सुहागरात पर पहली बार चुदाई
मेरी शादी की रात सारी रस्में खत्म होने के बाद मेरी ननद मुझे एक कमरे में ले कर गई.. जो पहले से फूलों और दूसरी सजावटी चीजों से सजा हुआ था, साथ ही उस कमरे में से एक अलग ही खुशबू आ रही थी।
मेरी शादी की रात सारी रस्में खत्म होने के बाद मेरी ननद मुझे एक कमरे में ले कर गई.. जो पहले से फूलों और दूसरी सजावटी चीजों से सजा हुआ था, साथ ही उस कमरे में से एक अलग ही खुशबू आ रही थी।
मेरी गर्लफ्रेंड ने उसकी सहेली के साथ मेरी चुदाई की विडियो बना ली और उसे ब्लैकमेल करने लगी. बदले में मेरी सीनियर ने उसे मजा चखाने की योजना बनायी. क्या थी वो योजना?
हाय दोस्तो, मेरा नाम रागिनी वर्मा है.. मैं 26 साल की हूँ और आज मेरा फिगर 32-30-34 का है.. बहुत से लड़के मुझ पर आज भी मरते हैं.. उस वक्त मेरा गोरा बदन.. 28-24-28 का मोहक फिगर.. उम्र 20 की थी, मेरा पूरा बदन भरा-पूरा था।
अब मैं एक झटके मे अंदर डालने लगा मुझे पता था वो बहोत बार चुद चुकी है तो मेरे लॅंड लेने मे तकलीफ़ नही होगी. मेरा लॅंड एक ही बार मे उसकी चुत मे घुस गया. वो कराह रही थी और आवाज़ निकाल रही थी. मैं आगे पिछी करने लगा मेरा पूरा लॅंड अंदर बाहर हो रहा था. मैं लंबे धक्के मार रहा था. वो बोहोत ही सेक्सी आवाज़ निकाल रही थी. अब मैं ज़ोर ज़ोर से उसे चोदने लगा पूरे रूम मे चुत की आवाज़ गूँज रही थी. वो सेक्सी आवाज़ निकाल रही थी. थोड़ी देर बाद मैने उसे डॉगी मे आने को कहा और पीछे से उसकी चुत मे मेरा लॅंड डाल दिया और स्पीड से चोद रहा था. मेरा लॅंड ज़्यादा अंदर बाहर हो रहा था. मेरे धक्को से उसके हिप्स हिल रहे थे मैं बोहोत एग्ज़ाइटेड हो गया था और ज़ोर से चोद रहा था.
मैंने अपने पड़ोस की एक लड़की से दोस्ती की, गर्लफ्रेंड बनायी. उसकी एक सहेली थी शादीशुदा . मेरी गर्लफ्रेंड की सहेली ने कैसे मुझसे अपनी चूत चुदवायी और उसके बाद .
उन्होंने बहुत कोशिश की, लेकिन मैंने मना कर दिया.
पापा ने मम्मी को राजी कर लिया और हमारे पास कॉल कर दिया. 5 मिनट बाद मैं घर पहुंचा. उनके रूम में मैं सीधे पहुंच गया. मम्मी हमारी वाली पोज की तरह ही पापा के ऊपर बैठ कर चूत चटवा रही थी.
दोस्तो, मैं कॉलेज में पढ़ती हूँ और मेरा कॉलेज हमारे घर से बहुत दूर शहर के बाहर है, वो इलाका थोड़ा जंगल जैसा है। मैं कॉलेज हमेशा बस से ही जाती हूँ।
नमस्कार दोस्तो, मेरा नाम रॉकी है, मेरी उम्र 32 वर्ष और मैं उदयपुर राजस्थान से हूँ। कभी कभी आपके हमारे जीवन में ऐसी घटनाएं घट जाती हैं जिनको हम कभी भुला नहीं पाते। कुछ ऐसा ही एक वाकया मेरी जिंदगी के साथ भी जुड़ा हुआ है जिसे कभी भुलाया नहीं जा सकता.
मुझसे रहा नहीं जा रहा था। इतने दिन बाद मैं सच में दी को चोदूंगा।
गोपाल तेल गर्म कर लाया, वो पैर और जाँघों पर रगड़ने लगा। फिर राशिका दीदी अब पूरा उल्टा लेट गयी। उनकी गान्ड बहुत मस्त थी।
जैसा कि मैंने मेरी कहानी में बताया था कि अंशिका स्वाति की सबसे अच्छी दोस्त थी और हम पहली बार स्वाति के बर्थडे वाले दिन मिले थे। और उसके बाद मैं जब भी स्वाति से मिलने जाता तो ज्यादातर अंशिका उसके साथ ही होती थी। क्योंकि स्वाति की वजह से मैं अंशिका से कई बार मिल चुका था तो हम दोनों भी अच्छे दोस्त बन गए थे और हमने भी एक दूसरे के साथ नम्बर एक्सचेंज कर लिए थे और कभी कभी हमारी बातें भी हो जाया करती थी। कभी कभी जब मेरी और स्वाति की थोड़ी बहुत कहा सुनी हो जाती तो अंशिका ही हम दोनों की सुलह करवाती। स्वाति अंशिका को अपनी सगी बहन से भी ज्यादा मानती थी और अपनी सारी बातें उससे शेयर करती थी।
नमस्ते, मेरा नाम हर्षल है. मेरी उम्र 22 साल है. मैं पुणे महाराष्ट्र का रहने वाला हूँ. मेरी कदकाठी सामान्य है … पर मुझे 8 इंच लम्बे लंड की सौगात मिली है. आजकल मैं अक्सर हर हफ्ते अलग अलग औरतों के साथ सोना पसंद करता हूं.
पट्टी बंधी आंखों में उसके चेहरे का सबसे कामुक भाग उसके होंठ थे जो चाटने के बाद कमरे की रोशनी में चमक रहे थे। मैं उसके दाईं तरफ के गाल पर किस करते हुए उसके कान से होते हुए नीचे गर्दन पर पंहुचा। मौसम ठंडा था और कमरे में ए.सी. भी चल रहा था, फिर भी उसकी गर्दन पर पसीने की कुछ बूंदें थीं। ये बूंदें उसके गोरे बदन पर मोती की तरह चमक रही थी। मैंने इन मोतियों को चूमा और उसकी बाँहों के नीचे आ गया.
कोई पांच मिनट लंड चुसवाने के बाद मैंने उससे कुतिया बनने को कहा. वो बेड पर कुतिया बन गई. मैंने अपने लंड और उसकी चूत के मुँह पर वैसलीन लगाई और लंड अन्दर डालने की कोशिश करने लगा. उसकी चूत अभी कसी हुई थी, तो मुझे थोड़ा दम लगाना पड़ा.
kamukta, antarvasna मेरे और मेरे परिवार वालों ने घूमने का प्लान बनाया हम लोग चंडीगढ़ में ही रहते हैं और हमारे पड़ोस में मेरी सहेली पायल भी रहती है पायल के परिवार के सदस्यों का हमारे घर पर आना जाना लगा रहता है और हम लोगों के साथ उनके बड़े ही अच्छे और मधुर संबंध हैं इसी के चलते हम लोग जब भी घूमने का प्लान करते हैं तो एक साथ ही जाते हैं। पायल एक दिन हमारे घर पर आई और मेरी मम्मी से कहने लगी आंटी हम लोग मनाली का प्लान बना रहे हैं यदि आप लोग भी हमारे साथ चलें तो हमारा टूर बड़ा ही अच्छा हो जाएगा, मैंने पायल से कहा लेकिन यह बात तो आंटी ने हमें बताई ही नहीं और तुम लोगों ने एकदम से घूमने का प्लान बना लिया, पायल कहने लगी मम्मी आजकल कहीं बाहर गई हुई हैं मेरी मम्मी कहने लगी अच्छा तभी शायद तुम्हारी मम्मी आजकल काफी दिनों से हमारे घर पर नहीं आ रही हैं मेरी मम्मी ने कहा ठीक है बेटा हम लोग तुम्हारे साथ घूमने का टूर बना लेंगे।
यह एक सच्ची घटना है, जो मेरे साथ पाँच साल पहले घटी थी. जब मेरा पहला सेक्स चाची के साथ हुआ था. इस घटना में मैं आपके साथ अपना वो अनुभव साझा करना चाहता हूँ कि कैसे मेरी चाची ने मुझे चुदाई करना सिखाया और मेरी चढ़ती जवानी को निखार दिया.
इसके लिए मैंने मोहन से मिलने की बात कही तो रूपा तैयार हो गई और मैंने मोहन से कहा देखो मोहन मुझे तुमसे कोई भी परेशानी नहीं है लेकिन मैं चाहता हूं कि रूपा पहले अपनी जिंदगी में कुछ कर ले वह अपने पैरों पर खड़ी हो जाए उसके बाद तुम दोनों शादी कर लो मुझे तुम्हारे रिश्ते से कोई आपत्ति नहीं है। मोहन कहने लगा बाबूजी रूपा आपको बहुत ज्यादा मानती है और आपका बहुत सम्मान करती है इसलिए पहले वह कुछ कर ले उसके बाद हम लोग अपने रिश्ते के बारे में सोचेंगे। यह कहते हुए मोहन घर से चला गया जब मोहन चला गया तो उसके बाद रूपा मुझे कहने लगी बाबू जी आप मुझसे कितना प्यार करते हैं मैंने सब सुन लिया था। वह मेंरे गले लग कर के कहने लगी मैं आपको छोड़कर कभी नहीं जाऊंगी मेरी आंखों में आंसू आ चुके थे और मुझे इस बात का अंदाजा लग चुका था कि वह दोनों एक दूसरे से कितना प्यार करते हैं। मैं भी उन दोनों के रिश्ते के बीच में नहीं आना चाहता था रूपा भी पूरी मेहनत करने लगी और उसकी बीएड की पढ़ाई पूरी हो चुकी थी उसके बाद उसका सिलेक्शन एक अच्छे स्कूल में हो गया। रूपा इस बात से बहुत खुश थी और कुछ ही समय बाद मैंने मोहन के साथ रूपा की शादी कर दी मुझे कभी अकेलापन सा महसूस होता था लेकिन रूपा को तो जान ही था। मैं दिन रात सिर्फ इसी चिंता में लगा रहता की जब रूपा की शादी हो जाएगी तो उसके बाद मैं कैसे अपना जीवन अकेले व्यतीत करूगा शायद मेरी किस्मत में हमारे पड़ोस में रहने वाली कल्पना भाभी थी। वह मुझे तिरछी निगाहों से देखती रहती थी एक दिन मैंने उन्हें अपने पास बुलाया तो हम दोनो ने काफी देर तक बात की उनके पति का देहांत हो चुका था वह भी अकेलेपन से जूझ रही थी। मैं उनकी पीड़ा को समझ सकता था वह मेरी पीड़ा को समझ सकती थी हम दोनों एक दूसरे से जब भी बात करते तो बहुत अच्छा लगता।
मेरा नाम मीरा है और मैं 24 साल की हूँ. मैं हैदराबाद की एक आईटी कम्पनी में काम करती हूँ. वैसे मैं पंजाब की रहनेवाली हूँ. मेरे परिवार में मम्मी पापा और मेरा छोटा भाई है जो पंजाब में ही रहते है.
अन्तर्वासना मामी की चुदाई की कहानी में पढ़ें कि कैसे मेरी जवान मामी हमारे घर आयी और हम दोनों के बीच नजदीकियां बढ़ गयीं और मामी की चूत और गांड तक पहुँच गयी.
antarvasna अपनी पत्नी के तानों से परेशान होकर उसे फिल्म ले जाने का वादा मुझे पूरा करना ही पड़ा काफी समय से वह मुझसे कह रही थी कि तुम मुझे मूवी दिखाने के लिए ले चलो। उसके पसंदीदा हीरो की फिल्म जो लगी थी और वह चाहती थी कि वह रिलीज के पहले ही दिन अपने पसंदीदा हीरो की पिक्चर देखने के लिए जाए लेकिन मैं उसे कई दिनों से टालने की कोशिश कर रहा था क्योंकि मुझे फिल्मों में बिल्कुल भी रुचि नहीं है। वह हो एक दिन मुझ पर बहुत गुस्सा हो गयी और कहने लगी आपको आज मुझे पिक्चर दिखाने के लिए लेकर जाना ही पड़ेगा। मैं भी उसे मना ना कर सका और आखिरकार उसकी बात को मुझे मानना ही पड़ा क्योंकि वह मुझसे बहुत गुस्सा हो गई थी।
अब तक रात के 12 बज गए थे. मैंने बुआ से बोला- आप सो जाइए, मैं भी थोड़ी देर में सो जाऊंगा.
बीवी की सहेली की देसी सेक्स स्टोरी में पढ़े कि कैसे उसने मुझे रिझा कर अपनी चूत मारने के लिए मुझे उकसाया. मैंने उसे अपने घर लाकर कैसे उसकी चूत चुदाई की?