करना बिल्कुल पसंद नहीं है इसी वजह से मेरी तबीयत खराब हो गई और मुझे डॉक्टर ने कहा कि आप सुबह शाम टहलने के लिए जाइये तभी आप ठीक हो पाएंगे, मेरी दवाइयां भी चल रही थी और अब मैं सुबह के वक्त टहलने जाने लगा, जब मैं सुबह टहलने जाता था तो उस वक्त मुझे एक लड़की हमेशा दिखाई देती थी मैं अपने घर के पास ही पार्क में जाया करता था वह भी हर सुबह वहां आया करती थी। मैं अकेला ही जाया करता था और मैं जब टहलने जाया करता था तो उस लड़की की नजरें सिर्फ मुझे ही देख रही होती थी मुझे ऐसा लगता कि जैसे वह मुझसे बात करना चाहती है लेकिन मैंने भी उससे कभी बात नहीं की, कुछ दिनों बाद मेरी तबीयत दोबारा से खराब हो गई और मैं कुछ दिनों तक सुबह जोगिंग पर नहीं गया मैं घर पर ही आराम कर रहा था मेरा काम मेरा भाई ही संभालता था, वह मुझसे छोटा है लेकिन उसकी शादी हो चुकी है, मैंने अभी तक शादी नहीं की है क्योंकि पहले मैं एक लड़की से प्रेम करता था परंतु उसकी शादी कहीं और हो गई उसके बाद से मैंने कभी किसी लड़की के बारे में नहीं सोचा और कुछ दिनों तक मैं घर पर ही था।
नमस्कार दोस्तो, आप सभी का मेरी कहानी में हार्दिक स्वागत है. मेरी पिछली कहानियों को आपका इतना प्यार मिला, उसके लिए मैं आपका धन्यवाद करता हूँ और उम्मीद करता हूँ कि आगे भी मुझे ऐसे ही प्यार देते रहोगे और इमेल्स करते रहोगे. मेरी पिछली कहनियाँ को पढ़कर बहुत सी फीमेल ने अपनी चूतों का रस निकाला और बहुत से मर्दों और लड़कों ने अपने लंडों की प्यास शांत की।
मैं कॉलेज में था और मेरे पास कोई चूत नहीं थी चोदने को. तभी कॉलोनी की एक भाभी ने उनके बेटे बच्चे को ट्यूशन पढ़ाने को कहा. मैंने उस भाभी की चूत को पहली बार की चोदा?
जॉब के कारण मैं पंजाब में रहा तो मैंने एक कमसिन सेक्सी पंजाबन लड़की के साथ पहली चुदाई की. मैं उनके घर में किरायेदार था. ये सब कैसे हुआ? पढ़ कर मजा लें.
मैं उनके ऊपर चढ़ गया और अपना लौड़ा उनकी चुत के अन्दर डाल दिया और धीरे धीरे हिलाने लगा.
अजय भी शायद मुझे प्यार करने लगा था उसका प्यार एक तरफा ही था लेकिन मुझे इस बात की चिंता सता रही थी कि कहीं मेरे पिताजी और मां को इस बारे में पता ना चल जाए। गांव के माहौल में कभी भी इस बात की स्वीकार्यता नहीं थी इसलिए मैं काफी डरी हुई थी मैं और अजय ऐसे ही चोरी छुपे मिलने लगे थे। हम दोनों चलते चलते अपने गांव से थोड़ी दूरी पर निकल गए और वहां पर बैठकर हमने काफी देर तक एक दूसरे से बात की अजय के साथ बात कर के मुझे बहुत अच्छा लगा और मुझे ऐसा लगा कि जैसे अजय अपने जीवन में कुछ बड़ा करना चाहता है। मैंने अजय से कहा तुम काफी मेहनती हो तुम जरूर अपने जीवन में आगे बढ़ोगे। अजय कहने लगा मेरी मां भी हमेशा यही कहती है और जब मुझे तुमसे बात करने का मौका मिला तो मुझे ऐसा लगा कि जैसे तुम्हारे अंदर भी मेरी मां का कोई रूप छुपा हो तुम बिलकुल मेरी मां की तरह बात करती हो वह भी मुझे ऐसे ही समझाती रहती हैं और जिस प्रकार से तुम से मेरी मुलाकात हुई है वह भी किसी इत्तेफाक से कम नहीं है। मुझे भी अजय का साथ पाकर अच्छा लगा लेकिन जब अजय ने यह कहा कि मैं कल पटना लौट जाऊंगा तो मुझे यह बात हुई बुरी लगी। उस दिन मुझे अजय को देखकर ऐसा प्रतीत हो रहा था कि मै उसे अपनी बाहों में ले लू लेकिन मैं गांव की एक सीधी-सादी सी लड़की थी इसलिए मेरे अंदर इतनी हिम्मत ना थी परंतु अजय ने हिम्मत दिखाते हुए आखिरकार मुझे गले लगा लिया। जब अजय ने मुझे गले लगाया तो मेरे अंदर से उत्तेजना जागने लगी थी मेरे अंदर से एक करंट सा निकलने लगा। मैं अजय से गले मिलकर बहुत खुश थी जब अजय ने मेरे गुलाब जैसे होठों को अपने होठों से चुंबन किया तो मैं बिल्कुल रह ना सकी। मैंने अजय से कहा तुम मेरे होठों को बड़े अच्छे से चूम रहे हो मुझे बहुत अच्छा लग रहा है। हम दोनों पास के एक खेत में चले गए वहां कुछ दिखाई नहीं दे रहा था इसलिए हम दोनों ने खेत में जाकर एक दूसरे को काफी देर तक चुंबन किया जिससे कि हम दोनों एक दूसरे के प्रति आकर्षित हो गए।