अब मैंने एक हाथ से उसकी लैगी को खींच कर उतार दिया। नीचे वो ब्लैक पेंटी में थी।मैंने भी अपनी टी-शर्ट और लोवर उतार दिया, अब हम दोनों सिर्फ़ अंडरवियर में थे। मैं उसे बेतहाशा किस करते हुए नीचे की ओर बढ़ने लगा और उसकी चूत पर हाथ फेरने लगा। वो भी मेरे हाथ को पकड़ कर अपनी चूत पर ज़ोर से मसलने लगी। मैंने उसकी पेंटी को उतार दिया, उसने भी मेरा अंडरवियर उतार दिया और मेरे लम्बे लंड को पकड़ कर सहलाने लगी। मैंने एक उंगली को उसकी चूत में डाल दिया और अन्दर-बाहर करने लगा, उसे मजा आ रहा था।
उसने मुझसे कहा- क्या तुमने कभी पॉर्न मूवी देखी है?
मैंने कहा- हाँ..
तो उसने कहा- फिर मुझे वैसे ही मजा दो ना.. मेरी चूत को चूसो ना! मैं 69 की स्थिति में होकर उसकी चूत को चाटने लगा।
क्या मुलायम चूत थी दोस्तो.. एकदम सफेद और उस पर ब्राउन कलर के हल्के रेशमी बाल थे। मैं अपनी जुबान उसकी चूत में डाल कर उसकी चूत को चाट रहा था। वो मेरे लंड को अपने मुँह में लेकर मस्त होकर चूसे जा रही थी। वो एक बार पहले ही झड़ चुकी थी और अब दूसरी बार मेरे मुँह में ही झड़ गई। मैंने उसकी चूत को चाट-चाट कर एकदम लाल कर दिया था।
वो कहने लगी- आह्ह.. उम्म्ह… अहह… हय… याह… करीम चूत को चाटते ही रहोगे क्या?
मैं सीधा हुआ और उसकी दोनों टाँगों को उठा कर अपने कंधों पर रख लिया, उसने मेरा लंड पकड़ कर अपनी चूत के छेद पर रख लिया। हम दोनों की आँखों में चुदास भरा इशारा हुआ और मैंने एक झटका मारा तो मेरे लंड का सुपारा उसकी चूत में घुसता चला गया।
वो दर्द से तड़पने लगी- आअहह.. धीरे मेरी जान.. धीरे डालो.. मैं तुम्हारी ही हूँ.. जितना चोदना है.. चोद लो.. मगर प्यार से चोदो ना! फिर मैंने धीरे-धीरे झटके मारने लगा। कुछ पल बाद मैंने एक ज़ोर का झटका मारते हुए अपना पूरा लंड उसकी चूत में ठोक दिया, पूरा लंड उसकी चूत की जड़ में घुसा ही था कि वो चीखने लगी। घर में हम दोनों अकेले ही थे.. इसलिए मुझे कोई डर नहीं था। कुछ देर के दर्द के बाद वो कुछ सामान्य से हुई। अब मैं धीरे-धीरे उसे चोदने लगा, कुछ देर बाद उसे भी मजा आने लगा और वो भी गांड उठा-उठा के मेरे लंड के शॉट का जवाब देने लगी, वो मस्ती में बोलने लगी- आआहह.. उम्म्माल.. मजाअ आ रहा है.. और ज़ोर ज़ोर से पेलो!
फिर मैंने उसे डॉगी स्टाइल में खड़ा किया और अपने लंड का सुपारा उसकी चूत के होल पर रख कर एक ही झटके में अन्दर पेल दिया। उसकी एक तेज ‘आह..’ निकल गई मगर मैं उसे जोर जोर से चोदने लगा, पूरे रूम में ठप-ठप की आवाज़ गूंजने लगी। फिर मैं लेट गया और उसे अपने ऊपर लंड पर बिठा कर चोदने लगा। वो भी मम्मों को उछाल-उछाल कर मेरे लंड को अपनी चूत की जड़ तक अन्दर लेने लगी। फिर मैंने उसे चित्त लिटा दिया और उसके ऊपर चढ़ कर उसे चोदने लगा। वो शुरू से अब तक कई बार झड़ चुकी थी और अब मैं भी झड़ने वाला था, कुछ ताबड़तोड़ शॉट के बाद मैं उसकी चूत में ही झड़ गया।
उस रात हम दोनों ने 4 बार चुदाई की। उसके बाद मैंने उसकी 3 दिन 3 रात तक जबरदस्त चुदाई की और उसकी गांड भी मारी। फिर वो अपने शहर चली गई।