जवानी का जोश अलग होता है – Part 2
मुझे विजय के घर पर दो दिन हो चुके थे और विजय तो अपने ऑफिस चले जाया करता था तो पायल और मैं साथ में समय बिताया करते पायल और मैं शाम के वक्त उनके घर के पास ही एक पार्क है हम वहां पर बैठने के लिए चले जाया करते थे। हम दोनों एक साथ काफी अच्छा समय बिता रहे थे पायल ने मुझे कहा मुझे तो कभी उम्मीद भी नहीं थी कि आप से मैं प्यार कर बैठूंगी लेकिन हम दोनों का प्यार बड़ा ही अजीब था हम दोनों की फोन पर ही बात हुई थी और फोन के माध्यम से ही हम दोनों के बीच प्यार हो गया। मैंने पायल से कहा मुझे पहले तो बहुत अजीब लग रहा था जब मैं तुमसे बात करता था क्योंकि मुझे डर था कि यदि तुमने यह बात अजय को बता दी तो वह मेरे बारे में क्या सोचेगा लेकिन मैंने हिम्मत करते हुए तुमसे अपने दिल की बात कह दी थी। पायल मुझसे कहने लगी मैं जब आपसे बात करती हूं मुझे भी अच्छा लगता था और मुझे बिल्कुल उम्मीद नहीं थी कि मैं आपसे प्यार कर बैठूंगी लेकिन हम दोनों के बीच बहुत अच्छा रिलेशन है और मैं आपसे बहुत ज्यादा प्यार करती हूं। मैं कुछ और दिनों तक चंडीगढ़ में रहना चाहता था क्योंकि शायद दोबारा चंडीगढ़ आना मेरे लिए मुश्किल था इसलिए मैंने कुछ दिन और रुकने का फैसला कर लिया था। मैं और पायल ज्यादातर समय साथ ही बिताया करते थे एक दिन उसके पापा मम्मी भी कहीं चले गए पायल और मैं घर में अकेले थे हम दोनों अपनी जवानी पर काबू ना कर सके। मैंने जब पायल के गुलाबी होठों को किस किया तो मेरे अंदर एक अलग ही जोश पैदा हो गया और पायल भी उत्तेजित हो गई।