मैं धीरे धीरे चाची की चुचियों पे किस करता हुआ नीचे आने लगा और रबड़ी को चाटने लगा, जो चाची ने अपनी चूत की फांकों के बीच लगाई हुई थी. रबड़ी की वजह से चाची की चूत बहुत मीठी लग रही थी. अब मैं चाची की चूत को चाटने लगा और चूत के ऊपर के दाने को हल्का हल्का काटने लगा.
चाची वासना से जोर जोर से सिसकारियां भरने लगी और बोलने लगीं- आह खा जा अपनी संगीता की चूत को … दोनों हाथों से खोल के चाट.
वो मेरे सिर को अपने चूत पर दबाने लगीं और बड़बड़ाने लगीं- चाट अपनी चाची की चूत को मादरचोद … चोद अपने चाची की चूत को … मुँह से चोद कर खा जा इसे.
मैं भी न जाने किस मदहोशी में चाची की चूत को चूसे जा रहा था. चाची की चूत को चाटते हुए मुझे बड़ा मजा आने लगा था.
मेरे बालों को चाची ने पकड़ लिया और मेरे सर जोर से अपनी चूत पर दबाने लगीं. चाची चिल्लाते हुए गांड उठा कर बोलीं- आह राहुल … मैं झड़ने वाली हूँ.
चाची ने अपनी चूत का पूरा पानी मेरे मुँह पे झाड़ दिया. मैं कुत्ते जैसा चाची की चूत को चाटता रहा. मैं उनकी चूत का सारा पानी पी गया.
उसके बाद मैंने चाची को बोला- इतनी स्वादिष्ट होती है चूत … मुझे मालूम होता तो मैं पहले ही आपकी चूत को खा गया होता.
चाची निढाल पड़ी अपनी सांसों को काबू में करते हुए हंस रही थीं.
मैं चाची से बोला- मैं दुबारा से आपकी चूत को चाटना चाहता हूँ.
वो बोलीं- अब बाद में चाट लेना … अभी पहले चोद दे मुझे.
मैं नहीं माना और ज़बरदस्ती फिर से चाची की चूत को चाटने लगा. इस बार अपनी जीभ को मोड़ कर जीभ से चोदने लगा और एक उंगली को चाची की चूत में डाल दिया.
थोड़ी देर में चाची फिर से झड़ गईं. वे बोलीं- अब तो चोद दे अपनी चाची को!
मैं बोला- संगीता आज से तू मेरी टीचर है … तू जो बोलगी, मैं करूँगा.
चाची मुझे चूमने लगीं.
मैं बोला- आपका नमकीन पानी मुझे बहुत पसंद आया. अब मैं आपका नमकीन पानी रोज पियूंगा.
चाची बोलीं- तूने बहुत अच्छे से मेरे चूत को चाटा. इसका तुझे कोई न कोई इनाम मिलेगा.
मैंने जानना चाहा कि इनाम क्या मिलेगा.
तो चाची ने मुझे नहीं बताया.
चाची बोलीं- तू अब लेट जा.
मेरे लेटने के बाद चाची मेरे मुँह पर बैठ गईं. हम दोनों 69 की पोज़िशन में थे. मैं फिर से चाची की चूत को चाटने लगा और चाची ने मेरे लंड को चूसना चालू किया. चाची ने फिर से थोड़ी देर में अपना पानी मेरे मुँह पे छोड़ दिया. अब तक चाची बिना लंड के 3 बार झड़ चुकी थीं. थोड़ी देर में मैं भी चाची के मुँह में झड़ गया और चाची किसी रंडी की तरह मेरे लंड का पूरा माल पी गईं.
हम दोनों दस मिनट यूं ही चिपके लेटे रहे. फिर चाची बोलने लगीं- अब तो चोद से मुझे राहुल … वरना तेरे लंड को कभी इस चूत के दीदार नहीं होने दूँगी.
मैंने तुरंत चाची को बेड पर लेटा दिया और दोनों टांगों को फैला कर लंड चूत के मुँह पर सैट करने के बाद जोर जोर से चोदने लगा.
चाची जोर जोर से ‘अहह … ह… हह ह … अहहह.. इसस्सस्स … इसस्स …’ की आवाज निकालने लगीं.
धकापेल चुदाई की वजह से फ़च फ़च की आवाज़ से पूरा कमरा गूंजने लगा. चाची गांड उठा उठा कर मुझे गालियां दिए जा रही थीं- आह मादरचोद … चोद दे मुझे … साले बहुत महीनों बाद मेरी चूत का इतना पानी निकला है.
गालियों की वजह से मैं और जोश में आ गया और मैं भी चाची को गालियां देते हुए जोर जोर से चोदने लगा.
मैं भी बोल रहा था- संगीता रंडी.. आज के बाद में तुझे अपने चाचा की कमी कभी महसूस नहीं होने दूँगा.
कुछ देर बाद मैंने चाची को बोला- अब तू कुतिया बन जा.
चाची तुरंत कुतिया बन गईं. मैंने चाची को पीछे से डॉगी पोज़िशन में चोदना चालू किया. उधर सामने टीवी में चुदाई चल रही थी, इधर में चाची को कुतिया की तरह चोद रहा था. चाची मादक सिसकारियां लिए जा रही थीं. वे जोर जोर से हांफे जा रही थीं.
मैं बोल रहा था- कुतिया आज के बाद तू मुझसे रोज़ चुदेगी.
थोड़ी देर में चाची फिर से झड़ गईं. अब रस टपकाने की मेरी बारी थी. मैंने अपनी रफ़्तार को और तेज़ किया और दो ही मिनट में मैंने फिर से चाची की चूत को अपने लंड के लावा से लबालब भर दिया.
चाची को मेरी चूत चुसाई और लंड से चुदाई इतनी अधिक भा गई थी कि हम दोनों एक दिन में कम से कम पांच बाद चुदाई किये बिना रह ही नहीं पाते थे.
उन दस दिनों में चाची ने मुझे पूरा जवान मर्द बना दिया. मुझे भी चूत चाटने की ऐसी लत लगी कि मैं अब जब भी किसी को भी चोदता हूँ, तो पहले चूत चाट कर उसे 2 से 3 बार झड़ा देता हूँ, तभी लंड लगाता हूँ.
मुझे और चाची को जब भी मौका मिलता है. हम लोग चुदाई का खेल खेलने लगते है.
चाची की चुदाई के बाद बाकी की कहानी मैं बाद में लिखूंगा. कैसे अपनी गर्लफ्रेंड को चोदा. इनाम के तौर पर चाची ने सैटिंग करवा के मुझे ऋतु मामी की चूत चोदने का मौका भी दिलाया और एक लड़की की कुंवारी चूत भी दिलाई.
चाची मेरी सेक्स गुरु हैं.
आप सभी को मेरी चाची की चूत चटाई की चटर पटर कैसी लगी.. कॉमेंट ज़रूर करें. मुझे आप लोगों के मेल का इंतज़ार रहेगा.