उसके बाद उन्होंने शादी के लिए उनके माता-पिता से बात की वह लोग भी मान गए और फिर जब उन दोनों की शादी हुई तो अजय भैया और सुनैना भाभी की शादी के बाद सब कुछ अच्छा था लेकिन ना जाने कुछ समय से उन दोनों के बीच झगड़े होने शुरू हो गए। उन दोनों के झगड़े की वजह उनका एक दोस्त है भैया को लगता है कि सुनैना भाभी उससे बातें करती हैं लेकिन सुनैना भाभी का नेचर भी ऐसा नहीं है वह बहुत अच्छी है। पता नही भैया के दिमाग में यह बात कहां से बैठ गई उसके बाद से इसी बात को लेकर उन दोनों के बीच काफी बार झगड़े हो जाते हैं। जब भी उनके फोन में उनके दोस्त की कॉल आती है तो वह बहुत ज्यादा गुस्से में हो जाते हैं और अब तो वह छोटी-छोटी बातों पर भी सुनैना भाभी से झगड़े करने लग जाते हैं। इस बात को लेकर मम्मी पापा ने कई बार उन्हें समझाया लेकिन अजय भैया तो कुछ समझने को तैयार ही नहीं है वह हमेशा भाभी के साथ झगड़ते रहते हैं जिससे कि घर में सब लोग परेशान हो चुके हैं। मैंने कमलेश से कहा इस बारे में क्या तुमने कभी सुनैना भाभी से बात नहीं की। कमलेश कहने लगा मैंने तो बात की थी लेकिन अब उन दोनों के बीच में आय दिन इतने झगड़े होते हैं कि उन दोनों को समझाना ही मुश्किल है इसलिए उन्हें घर पर कोई कुछ नहीं कहता और वह दोनों आपस में झगड़ते ही रहते हैं। सुनैना भाभी को मैं अच्छा लगने लगा था और उन्हें मैं कई बार समझाया करता था जब एक दिन सुनैना भाभी ने मेरे फोन पर फोन किया तो उनसे मैने काफी देर तक बात की हम दोनों की बातें काफी देर तक हुई।
उसके बाद तो जैसे हम दोनों के फोन पर बातें होने लगी मुझे कई बार इस बात को लेकर डर भी लगता था, मैंने सुनैना भाभी से भी कहा कि यदि इस बारे में कमलेश और अजय भैया को मालूम चलेगा तो वह मेरे बारे में क्या सोचेंगे। वह मुझसे बात कर के खुश रहती थी उन्होंने कहा तुम इस बारे में चिंता मत करो लेकिन मुझे नहीं मालूम था कि उनके और अजय भैया के बीच में बिल्कुल भी सेक्स रिलेशन नहीं है। सुनैना भाभी मुझसे चाहती थी कि मैं उनके साथ सेक्स संबंध बनाऊ, एक दिन वह मुझसे मिलने के लिए आ गई वह मेरे रूम में आई तो वह कहने लगी तुम्हारा रुम तो बड़ा छोटा है। मैंने उन्हें कहा हां रुम तो छोटा है वह तो सिर्फ अपनी चूत की खुजली मिटाना चाहती थी। उन्होंने मुझे कहा आओ ना मेरे पास बैठा जाओ मैं उनके पास बैठा तो उन्होंने मेरी छाती को सहलाना शुरू किया मैं भी उत्तेजित होने लगा और मैंने उनके होठों को अपने होठों में ले लिया। मै उन्हें अच्छे से किस करने लगा और उन्हें भी बड़ा मजा आ रहा था काफी देर तक हम दोनों एक दूसरे के होठों का रसपान करते रहे।
जैसे ही मैंने अपने लंड को बाहर निकाल कर उनकी योनि पर सटाया तो उन्हें अच्छा महसूस होने लगा और वह पूरी तरीके से उत्तेजित होने लगी। मैंने भी अपने लंड को उनकी योनि के अंदर डाल दिया और उन्हें धक्के देने लगा। उनकी आवाज मेरे कमरे मे गूंज रही थी, मैं तेजी से उन्हे धक्के मारता रहता। उन्होंने अपने दोनों पैरों को चौड़ा कर लिया और मुझे कहा मुझे और भी तेजी से धक्के मारो मैं उन्हें और भी तेजी से धक्के मारता जाता। उनके अंदर की गर्मी और भी ज्यादा बढ़ती जा रही थी और वह पूरे जोश में आ जाती। मैं भी उत्तेजित हो गया था जैसे ही मैंने अपने वीर्य को उनकी योनि के अंदर प्रवेश करवाया तो वह खुश हो गई, वह कहने लगी आज इतने समय बाद मुझे अच्छा लगा। सुनैना भाभी कहने लगी मैं तुम्हें फोन करती रहूंगी मैंने उन्हें कहा क्यों नहीं आपकी रसीली चूत मारने मे मजा आता है। मैने उन्हे कहा आपके फोन का इंतजार करूंगा और आपका जब मन हो तो आप मेरे पास आ जाया कीजिए। उसके बाद तो वह अपनी चूत मरवाने के लिए मेरे पास आ जाती है और वह बहुत ज्यादा खुश रहती हैं और मुझे भी खुश करके चली जाती हैं इस बात का पता सिर्फ हम दोनों को ही है।