सुबह सवेरे बीवी की मदमस्त चुदाई – Part 2
मेरी बीवी दस मिनट तक मेरे ऊपर ही पड़ी रही. फिर उठकर उसने से मेरे बाल पकड़ लिये और मेरे होंठ अपने होंठों में लेकर बेताहाशा चूसने लगी.
मेरी बीवी दस मिनट तक मेरे ऊपर ही पड़ी रही. फिर उठकर उसने से मेरे बाल पकड़ लिये और मेरे होंठ अपने होंठों में लेकर बेताहाशा चूसने लगी.
hindi sex story गरिमा की शादी की पूरी तैयारियां हो चुकी थी उसके घर में रंग बिरंगी लड़ियाँ लगी हुई थी और घर पूरी तरीके से चमक रहा था हमारे घर से गरिमा का घर साफ दिखाई दे रहा था इसलिए मैं गरिमा के घर को देख पा रही थी। मुझे बहुत खुशी थी कि गरिमा की शादी होने जा रही है और उसके चेहरे पर भी कहीं ना कहीं इस बात की खुशी थी कि उसके मनपसंद का लड़का उसे मिलने जा रहा है। मैं जब गरिमा से मिलने के लिए गई तो गरिमा के घर में पकवानों की खुशबू और मसालेदार खाने से घर पूरी तरीके से महक चुका था और घर में खुशनुमा माहौल बना हुआ था। मैं जब गरिमा से मिली तो गरिमा कहने लगी काजल आखिरकार तुम्हे समय मिल गया मैं तुम्हारा इंतजार कब से कर रही थी और तुम अब जाकर आ रही हो। मैंने गरिमा से कहा यार सॉरी आने का समय नहीं मिल पाया, मैं भी उस वक्त क्या कहती मेरे पास कोई जवाब नहीं था।
मेरे दोस्त की गर्लफ्रेंड मुझे अपने भाई जैसा मानती थी. लेकिन उसे देख मेरा लंड खड़ा होने लगता था. मैं अपनी मुँहबोली बहन की चुत चुदाई करना चाहता था. मैंने कैसे की?
मैं तो उस टाइम ख़ुशी के मारे पागल हो गया | फिर जब दोस्त की बहन उसे मेरे पास लेकर आई तो मेरा दोस्त मुझसे कहने लगा भाई अतुल जो बात करनी है कर ले | फिर मैंने उसे हाय बोला और सबसे पहले उसका नाम पूछा | उसका नाम कायनात था वो २२ साल की थी और मेरे बारे में तो मेरे दोस्त की बहन ने उसे बता ही दिया था | फिर उसके बाद कायनात मुझसे बोलने लगी कि क्या आप मुझे पसंद करते है तो मैंने कहा हाँ मैं तुमको बहुत पसंद करता हूँ | तो बोलने लगी अछा तो इस लिए आप मुझे रोज देखते रहते थे तो मैंने बोला हाँ तो वो हसने लगी और कहने लगी तो आप मुझे बुला कर के बोल सकते थे | फिर मैंने कहा मुझे अच्छा नहीं लगता और थोडा डरता भी था | उसके बाद वो कहने लगी आप भी मुझे अच्छे लगते हो | फिर उसके बाद हम दोनों की दोस्ती हो गयी और उसी समय मैंने कायनात का मोबाइल नंबर भी ले लिया और उसके बाद कायनात और मेरे दोस्त की बहन कोचिंग चले गए | इर मेरे दोस्त बिट्टू ने मुझसे कहा ठीक है भाई तेरा काम तो हो गया अब जाता हूँ | फिर उसके बाद मैं भी अपनी दुकान में चला गया और उसके बाद जब कोचिंग छूट गई तो मैंने कायनात को मेसेज किया | उस दिन के बाद हम दोनों की मेसेज में बात होने लगी और हम दोनों एक दूसरे को फ़ोन भी करने लगे थे | हमारी रात रात भर फ़ोन में बात होने लगी और वो रोज मुझसे मिलती थी जब कोचिंग आती थी | वो कोचिंग से सीधे कालेज जाती थी कभी कभी मैं कायनात को कालेज छोड़ने जाता था | उसके बाद मैंने सोचा की अब कायनात को अपने रूम बुला कर चोदुंगा |
मैं एकदम से चौंक गया और उनसे पूछने लगा कि अरे आपने मुझे पहले बताया ही नहीं . अभी आप कहां हो?
दोस्तो, मेरा नाम अखिल है। मैं दिल्ली का रहने वाला हूं। आज मैं आपको एक सच्ची बहनचोद कहानी बताना चाहता हूं। ये कहानी मेरी और मेरी बहन के बीच हुई एक सच्ची घटना है। मैं अपने बारे में बता दूं कि मेरी उम्र 25 साल है। रंग गोरा है और हाइट 5.9 फीट है।
चूत चोदाई की यह कहानी एक पाठिका की चोदाई की है जिसने मेरी कहानी पढ़ कर मुझसे सम्पर्क किया था. वो शादीशुदा थी और उसका पति विदेश चला गया था.
चूत की देवियों और लण्डधारी दोस्तों को मेरा सादर प्रणाम. मैं टोनी … मेरी पहली कहानी चाची संग सेक्स की आप लोगों के सामने प्रस्तुत कर रहा हूँ, अगर लिखने में कोई गलती हो तो क्षमा चाहूंगा।
अपनी सेक्सी चाची को बेड पर लिटाकर मैं टूट पड़ा उन पर … मेरून रंग की ब्रा और पेंटी मेरे बोलने पर ही उन्होंने उसी दिन खरीदकर पहनी थी।
सबा भी मेरा साथ देने लगी. किस करते हुए मैं सबा के चूचे को और जोर से मसल रहा था और वो मेरा लंड पकड़ कर आगे पीछे करने लगी। पहले तो मेरा लंड पकड़ कर सहला रही थी, फिर मुझे रूकने के लिए बोली और नीचे झुक कर मेरा लंड को चूसने लगी. कुछ देर लंड चुसवाने के बाद मैंने उसकी सलवार को खोल दिया और उसे नीचे कर दिया.
कोई पांच मिनट लंड चुसवाने के बाद मैंने उससे कुतिया बनने को कहा. वो बेड पर कुतिया बन गई. मैंने अपने लंड और उसकी चूत के मुँह पर वैसलीन लगाई और लंड अन्दर डालने की कोशिश करने लगा. उसकी चूत अभी कसी हुई थी, तो मुझे थोड़ा दम लगाना पड़ा.
मैं हट गया और दोस्त ने उसकी टांगों को खींच कर उसे चित लिटा दिया. उसने भी अपनी चूत लंड के लिए खोल दी. दोस्त ने उसकी चुत में अपना लंड लगाया और फांकों में सुपारा रगड़ने लगा.
मेरा नाम नेहा है. मैं अपनी सहेली के पति से अपनी चुदाई की कहानी आपको बताने जा रही हूँ. मुझे उम्मीद है कि आपको मेरी कहानी पसंद आएगी.
फैमिली सेक्स स्टोरी में आपने पढ़ा कि ताई ने मुझसे अपनी वासना पूरी कर ली थी. लेकिन मुझे दोबारा ताई ने अपने करीब नहीं आने दिया. तो मैंने उन्हें कैसे मनाया सेक्स के लिए?
मेरा नाम मीरा है और मैं 24 साल की हूँ. मैं हैदराबाद की एक आईटी कम्पनी में काम करती हूँ. वैसे मैं पंजाब की रहनेवाली हूँ. मेरे परिवार में मम्मी पापा और मेरा छोटा भाई है जो पंजाब में ही रहते है.
दोस्तो, मैं राज आपका सबका अन्तर्वासना सेक्स कहानी साईट पर स्वागत करता हूं आप सबका प्यार अन्तर्वासना को मुझे ओर मेरे अन्य सभी लेखक लेखिकाओं मित्रों को यूँ ही मिलता रहे यही कामना है!
हम थोड़ी देर और चुंबन और मसाज़ का खेल खेलते रहे. फिर मैं दीदी के पज़ामे के नाड़े को खोल ही रहा था कि दीदी ने मना कर दिया.
शुरू में तो मुझे मजे मजे में पता ही नहीं चला.. पर थोड़ी देर बाद मैंने उससे कहा, तो बोला- कॉलेज में तो रोज ही जाते हैं.. चलो आज एक नया नजारा दिखाता हूँ।
मैं कॉलेज में था और मेरे पास कोई चूत नहीं थी चोदने को. तभी कॉलोनी की एक भाभी ने उनके बेटे बच्चे को ट्यूशन पढ़ाने को कहा. मैंने उस भाभी की चूत को पहली बार की चोदा?
लण्ड के छोटा होने के बाद मैंने उनको फिर से पकड़ लिया और किस करने लग गया। उनके मुँह से मेरे वीर्य की हल्की हल्की महक आ रही थी। फिर मैं किस छोड़ कर उन के नीचे पहुँचा और उनके घाघरे को उनसे अलग किया। अब वह केवल पैंटी में ही रह गयी थी। मैं उनकी चूत को पैंटी के ऊपर से ही किस करने लग गया। अब मुझसे रहा नहीं जा रहा था।
उसके बाद उन्होंने शादी के लिए उनके माता-पिता से बात की वह लोग भी मान गए और फिर जब उन दोनों की शादी हुई तो अजय भैया और सुनैना भाभी की शादी के बाद सब कुछ अच्छा था लेकिन ना जाने कुछ समय से उन दोनों के बीच झगड़े होने शुरू हो गए। उन दोनों के झगड़े की वजह उनका एक दोस्त है भैया को लगता है कि सुनैना भाभी उससे बातें करती हैं लेकिन सुनैना भाभी का नेचर भी ऐसा नहीं है वह बहुत अच्छी है। पता नही भैया के दिमाग में यह बात कहां से बैठ गई उसके बाद से इसी बात को लेकर उन दोनों के बीच काफी बार झगड़े हो जाते हैं। जब भी उनके फोन में उनके दोस्त की कॉल आती है तो वह बहुत ज्यादा गुस्से में हो जाते हैं और अब तो वह छोटी-छोटी बातों पर भी सुनैना भाभी से झगड़े करने लग जाते हैं। इस बात को लेकर मम्मी पापा ने कई बार उन्हें समझाया लेकिन अजय भैया तो कुछ समझने को तैयार ही नहीं है वह हमेशा भाभी के साथ झगड़ते रहते हैं जिससे कि घर में सब लोग परेशान हो चुके हैं। मैंने कमलेश से कहा इस बारे में क्या तुमने कभी सुनैना भाभी से बात नहीं की। कमलेश कहने लगा मैंने तो बात की थी लेकिन अब उन दोनों के बीच में आय दिन इतने झगड़े होते हैं कि उन दोनों को समझाना ही मुश्किल है इसलिए उन्हें घर पर कोई कुछ नहीं कहता और वह दोनों आपस में झगड़ते ही रहते हैं। सुनैना भाभी को मैं अच्छा लगने लगा था और उन्हें मैं कई बार समझाया करता था जब एक दिन सुनैना भाभी ने मेरे फोन पर फोन किया तो उनसे मैने काफी देर तक बात की हम दोनों की बातें काफी देर तक हुई।
मैने फिर उसको किस किया और नींबू पानी पिलाया हम नंगे ही बैठे थे वो मेरे लंड को देख रही थी मैने पूछा क्या देख रही उसने कहा ये भी तो लंबा हैं और मोटा है जैसे की बैगान पर मेरी दोस्त कहती है जो बात इसमे है वो किसी और चीज़ मे नही मैने कहा एक किस करो इस पर वो बोली ऐसे भी कोई करता है मैने कहा मूह मे ले कर चूसो फिर नही पूछोगी ये सवाल वो चूसने लगी थोड़ी देर मैं ऐसे चूसने लगी मानो उस पर मलाई लगी हो और आवाज़ निकाल रही थी पुच पुच्छ की
मैंने अब उसकी चूत पर अपना हाथ रखा और सहलाने लगा तो वो एकदम से सिहर उठी और अपनी टांगें भींच दी। मैं उसे किस करता रहा और धीरे-धीरे उसकी चूत को मसलता रहा। अब उसने अपनी टांगें खोल दीं और मजा लेने लगी। अब मैं धीरे-धीरे नीचे की तरफ बढ़ने लगा। उसके बूब्स को किस किया और चूसने लगा और धीरे-धीरे पेट से किस करते हुए बहन की चूत तक पहुंच गया। उसकी सिसकारियां अब बहुत तेज हो गई थीं।
मैं एक छोटे से फ्लैट में रहता था. एक दिन मैं बालकनी में सिर्फ चड्डी में खड़ा था कि बगल वाली छत पर एक भाभी मुझे देख रही थी. उसके बाद मैंने क्या किया?