वासना अंधी होती है-3 – Part 2
मैंने एक बात नोटिस की है। जब एक औरत किसी दूसरी औरत के पति के साथ सेक्स करने जाती है, तो वो सारा ध्यान अपनी लुक्स पर देती है। कपड़े अच्छे हों, मेकअप अच्छा हो, अंडरगार्मेंट्स अच्छे हों, हेअर स्टाइल अच्छा हो।
मैंने एक बात नोटिस की है। जब एक औरत किसी दूसरी औरत के पति के साथ सेक्स करने जाती है, तो वो सारा ध्यान अपनी लुक्स पर देती है। कपड़े अच्छे हों, मेकअप अच्छा हो, अंडरगार्मेंट्स अच्छे हों, हेअर स्टाइल अच्छा हो।
एनकाउंटर वित सिस: फर्स्ट फक ये कहानी मेरी और मेरी चाची की लड़की स्वीटी के बारे मे है. चाचा की 3 साल पहले ही डेत हुई है तो. हम ही उनका घर चलाते है. स्वीटी दिखने मे फेर है. उसके लंबे घने बाल कमर तक आते है. उसका फिगर 36 30 37 है. अभी वो 23 ईयर्स की है. और मैं 24. मैं एवरेज गाइ हू. 7इंच लंबा लंड. फेर. इतना स्टोरी के लिए काफ़ी है. ये बात पिछले गर्मियो की है. मे2014 हम सब स्वीटी के घर हॉलिडेज़ के लिए गये. घर मे जाते ही उसने मुझे गले लगाया. वैसे तो हम हमेशा वॉट’स अप और एसएमएस पे चॅट करते थे पर सामने मिलने से हम काफ़ी एग्ज़ाइटेड थे. पहले दिन रात को मैं अकेला ही छत पे सोया था. और सब नीचे कमरे मे सोए थे.
मीनाक्षी ने उस वक्त मेरा बहुत साथ दिया और मुझे उस समय एहसास हुआ कि मीनाक्षी ही मेरा साथ दे सकती है और एक दिन मैंने मीनाक्षी से कहा मैं तुमसे मिलने के लिए आ रहा हूं। मीनाक्षी मुझे कहने लगी तुम मुझसे मिलकर क्या करोगे लेकिन मैंने तो जैसे ठान ली थी कि मैं मीनाक्षी से मिलकर ही रहूंगा और मैं मीनाक्षी से मिलने के लिए उसके गांव चला गया। उसका गांव राजस्थान में है उसका गांव जयपुर से कुछ ही दूरी पर है, मैं जब उसके गांव में पहुंचा तो वहां पर रहने की कोई व्यवस्था नहीं थी इसलिए मीनाक्षी ने मुझे अपने घर पर ही रुकवा दिया। मीनाक्षी ने यह कहकर मुझे रुकवाया की यह मेरा दोस्त है और कुछ काम के सिलसिले में यहां आया हुआ है लेकिन मेरा तो कोई काम नहीं था मैं सिर्फ मीनाक्षी से ही मिलने के लिए वहां गया हुआ था। मैं जब मीनाक्षी से मिला तो मुझे बहुत खुशी हुई मैंने मीनाक्षी से कहा मै तुमसे मिलना चाहता था और मुझे तुमसे मिलकर बहुत अच्छा लगा मीनाक्षी ने मुझे कहा मैं कुछ दिनों बाद दिल्ली आऊंगी तो तुमसे मुलाकात करूंगी। मैं अब दिल्ली वापस लौट आया और मैं मीनाक्षी का इंतजार करने लगा लेकिन मीनाक्षी दिल्ली आई ही नहीं मैंने उसे कहा तुम दिल्ली कब आओगी वह कहने लगी बस मैं जल्दी ही दिल्ली आने वाली हूं। कुछ दिनों बाद मीनाक्षी दिल्ली आ गई मुझे बहुत खुशी हुई मैं इतना खुश था कि मैंने मीनाक्षी को गले लगा लिया। मुझे समझ नहीं आया था कि महिमा ने ऐसा मेरे साथ क्यों किया लेकिन मैं अब मीनाक्षी के साथ अपना रिलेशन चलाना चाहता था। मैंने मीनाक्षी से अपने दिल की बात भी कह दी वह तो मुझे पहले से ही चाहती थी तो भला वह मुझे कैसे मना कर सकती थी। मीनाक्षी ने मुझे हां कह दिया था और उसका साथ मुझे मिल चुका था वह कुछ दिनों तक दिल्ली में ही रुकने वाली थी।
जॉब के कारण मैं पंजाब में रहा तो मैंने एक कमसिन सेक्सी पंजाबन लड़की के साथ पहली चुदाई की. मैं उनके घर में किरायेदार था. ये सब कैसे हुआ? पढ़ कर मजा लें.
फिर मैंने अपने लंड को हाथ से पकड़ कर आतिशा की चुत के ऊपर सैट किया और सुपारे को चूत की फांकों में फंसा कर अन्दर पेल दिया. उसकी हल्की सी आह निकली लेकिन मैं रुका नहीं और इसके बाद मैंने अपने लंड को उसकी चुत में एक हल्के से झटके के साथ अपनी कमर को हिलाया. मेरे ऐसा करने पर वो जोर से चिल्ला दी.
मेरी तो जैसे लॉटरी निकल आई, मैं उसको कंनवेंस करने लगा कि मेरे पास कोई जगह नहीं है. काफी समझाने के बाद वो मान गई और उसने मुझे अपने घर पर बुला लिया.
अन्तर्वासना के सभी पाठकों को मेरा नमस्कार. दोस्तो मैं 5 सालों से अन्तर्वासना का पाठक हूँ, इस वेबसाइट पर मैंने बहुत कहानियां पढ़ी।
antarvasna, kamukta मुझे मेरी गलती का खामियाजा उस वक्त भुगतना पड़ा जब मैंने गुस्से में एक दिन अपने ऑफिस से रिजाइन दे दिया मुझे नहीं पता था कि मेरी यह गलती इतनी ज्यादा बड़ी हो जाएगी, मैंने कभी नहीं सोचा था कि मेरे नौकरी छोड़ते ही मेरे ऊपर इतनी मुसीबतों का पहाड़ टूट पड़ेगा। मैंने जिस समय अपनी नौकरी से रिजाइन दिया उस दिन मैं अपने घर पर आकर बैठ गया और जब मैं अपने घर पर बैठा तो मेरी पत्नी कहने लगी कि कल बच्चों की फीस जमा करनी है, मैंने उसे कहा ठीक है कल हम बच्चों की फीस जमा कर देंगे मेरे अकाउंट में जितने पैसे पड़े थे वह मैंने एटीएम से निकाल कर अपनी पत्नी को दे दिए उसने अगले दिन मेरे बच्चों की फीस भर दी, मुझे घर पर दो महीने हो चुके थे और मेरी सेविंग भी धीरे-धीरे खत्म होने लगी थी मेरे पास और कोई भी नौकरी नहीं थी क्योंकि हमारा शहर इतना बड़ा नहीं है कि वहां पर मैं कोई नौकरी कर पाता, मेरे लिए तो अब बड़ी समस्या बन चुकी थी क्योंकि मेरे पास ना तो कोई काम था और ना ही मैं किसी रिश्तेदार या अपने दोस्त से मदद लेना चाहता था।
दोस्तो, मेरा नाम देवेन्द्र नायक है, मैं बुरहानपुर मध्य प्रदेश का रहने वाला हूं. मैं बी काम के पहले साल में पढ़ रहा हूं. जब से जवानी की झलक मेरे जीवन में आई, उसी समय से मुझे सेक्स को लेकर बड़ा मजा आता रहा है.
मेरे साथ पढ़ने वाली फ्रेंड्स के चूचे और चूतड़ देख कर मैं अजीब सा महसूस करती थी कि वो भी अब जवान हो गई हैं.
दोस्तो मैं निर्वस्त्र! गेहुआँ रंग, दिखने में हैंडसम, लेकिन थोड़ा दुबला, 5’7″ कद है। 20 की उम्र तक 12 गर्लफ्रैंड और सभी की चुदाई। मूलतः मैं श्योपुर (म.प्र.) से हूँ। फिलहाल ग्वालियर में रहकर अपनी पढ़ाई पूरी कर रहा हूँ।
नमस्कार दोस्तो, मेरा नाम अंकित है। यह कहानी मेरी मामा की लड़की है, वो मेरी ममेरी दीदी है। उनकी चुदाई मैंने अपनी आँखों से देखी थी। उस वक़्त मेरी उम्र 20 साल थी और राशिका दीदी की उम्र 24 साल थी। उनकी लंबाई लगभग 5 फ़ीट 7 इंच के आस पास होगी। जिम जाने के कारण फिट थी। उनका बॉडी बहुत आकर्षित करने वाला है। रंग गोरा था। मोटे स्तन का उभार आसानी से दिख जाता था। गान्ड चौड़ी थी। जिम में लड़के राशिका दीदी को बहुत घूरते थे क्योंकि चलते वक़्त उनकी गान्ड थोड़ी हिलती थी। उनका बहुत साल पहले एक बॉयफ्रेंड था। जिससे उनका ब्रेकअप बहुत पहले हो चुका था।
मैंने भी फिर ज्यादा देर रुकना उचित नहीं समझा और मैं वहां से चुपचाप चला गया लेकिन मैं अपने भैया और अपने परिवार का सर नीचा होते हुए नहीं देख सकता था इसलिए मैंने इसके लिए कुछ करने की सोची परंतु मेरे समझ में नहीं आ रहा था कि मैं कैसे शोभिता भाभी को समझाऊं, यह काम सिर्फ मुझे ही करना था और इस काम के लिए मैंने अपने एक दोस्त की मदद ली, वह बड़ा ही शातिर और तेज दिमाग का है उसने मेरी बहुत मदद की और कहा कि तुम बिल्कुल भी चिंता मत करो मैं सब कुछ ठीक कर दूंगा क्योंकि मैंने उसे सब कुछ बता दिया था और उसने मुझे पूरा आश्वासन दिया कि वह सब कुछ ठीक कर देगा, मुझे उस पर पूरा भरोसा भी था कि वह मेरे परिवार का सर नीचा नहीं होने देगा। उसने मुझे शोभिता भाभी की नंगी तस्वीर दिलवा दी जैसे ही मेरे पास शोभिता भाभी की नंगी तस्वीर आई तो उनका चिकना शरीर देखकर मैं उन्हें चोदने की लालसा अपने मन में पाल बेठा लेकिन मेरे आगे दुविधा थी कि वह मेरी होने वाली भाभी थी मै उनके साथ ऐसा नहीं कर सकता था परंतु जब भी मै उनकी नंगी तस्वीर को देखता तो मेरे अंदर उन्हे लेकर एक अलग ही भावना पैदा हो जाती और मैं उनकी किसी भी हाल में चत मारना चाहता था। मैंने भी यह पूरी तरीके से ठान लिया था कि उनके साथ मुझे सेक्स करना ही है। एक दिन अपने मन में मै लालसा लिए उनसे मिलने की सोची जब मैं उनसे मिलने के लिए पहुंचा तो वह बड़े ही नखरे दिखा रही थी। मैंने उनसे प्यार से बात करने की कोशिश की तो उनका रवैया उस दिन बिल्कुल अलग था। वह मुझे कहने लगी देखो अंकित अब तुम यह सब बात छोड़ दो मैं तुम्हारे भैया से किसी भी हाल में शादी नहीं करना चाहती।
मैं, मेरी बीवी और पापा ने मिल कर एक प्लान बनाया जिसके मुताबिक मैंने मेरी चालू बीवी की चुदाई मेरी मां के सामने करनी थी. हमने यही किया और मां ने हमें देख लिया.
दोस्तो, सबसे पहले अन्तर्वासना का धन्यवाद जिसकी कृपा से सभी को लंड को खड़ा करने वाली और चूत में उंगली डालने को मजबूर करने वाली कामुक कहानियाँ पढ़ने और लिखने को मिल जाती हैं।
मुझे तीन महीने के लिए अपनी ममेरी बहन के घर रहना था. वो तलाकशुदा थी और बहुत सेक्सी थी. बहन की चुत मिल जाती तो मजा आ जाता. उसके मोबाइल में मैंने देखा कि .
दोस्तो, मेरा नाम पवन कुमार है, मेरा लंड 8 इंच लंबा और 3 इंच मोटा है. मैं आज आप सभी को अपनी एक मजेदार सेक्सी कहानी सुनाने जा रहा हूँ. यह मेरे और मेरी चाची के बीच की सेक्स की कहानी है.
उसी उम्र में सनी ने सेक्सी नग्न फोटो खिंचवाना शुरू कर दिया था. शुरुआती दौर में 19+ गर्ल सनी को पेंटहाउस नाम की विश्व प्रसिद्ध पोर्नोग्राफी की पत्रिका में काम मिला तो यह सेक्सी लड़की दिनों दिनों में ही प्रसिद्ध हो गयी.
मेरा नाम रिंकी हैं और मैं जयपुर की रहनेवाली हूँ और कॉल सेंटर में जॉब करती हूँ. आप सब पहले मेरे बारे में जान लीजिये. मैं बहुत ही चुदक्कड किस्म की हूँ और मुझे डेली सेक्स करना पसंद हैं. क्यूंकि अब मेरे बहुत सारे बॉयफ्रेंडस हैं. मैं अपने फिगर के बारे में बताऊ वो 36 30 38 का हैं. मैं बहुत ही हॉट लड़की हूँ. मेरे कोलोनी के सारे लड़के मुझसे दोस्ती करना चाहते हैं.
फेसबुक पर एक आदमी से बात करके मैं उसके घर गया. वो बुड्ढा था पर मेरी गांड में खुजली हो रही थी तो मैंने उसी से गांड मरवाने की सोची. बदले में मुझे क्या मिला?
शुरू में तो मुझे मजे मजे में पता ही नहीं चला.. पर थोड़ी देर बाद मैंने उससे कहा, तो बोला- कॉलेज में तो रोज ही जाते हैं.. चलो आज एक नया नजारा दिखाता हूँ।
अंकल ने मेरे नाल पकड लिए और मुझे ऊपर की और खिंच लिया. और वो मुझे किस करने लगे और एक ही ज़टके में उन्होंने मेरी टी शर्ट को उतार दिया. मेरी ब्रा भी निचे कर के वो मेरे बूब्स को चूसने लगे सेक्सी आवाजों के साथ. वो निपल्स को पिंच करते हुए मेरे बूब्स को मजे से लिक कर रहै थे.
मेरा नाम दलजीत है. मैं दिल्ली का रहने वाला हूँ. मेरी उम्र 28 साल है और अच्छी सेहत के साथ-साथ 6 इंच लम्बे और 2 इंच मोटे लंड का मालिक हूँ। यह मेरी सच्ची कहानी है जो 2 साल पहले एक भाभी के साथ घटित हुई थी। उस भाभी का नाम सायमा था.
मेरी बीवी की सहेली सुंदर सेक्सी नहीं थी पर वो मुझ पर मरती थी. मैंने भी सोचा कि साली अगर चूत दे रही है तो मार लो. एक दिन मैं उसके घर चला गया. वहां पर क्या हुआ?