ताऊ भतीजी की अनोखी चुदाई कहानी – Part 2
फिर उन्होंने अपने लंड को कोमल की गांड पर सटा कर एक जोर के झटका मारा और कोमल के मुख से एक जोर की आवाज निकली ‘आआह्हह … माँआआ …’
फिर उन्होंने अपने लंड को कोमल की गांड पर सटा कर एक जोर के झटका मारा और कोमल के मुख से एक जोर की आवाज निकली ‘आआह्हह … माँआआ …’
नमस्कार, मेरा नाम सुनीता है. मैं एक हाउसवाइफ हूँ लेकिन दिखने में बहुत सेक्सी हूँ. मैं अपने घर का सारा काम करती हूँ. और जो गुण एक संस्कारी बहू में होनी चाहिए वो सारे गुण मेरे अन्दर हैं.
अब मैं उठा और मैंने रूम के बाहर जाकर देखा, बाहर कोई नहीं था. मैंने रूम को अन्दर से लॉक कर दिया. फिर उसके पास जाकर उसके कपड़े उतारने लगा. वो मना करने जैसे इशारा भी किये जा रही थी और अपने हाथ उठा कर अपने कपड़े भी उतरवाती जा रही थी. मैंने उसका टॉप लोअर उतार दिया. अन्दर उसने रेड कलर की ब्रा और पिंक कॉलर की पेंटी पहन रखी थी. मैंने भी झट से अपने लोअर और टी-शर्ट को उतार दिया.
यह एक सच्ची घटना है, जो मेरे साथ पाँच साल पहले घटी थी. जब मेरा पहला सेक्स चाची के साथ हुआ था. इस घटना में मैं आपके साथ अपना वो अनुभव साझा करना चाहता हूँ कि कैसे मेरी चाची ने मुझे चुदाई करना सिखाया और मेरी चढ़ती जवानी को निखार दिया.
मैंने अपने गाँव की एक औरत की चुदाई की और अक्सर पैसे देकर उसे चोदने लगा. मेरी एक बहन भी है बहुत खूबसूरत. एक दिन उस औरत ने मुझे मेरी बहन के बारे में कुछ बताया. क्या था वो राज?
उन्होंने बहुत कोशिश की, लेकिन मैंने मना कर दिया.
antarvasna अपनी पत्नी के तानों से परेशान होकर उसे फिल्म ले जाने का वादा मुझे पूरा करना ही पड़ा काफी समय से वह मुझसे कह रही थी कि तुम मुझे मूवी दिखाने के लिए ले चलो। उसके पसंदीदा हीरो की फिल्म जो लगी थी और वह चाहती थी कि वह रिलीज के पहले ही दिन अपने पसंदीदा हीरो की पिक्चर देखने के लिए जाए लेकिन मैं उसे कई दिनों से टालने की कोशिश कर रहा था क्योंकि मुझे फिल्मों में बिल्कुल भी रुचि नहीं है। वह हो एक दिन मुझ पर बहुत गुस्सा हो गयी और कहने लगी आपको आज मुझे पिक्चर दिखाने के लिए लेकर जाना ही पड़ेगा। मैं भी उसे मना ना कर सका और आखिरकार उसकी बात को मुझे मानना ही पड़ा क्योंकि वह मुझसे बहुत गुस्सा हो गई थी।
मैंने पूछा- अगर मैं तुम्हारी बीवी होती तो तुम क्या करते?
मैंने उसे कहा यदि तुम्हें वह अच्छा लग रहा है तो तुम उससे अपने दिल की बात कह दो सुरभि कहने लगी लेकिन मेरी हिम्मत उससे बात करने की नहीं होती इसलिए मैंने अब तक उससे अपने दिल की बात नहीं कही, कुछ दिनों बाद सुरभि ने मुझे कहा कि मैंने उस लड़के से अपने दिल की बात कह दी है और उसने भी मुझे हां कह दिया है, उस दिन उसके चेहरे पर बहुत खुशी थी मैं समझ नहीं पा रहा था कि मुझे उस वक्त क्या करना चाहिए लेकिन मैंने उस समय चुप रहना ही मुनासिब समझा उसके बाद सुरभि मुझे कई दिनों तक नहीं मिली मुझे उससे नहीं मिलने का दुख सता रहा था मैं बहुत ज्यादा दुखी था मैंने सुरभि को फोन किया तो सुरभि ने फोन उठाते हुए कहा हां अमन कहो, मैंने उसे कहा मुझे तुमसे मिलना था, वह कहने लगी ठीक है मैं तुमसे अपने ऑफिस के बाद मिलती हूं। जब वह मुझे मिली तो उसके साथ एक लड़का भी था उस लड़के को देखकर मैं थोड़ा नर्वस सा हो गया सुरभि ने मुझे जब उससे मिलवाया तो वह कहने लगी यह सूरज है मैं सूरज की ही बात तुमसे कर रही थी, उसने मुझे सूरज से मिलवाया, मैं काफी दुखी हो गया था कुछ देर बाद वह दोनों मेरे चेहरे पर देख कर बड़ी जोर से हंसने लगे मुझे कुछ समझ नहीं आ रहा था कि वह क्यों हंस रही है, तब मुझे सुरभि ने सारी बात बताई और कहा कि मैं तो तुम्हें ऐसे ही आजमा रही थी कि तुम मेरे बारे में क्या सोचते हो, जब उसने यह बात कही तो मेरे चेहरे पर एक मुस्कान आई और मुझे यह पता चल चुका था कि सुरभि ने मेरा बेवकूफ बनाया है। सूरज उसका कलीग है वह ऑफिस में उसके साथ काम करता है सुरभि मुझे सिर्फ यह दिखाना चाहती थी कि मै उससे कितना प्यार करती हू।
छाया जो अभी तक सिर्फ आंख बंद कर के सीत्कार मार रही थी वो चिल्लाने लगी- आह आ…ह … आजा राहुल … जल्दी आजा!
उसके बाद उसने खुद ही मेरा सिर पकड़ा और अपनी चूत पर रखवा दिया. मैं उसकी चूत को चाटने लगा. उसके मुंह से कामुक सिसकारियां निकलना शुरू हो गईं. वह आह्ह् … ओह्ह … ऊह्ह … करने लगी.
फिर मैंने आंटी की ब्रा भी उतार दी और उनकी चूचियों को चूसने लगा. आंटी अपने मुँह से ‘ऊ ऊ ऊह उऊऊ आहह.. स्स्ड्ड..’ आवाज करने लगीं.
मैं उसके उपर था और वो मेरे नीचे. मैने उसकी चूत मे जीभ डालकर चोदने का प्रथम चरण आरंभ किया. तो उसने भी मेरे लंड को हाथ से हिलाते हुए. मेरी गॅंड के होल को चाटना शुरू किया… इस शॉक से मैं उभर पाता इससे पहले उसने लंड को मूह मे लेकर चूसना शुरू किया… “सिस्टर”
दोस्तों आज मैं आप लोगों को एक ऐसी कहनी बताने जा रहा हूँ कि आप लोग हस हस के पागल हो जाओगे | उससे पहले मैं आप लोग को अपना परिचय दे देता हूँ उसके बाद मैं आप लोगों को उस कहानी के बारे में बताऊंगा | दोस्तों मेरा नाम अंकित ठाकुर है मैं जबलपुर का रहने वाला हूँ और मेरी उम्र 22 साल है और मैं भी पढाई कर रहा हूँ और जॉब भी करता हूँ |
फिर मैं शबाना से लिपट गया और उसको किस करने लगा. वो भी मेरा साथ देने लगी. मैं और शबाना बहुत गरम हो गए थे. मैंने उसकी शर्ट के बटन खोल दिए, उसने अन्दर लाल रंग की ब्रा पहनी हुई थी. क्या मस्त माल लग रही थी.
कुछ देर तक ऐसा ही खेल खेलने के बाद भाभी ने कहा- जनाब, अकेले ही नंगे पड़े रह कर मजा लेते रहोगे या किसी और की तरफ भी ध्यान दोगे?
दिस ईज़ माय रियल सेक्स स्टोरी. पहले मैं मेरे फॅमिली के बारे मे बता दू मेरी फॅमिली मुंबई (कल्याण) मे रहते हैं हम 2 भाई एक बहन हैं बड़े भाई सुजीत (30) के शादी हो गयी हैं वो अपनी बीबी के साथ अलग रूम लेकर रहते है. मैं (25ईयर ) मेरे पापा मम्मी और माय सिस्टर रूचि (22) 4 लोग साथ मे रहते है मेरा 2 बीएचके रूम हैं… मैं देसी कहानी पर सेक्स स्टोरी पिछले 2 साल से पढ़ रहा मुझे सबसे ज़्यादा बहन भाई की चुदाई की कहानी ही पसंद आती है बिकॉज़ मैं भी अपनी बहन के साथ ऐसा ही करना चाहता था जिसमे मैं पिछल 6 मंथ पहले सफल हुवा……
मैंने उसे कहा नहीं तो तुम्हें यह किसने कहा वह मुझे कहने लगी सर मैंने आपके लैपटॉप में अपनी फोटो देखी और मुझे पता चला कि आप मुझे प्यार करते हैं लेकिन आप ने कभी भी अपने दिल की बात मुझसे नहीं कहीं। मैंने मधु से कहा मैं तुमसे प्यार करता था लेकिन जब मुझे पता चला कि तुम किसी और से ही प्रेम करती हो तो मैंने अपने दिल से तुम्हारा ख्याल निकाल दिया और मैंने उसके बाद कभी भी तुम्हारे बारे में नहीं सोचा। मधु मुझे कहने लगी यदि आपने मुझे पहले यह बता दिया होता तो शायद यह सब नहीं होता आपके जैसा लड़का मुझे मिल पाना शायद मुश्किल होगा कभी भी आपके जैसा लड़का मुझे अपने जीवन में नहीं मिल पाएगा यदि आप के साथ मेरी शादी होगी तो मुझे बहुत अच्छा लगेगा। मुझे नहीं मालूम था कि मधु मुझे इतना पसंद करती है मैं अपने दिल में सिर्फ इसी डर से उससे कह नहीं पाया कि मुझे लगा कि कहीं उसे बुरा लगेगा इसलिए मैंने उसे आजतक अपने दिल की बात नहीं कही थी लेकिन जब उसने यह बात कही तो मैं खुश हो गया और मेरे चेहरे पर वह मुस्कान दुबारा से आ गई जो पहले थी। हम दोनों एक दूसरे के साथ अच्छा समय बिताया करते मुझे उसके साथ में समय बिताना अच्छा लगता था। मधु के पिताजी ने उसके लिए लड़का देख लिया था लेकिन मधु मुझसे प्यार करने लगी थी और हम दोनों का प्यार परवान चढ़ चुका था।
हैलो फ्रेंड्स, मेरा नाम मनमीत सिंह है. मैं रोहतक हरियाणा से हूँ. अन्तर्वासना पर ये मेरी पहली कहानी है. कोई गलती हो जाए तो माफ़ कर देना.
दोपहर का एक बज चुका था, सौरभ ने मालिश कराने की इच्छा जताई, मालविका भी तैयार हो गयी। सोनाली उन लोगों से घुली मिली थी तो उसने सौरभ के कपड़े खुद उतार दिए। सौरभ सिर्फ चड्डी में लेटा हुआ था, बाकी हम तीनों ने अपने कपड़े खुद उतारे।
शुरू में तो मुझे मजे मजे में पता ही नहीं चला.. पर थोड़ी देर बाद मैंने उससे कहा, तो बोला- कॉलेज में तो रोज ही जाते हैं.. चलो आज एक नया नजारा दिखाता हूँ।
मेरी शादी की रात सारी रस्में खत्म होने के बाद मेरी ननद मुझे एक कमरे में ले कर गई.. जो पहले से फूलों और दूसरी सजावटी चीजों से सजा हुआ था, साथ ही उस कमरे में से एक अलग ही खुशबू आ रही थी।
अपनी सेक्सी चाची को बेड पर लिटाकर मैं टूट पड़ा उन पर … मेरून रंग की ब्रा और पेंटी मेरे बोलने पर ही उन्होंने उसी दिन खरीदकर पहनी थी।
माँ बेटा सेक्स की गंदी कहानी में पढ़ें कि कैसे मैं अपने दो जवान बेटों से चुद गई. असल में मेरा तलाक हो चुका था और तब से मैं चुदी नहीं थी. अपनी वासना शांत करने के लिए मैंने …
मेरी चूत में झुरझुरी सी उठने लगी थी. चाचा ने मेरी चूत को अपने हाथ से सहला दिया. मेरी चूत फूली हुई सी लग रही थी. मेरी चूत पर हल्के से झांट भी थे. मेरी चूत को सहलाने के बाद चाचा ने मेरी चूत में उंगली डाल दी और दो उंगलियों को डाल कर अंदर-बाहर करने लगे.