गैर मर्द से सेक्सी बीवी की चुदाई
दोस्तो, मैं राज आपका सबका अन्तर्वासना सेक्स कहानी साईट पर स्वागत करता हूं आप सबका प्यार अन्तर्वासना को मुझे ओर मेरे अन्य सभी लेखक लेखिकाओं मित्रों को यूँ ही मिलता रहे यही कामना है!
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अपना अण्डरवियर उतारकर मैंने अपने लण्ड पर हाथ फेरा और ढेर सी क्रीम लण्ड पर चुपड़ कर मैं रेखा की टांगों के बीच आ गया. रेखा की मांसल जांघें और ताजा ताजा शेव की गई डबलरोटी जैसी चूत मुझे आमंत्रित कर रहे थे. चूदाई का भरपूर मजा लेने के लिए मैंने रेखा के चूतड़ों के नीचे एक तकिया रखा. रेखा की चूत के होंठ फैला कर मैंने अपने लण्ड का सुपारा रखा और पूरा लण्ड एक ही बार में पेल दिया.
मेरी चूत में झुरझुरी सी उठने लगी थी. चाचा ने मेरी चूत को अपने हाथ से सहला दिया. मेरी चूत फूली हुई सी लग रही थी. मेरी चूत पर हल्के से झांट भी थे. मेरी चूत को सहलाने के बाद चाचा ने मेरी चूत में उंगली डाल दी और दो उंगलियों को डाल कर अंदर-बाहर करने लगे.
हेलो दोस्तों राकेश का हेलो सबको और लड़कियों भाभियों आंटीयो को हमारे उसका भी हेलो आशा करता हूँ जैसा रेस्पॉन्स मेरे पहले की कहनियों आप सभी ने दिया वैसा ही इस कहानी मे भी मिलेगा मेरे हर कहानी मेरी अपनी और सच्ची होती है. सच बताओं आज व्हातसाप पे इतने दोस्त मिले हैं और सबसे ज़्यादा उन भाभियों को जो मुझे कभी अकेला फील नही होने देती हैं . और रियली बहुत खुशी मिलती है जब आप ये कहती हैं मैने आप को खुश कर दिया और आप की बदनामी भी नही किया आई फील हॅपी पहले मैं ये पैसों के लिए करता था पर जब से जॉब लगी है फ्री मे करता हूँ. उन लड़कियों का भी शुक्रिया जो अपने बॉय फ़्रेंड के साथ रहते हुए भी सेक्स का मज़ा लेना चाहती हैं क्यों की मैं फोन कर के परेशान नही करता हयद्राबाद नागपुर की भाभियाँ गर्ल्स और आंटी अगर आप भी जीवन के असली मज़े लेना चाहती हैं मुझे बताइए मैं हर सुख दे सकता हूँ कोई पाबंदी नही और ये सब सिर्फ़ हमारे बीच रहेगा मुझे मैल करे मेसेज करें व्हातसाप पे एड करें मेरा नाम राकेश हैं मैं नागपुर मे रहता हूँ अभी हयद्राबाद मे हू 25 उमर हैं 6 इंच का पप्पू है जिसके कई प्यासी चूत दीवानी हैं मेरी आईडी है ******** और इस कहानी मे आप को मेरा नंबर भी मिल जाएगा या मुझे मैल कर के मेरा नंबर ले सकते हैं
मेरा नाम महेश है। मैं राजस्थान की राजधानी जयपुर से हूँ। दिखने में सुन्दर हूँ। बदन भी मस्त है। मैं अपनी ज्यादा बड़ाई नहीं करूंगा। मेरा लण्ड मोटा ओर लंबा है जो किसी औरत को खुश करने के लिए काफी है।
मैंने भी उसके पैरों पर अपने हाथ को रख दिया, उसने भी जब मेरे हाथों को अपने हाथों में लिया तो मुझे बहुत अच्छा महसूस होने लगा। हम दोनों मन ही मन एक दूसरे से बात कर रहे थे, हम दोनों को एक दूसरे के साथ समय बिताने मे काफी अच्छा महसूस हो रहा था। हम दोनों उस सीट से खड़े उठकर टहलने लगे हम दोनों एक दूसरे का हाथ पकड़ते हुए काफी आगे तक निकाला आए वहां पर काफी घनी झाड़ियां थी। उन झाड़ियों के बीच में काफी कपल बैठे हुए थे वह एक दूसरे को किस कर रहे थे मेरे अंदर से भी रोहित को किस करने की भावना जागने लगी। मैंने रोहित के होठों को किस कर लिया जब हम दोनों ने एक दूसरे को स्मूच किया तो मुझे बहुत अच्छा लगा शायद रोहित के अंदर से भी एक आग पैदा हो गई थी। हम दोनों उन्ही झाड़ियों मे चल गए, हम दोनों एक साथ बैठ गए जब हम दोनों वहां बैठे तो हम दोनों के शरीर से गर्मी निकलने लगी थी। मेरी गर्मी इतनी अधिक हो गई मैंने रोहित को गले लगा लिया। रोहित ने जब मेरे स्तनों को दबाना शुरू किया तो मुझे बहुत अच्छा महसूस हो रहा था वह काफी देर तक मेरे स्तनों को अपने हाथों से दबाता रहा।
बहुत देर तक हम दोनों एक दूसरे को किस करते रहे. साना नंगी थी. उसके बदन को देख कर मैं पागल सा हो गया. उसके 36 के चूचे नंगे होने के बाद और भी ज्यादा मस्त लग रहे थे.
गांव से मैं कॉलेज की पढ़ाई के लिये शहर गयी. जवान हो रही थी, मेरी कुंवारी चूत ने मुझे बेचैन करना शुरू कर दिया. एक बॉयफ्रेंड बना तो वो मेरी चूत मांगने लगा. तो मैंने क्या किया?
चूत की देवियों और लण्डधारी दोस्तों को मेरा सादर प्रणाम. मैं टोनी … मेरी पहली कहानी चाची संग सेक्स की आप लोगों के सामने प्रस्तुत कर रहा हूँ, अगर लिखने में कोई गलती हो तो क्षमा चाहूंगा।
मैं भाभी की चूत में उंगली डालकर चूची मसल रहा था। तभी उनके बेटे की आवाज आई और मेरा खेल बिगड़ गया। उसके बाद मैंने भाभी की चूत चुदाई कैसे की?
जॉब के कारण मैं पंजाब में रहा तो मैंने एक कमसिन सेक्सी पंजाबन लड़की के साथ पहली चुदाई की. मैं उनके घर में किरायेदार था. ये सब कैसे हुआ? पढ़ कर मजा लें.
उसकी छाती के निप्पलों को छेड़ते हुए मैंने कहा- अब तो मेरे पति भी मुझसे कोसों दूर जा चुके हैं, अब किसलिए इतनी दूरी बना रखी है.
उसके बाद उन्होंने शादी के लिए उनके माता-पिता से बात की वह लोग भी मान गए और फिर जब उन दोनों की शादी हुई तो अजय भैया और सुनैना भाभी की शादी के बाद सब कुछ अच्छा था लेकिन ना जाने कुछ समय से उन दोनों के बीच झगड़े होने शुरू हो गए। उन दोनों के झगड़े की वजह उनका एक दोस्त है भैया को लगता है कि सुनैना भाभी उससे बातें करती हैं लेकिन सुनैना भाभी का नेचर भी ऐसा नहीं है वह बहुत अच्छी है। पता नही भैया के दिमाग में यह बात कहां से बैठ गई उसके बाद से इसी बात को लेकर उन दोनों के बीच काफी बार झगड़े हो जाते हैं। जब भी उनके फोन में उनके दोस्त की कॉल आती है तो वह बहुत ज्यादा गुस्से में हो जाते हैं और अब तो वह छोटी-छोटी बातों पर भी सुनैना भाभी से झगड़े करने लग जाते हैं। इस बात को लेकर मम्मी पापा ने कई बार उन्हें समझाया लेकिन अजय भैया तो कुछ समझने को तैयार ही नहीं है वह हमेशा भाभी के साथ झगड़ते रहते हैं जिससे कि घर में सब लोग परेशान हो चुके हैं। मैंने कमलेश से कहा इस बारे में क्या तुमने कभी सुनैना भाभी से बात नहीं की। कमलेश कहने लगा मैंने तो बात की थी लेकिन अब उन दोनों के बीच में आय दिन इतने झगड़े होते हैं कि उन दोनों को समझाना ही मुश्किल है इसलिए उन्हें घर पर कोई कुछ नहीं कहता और वह दोनों आपस में झगड़ते ही रहते हैं। सुनैना भाभी को मैं अच्छा लगने लगा था और उन्हें मैं कई बार समझाया करता था जब एक दिन सुनैना भाभी ने मेरे फोन पर फोन किया तो उनसे मैने काफी देर तक बात की हम दोनों की बातें काफी देर तक हुई।
हाय दोस्तो, मेरा नाम राज है और मैं पुणे महाराष्ट्र का रहने वाला हूँ. ये मेरी पहली कहानी है. मेरी उम्र 25 साल की है. इस कहानी को हुए 3 साल हो गए हैं. न जाने कब से मुझे अपनी कहानी आपसे साझा करनी थी, पर कर ही नहीं पाया.
मेरा नाम मीरा है और मैं 24 साल की हूँ. मैं हैदराबाद की एक आईटी कम्पनी में काम करती हूँ. वैसे मैं पंजाब की रहनेवाली हूँ. मेरे परिवार में मम्मी पापा और मेरा छोटा भाई है जो पंजाब में ही रहते है.
मैंने अपने पड़ोस की एक लड़की से दोस्ती की, गर्लफ्रेंड बनायी. उसकी एक सहेली थी शादीशुदा . मेरी गर्लफ्रेंड की सहेली ने कैसे मुझसे अपनी चूत चुदवायी और उसके बाद .
पर इतने में मैंने अपने होंठ उसकी गुलाबी चूत की पंखुड़ियों पर रख दिए. मैं उसकी चूत के दाने को जोर जोर से चाटने लगा और बीच बीच में दांत से हल्के से काट भी लिया. जिससे उसकी आआहह निकल जाती.
hindi sex story मेरे और मेरे पति मोहन के बीच में हमारे गृहस्थ जीवन और हम दोनों के आपसी सहयोग से हमारा परिवार खुश था। हर रोज सुबह मैं अपने घर के छोटे से बगीचे में पानी डाला करती और मेरे पति मोहन अखबार पढ़ा करते थे हमारे आसपास का माहौल बड़ा ही शांत था। कुछ समय पहले हमारे पड़ोस में रहने के लिए एक नवविवाहित जोड़ा आया उन लोगों से हमारी ज्यादा बातचीत तो नहीं थी लेकिन उन्हें एक दो बार मैंने आते जाते देखा था। मेरे पति मोहन तो आस पड़ोस में किसी से भी ज्यादा बातचीत नहीं किया करते थे क्योंकि इनका स्वभाव बिल्कुल भी ऐसा नहीं है और वह काफी कम बात किया करते हैं। इसी बीच हमारे पड़ोस में रहने वाले नवविवाहित जोड़ा जो कि काफी मॉडर्न था उनके घर में सुबह से ही बड़ा शोर खराब होता रहता था जिस वजह से हमारे आसपास के सब लोग परेशान हो जाया करते थे।
मैं एक छोटे से फ्लैट में रहता था. एक दिन मैं बालकनी में सिर्फ चड्डी में खड़ा था कि बगल वाली छत पर एक भाभी मुझे देख रही थी. उसके बाद मैंने क्या किया?
kamukta, antarvasna मेरा चक्कर मेरे पड़ोस में रहने वाले मुकेश के साथ चलता है मुकेश से मैं एक शादी के दौरान मिली थी। मैं जब उससे मिली तो उस वक्त मेरे पति भी मेरे साथ थे लेकिन उसके चेहरे की चमक एक अलग ही प्रकार की थी मै उसे अपना किसी भी हालत में बनाना चाहती थी। मैंने उससे फेसबुक के माध्यम से बात की, जब हम दोनों की दोस्ती हो गई तो मैं मुकेश से अपनी चूत मरवाना चाहती थी। मै उसके लिए इतनी ज्यादा बेताब थी मैंने उससे अपनी चूत मरवाने की ठान ली जब पहली बार उसने मुझे चोदा तो मुझे ऐसा लगा जैसे मैं जन्नत में चली गई हूं। उसके बाद मुझे बहुत अच्छा मौका मिल गया मेरे पति भी विदेश नौकरी के लिए चले गए मुझे जैसे खुलकर आजादी मिल गई मैं मुकेश से हमेशा चुदने के लिए तैयार रहती। जैसे उसके लंड ने मुझे अपना दीवाना बना दिया था क्योंकि उसका लंड 10 इंच मोटा और लंबा था लेकिन मुझे उस वक्त मुकेश के साथ सेक्स करने का मौका नहीं मिला जब मेरी ननंद घर से भाग गई।
फिर उसने मुझे अपने ऊपर ले लिया और मैं ऊपर नीचे होकर अपनी गांड चुदवाती रही.
दोस्तो, कैसे हो आप सब … मैं शिवराज एक फिर से अपनी सच्ची कहानी लेकर हाजिर हूँ. इस कहानी में एक विधवा की प्यासी चूत को मैंने सुहागन किया था.
मेरे दोस्त की गर्लफ्रेंड मुझे अपने भाई जैसा मानती थी. लेकिन उसे देख मेरा लंड खड़ा होने लगता था. मैं अपनी मुँहबोली बहन की चुत चुदाई करना चाहता था. मैंने कैसे की?
मेरा नाम अवि राज है और मैं पुणे से हूँ. मैं आज अन्तर्वासना पर अपनी नई सेक्स कहानी लेकर आया हूँ.
वह मुझसे जिद करने लगा और कहने लगा स्कूल में मेरे दोस्त भी डांस क्लास जाते हैं तो क्या आप मुझे नहीं भेज सकती। मैं अपने बेटे को मना ना कर सकी तभी मुझे उस वक्त सलूजा का ध्यान आया मैं अपने बेटे को लेकर सलूजा के पास गई मैंने सलूजा से इस बारे में पूछा क्या तुम मेरे बेटे को डांस सिखा सकती हो। वह कहने लगी दीदी क्यों नहीं आप इसे मेरे एकेडमी में भेज दिया कीजिए लेकिन मैंने सलूजा से कहा कि क्या तुम उसे घर पर डांस नहीं सिखा सकती हो। वह कहने लगी दीदी मैं देखती हूं मैं इस बारे में कुछ कह नहीं सकती लेकिन मैं कोशिश करूंगी। आखिरकार सलूजा मेरे बेटे को घर पर डांस सिखाने के लिए तैयार हो गई और वह घर पर ही उसे डांस सिखाया करती थी। मेरी सलूजा के साथ अब काफी अच्छी दोस्ती हो चुकी थी और उसका नेचर भी काफी अच्छा था। सलूजा और मेरी अच्छी दोस्ती हो चुकी थी लेकिन सलूजा के पति रजत की नियत मुझे कुछ ठीक नहीं लगती थी वह कई बार मुझ पर गंदी नजर मारता। मुझे बिल्कुल भी पता नहीं था कि सलूजा के पति के हमारे ही मोहल्ले में और भी महिलाओं से संबंध है। जब मुझे इस बारे में पता चला तो मैं पूरी तरीके से चौक गई लेकिन रजत के अंदर कोई तो बात थी जिसके लिए उसके और हमारे मोहल्ले की औरतें रजत के पीछे पागल थी। मैं चाहती थी राजत के साथ में एक रात बताऊ मैंने रजत पर डोरे डालने शुरू कर दिए। मैं जब भी सलूजा के पास जाती तो मेरी मुलाकात रजत से हो ही जाती थी और रजत भी मेरी तरफ ध्यान से देखा करते। मैंने रजत को अपना मोबाइल नंबर दे दिया एक दिन रजत और मेरी बात फोन पर हो रही थी उस वक्त सलूजा आ गई इसलिए हम दोनों ने मैसेज के माध्यम से बात की लेकिन अगले ही दिन मैंने रजत को अपने घर पर बुला लिया।