मैंने उसे कहा नींद तो आ रही है लेकिन जब राघव ने मुझसे यह बात कही तो उसके बाद जैसे मेरी आंखों से नींद गायब हो चुकी थी। रघाव अपने मोबाइल में गेम खेल रहा था मैं राघव की तरफ देखे जा रही थी परंतु मुझे नींद बिल्कुल भी नहीं आ रही थी। मैं सोचने लगी मै राघव से बात करूं मैंने आखिरकार राघव से बात की तो राघव कहने लगा तुम अभी तक सोई नहीं हो मुझे तो लगा था कि तुम सो चुकी होगी। मैने राघव से कहा मुझे नींद नहीं आ रही है। राघव मुझसे कहने लगा चलो कोई बात नहीं हम दोनों एक दूसरे से बात करते हैं हम दोनों एक दूसरे से धीरे-धीरे बात कर रहे थे तभी राघव ने मुझसे पूछा क्या तुम्हारा कोई बॉयफ्रेंड है? मैंने उसे कहा नहीं मेरा कोई बॉयफ्रेंड नहीं है लेकिन हम दोनों तो जैसे एक दूसरे की बातों में इतना खो गए थे कि मेरा मन राघव के साथ सोने का होने लगा। मैंने अपने स्तनों को राघव को दिखाना शुरू किया जिससे कि वह भी अब उत्तेजित होने लगा था। राघव ने अपने लंड को बाहर निकाला और हिलाना शुरू किया। मै राघव की हिम्मत की दाद देती हूं कि वह कितनी हिम्मत से अपने लंड को हिला रहा था। मुझसे अब रहा नहीं गया और हम दोनों ही बाथरूम में चले गए बाथरूम में जाते ही मैंने राघव के मोटा लंड को अपने हाथ में लिया और उसे हिलाना शुरू किया। उसका लंड और भी ज्यादा कड़क होने लगा था मैंने जैसे ही उसके मोटे लंड को अपने मुंह में लेकर सकिंग करना शुरू किया तो उसे भी मजा आने लगा।
वह मुझे कहने लगा मुझे बड़ा मजा आ रहा है मैंने उसके लंड से चूस चूस कर पानी बाहर निकाल दिया था। उसके लंड से जब पानी बाहर निकल आया तो वह पूरी तरीके से उत्तेजित हो चुका था। जैसे ही उसने मेरी चूत के अंदर अपने लंड को प्रवेश करवाया तो मेरे मुंह से चीख निकली। उसने मेरी चूतड़ों को कसकर पकड़ा हुआ था और बड़ी तेजी से वह मेरी चूत के अंदर अपने लंड को प्रवेश करवाए जा रहा था मेरे मुंह से चीख निकलती। उसने मेरे चूतड़ों को कसकर पकड़ा हुआ था और बड़ी तेजी से वह मुझे धक्के दिए जाता। मैंने ट्रेन की टॉयलेट चैन को पकड़ा हुआ था और वह मेरी चूतड़ों पर बड़ी तेज प्रहार करता जाता। मेरी चूतड़ों का रंग लाल होने लगा था मैं राघव से कहने लगी राघव मुझे बहुत अच्छा लग रहा है तुम्हारा मोटा लंड अपनी चूत में लेकर ऐसा लग रहा है जैसे कि ना जाने बरसो की इच्छा पूरी हो रही हो। राघव मुझे कहने लगा बस कुछ देर की बात है फिर मेरा माल भी गिरने वाला है क्या मैं अपने वीर्य को तुम्हारी योनि में गिरा दू।
जब राघव ने मुझसे पूछा तो मैंने उसे कहा हां क्यों नहीं तुम अपने माल को मेरी योनि में गिरा दो ताकि मुझे भी तो याद रहेगी ट्रेन में सफर करने के दौरान तुमसे मुलाकात हुई थी। राघव कहने लगा तुम बड़ी अच्छी बात करती हो और यह कहते कहते ही उसने अपने वीर्य को मेरी योनि के अंदर प्रवेश करवा दिया। जैसे ही उसका वीर्य मेरी योनि में गया तो मुझे गर्मी सी महसूस होने लगी। मेरी योनि से राघव का वीर्य टपक रहा था, मैंने उसके लंड को चूस कर दोबारा से खड़ा किया और उसे दोबारा से उत्तेजित कर दिया। वह पूरी तरीके से उत्तेजित हो चुका था उसकी उत्तेजना चरम सीमा पर पहुंच चुकी थी उसने मेरी योनि के अंदर अपने लंड को दोबारा प्रवेश करवाया और मुझे उसने काफी देर तक चोदा जिससे कि मैं पूरी तरीके से संतुष्ट हो चुकी थी। उसके बाद मुझे इतनी गहरी नींद आई जब मेरी आंख खुली तो मैं बेंगलुरु पहुंच चुकी थी। बेंगलुरु पहुंचते ही मैं अपने काम के सिलसिले में चली गई लेकिन जैसे ही मैं फ्री हुई तो मैंने राघव को फोन किया और उससे मिलने के लिए उसके फ्लैट में चली गई। जब मैं राघव से मिलने के लिए उसके फ्लैट में गई तो वहां पर भी हम दोनों ने सेक्स का जमकर आनंद लिया।