मसाज़ वाले से चुद गयी
मैं रीता हु मैं दिल्ली की रहने वाली हु. मेरा फिगर ३२ २८ ३६ है. और में दावे से कह सकती हु की मुझे देख कर किसी का भी लंड खड़ा हो सकता है.
मैं रीता हु मैं दिल्ली की रहने वाली हु. मेरा फिगर ३२ २८ ३६ है. और में दावे से कह सकती हु की मुझे देख कर किसी का भी लंड खड़ा हो सकता है.
मैंने भाभी से वैसे ही झूठ कह दिया जबकि मैं अपने ब्वॉय फ्रेंड से कई बार चुदवा चुकी थी.
मैं अन्तर्वासना का एक लम्बे समय से पाठक रहा हूँ. लेखकों द्वारा साझा किए गए अनुभव पढ़कर मुझे बहुत अच्छा लगता है. उनकी कहानियां पढ़कर मैंने भी कई बार सोचा कि मैं भी अपने जीवन से जुड़ी ऐसी घटनाओं के बारे में लिखूँ.
फिर लवली ने अपने सारे कपड़े उतार दिये और पापा के लंड को मुंह में भर लिया. इतने में मैं भी पास में पहुंच गया. पापा ने अपने चेहरे को नीचे कर लिया.
बहुत देर तक हम दोनों एक दूसरे को किस करते रहे. साना नंगी थी. उसके बदन को देख कर मैं पागल सा हो गया. उसके 36 के चूचे नंगे होने के बाद और भी ज्यादा मस्त लग रहे थे.
ससुराल में सास और बीवी की चुदाई के बाद भी मेरी चालू बीवी की चूत की प्यास शांत होने का नाम ही नहीं ले रही थी. मुझे उसके लिये एक नये लंड की तलाश करनी थी तो .
मेरे पति चूत चुदाई से ज्यादा मेरी गांड चुदाई करते हैं. मुझे पता लगा कि वो कई औरतों की गांड चोदते हैं. तो हमारा झगड़ा हो गया. फिर जब मेरी चूत में वासना की आग लगी तो .
मैंने जब इस बारे में भैया से कहा तो भैया मुझे कहने लगे अरे मीना झूठ बोल रही है मैंने भैया से कहा भैया मीना भला क्यों झूठ बोलेगी उसे इन सब चीजों से क्या लेना देना है लेकिन मेरे भैया तो बातों को मानने को तैयार ही नहीं थे वह अपनी गलती को बिल्कुल भी स्वीकार करने को तैयार नहीं थे। मैंने भैया से कहा मैं आपको और भाभी को अपने माता पिता के समान मानता हूं लेकिन आप लोगों ने मेरे साथ इस प्रकार से किया। मैंने मीना को आपकी ही जिम्मेदारी पर यहां रखा है लेकिन आप लोग तो उससे घर का सारा काम करवाते हैं और जो पैसे मैं भेजा करता था वह पैसे आप लोग मीना को देते ही नही हैं। मुझे इस बात का बहुत ज्यादा दुख था कि मेरे भैया भाभी ने मेरे साथ ऐसा किया मेरा पूरा भरोसा उठ चुका था और मेरा मूड भी बहुत ज्यादा खराब था। मैंने मीना से कहा मुझे नहीं लगता कि अब हम लोग यहां पर रहेंगे मैंने मीना से कहा तुम मेरे साथ चलो मीना कहने लगी हम लोग अपना घर छोड़कर कहां जाएंगे। मीना मेरे साथ आने को बिल्कुल तैयार नहीं थी लेकिन भैया और भाभी ने जो हरकत मीना के साथ की थी उससे मुझे बहुत ही दुख पहुंचा था। मैंने मीना को समझाने की कोशिश की लेकिन वह कहने लगी नहीं मैं यही खुश हूं। मैं मीना के साथ 15 दिन तक घर पर रहा लेकिन मेरा मन बिल्कुल भी घर पर नहीं लगा मुझे बहुत ही ज्यादा बुरा भी लगा क्योंकि भैया और भाभी ने बहुत गलत किया था। मैं वापस आ चुका था लेकिन अभी मेरे दिमाग में सिर्फ मीना का ही खयाल था मैं उसे हर रोज फोन किया करता लेकिन नेटवर्क की समस्या की वजह से मेरी उससे ज्यादा देर तक बात नहीं हो पाती थी। मैं जब मीना से कुछ दिनों बाद दोबारा से मिलने के लिए गया तो मीना बहुत दुखी थी वह मुझे कहने लगी भाभी मुझे बहुत ज्यादा परेशान करती है और वह मुझे बहुत सताती है।
एक पार्टी में नशे के कारण मुझे घर छोड़ने कंपनी का एक अफ्रीकी क्लाइंट आया. मेरी सेक्सी बीवी देख उसने सेक्स की खुली ऑफर कर दी. मेरी बीवी की खुल्लम खुल्ला चुदाई का मजा लें.
मेरे प्यारे दोस्तो, मैं अन्तर्वासना की क़हानियां चार साल से पढ़ रहा हूँ. आज मैं अपनी जीवन की पहली चुदाई की कहानी आपको सुनाने जा रहा हूँ… जिसमें मैंने अपने किरायेदार रिंकू भाभी की दो दिन तक जमकर चुदाई की.
antarvasna अपनी पत्नी के तानों से परेशान होकर उसे फिल्म ले जाने का वादा मुझे पूरा करना ही पड़ा काफी समय से वह मुझसे कह रही थी कि तुम मुझे मूवी दिखाने के लिए ले चलो। उसके पसंदीदा हीरो की फिल्म जो लगी थी और वह चाहती थी कि वह रिलीज के पहले ही दिन अपने पसंदीदा हीरो की पिक्चर देखने के लिए जाए लेकिन मैं उसे कई दिनों से टालने की कोशिश कर रहा था क्योंकि मुझे फिल्मों में बिल्कुल भी रुचि नहीं है। वह हो एक दिन मुझ पर बहुत गुस्सा हो गयी और कहने लगी आपको आज मुझे पिक्चर दिखाने के लिए लेकर जाना ही पड़ेगा। मैं भी उसे मना ना कर सका और आखिरकार उसकी बात को मुझे मानना ही पड़ा क्योंकि वह मुझसे बहुत गुस्सा हो गई थी।
अब मेरी मम्मी की सांसें अनियंत्रित होने लगी और टांगें कांपने लगी जिसके कारण खड़ा होना भी मुश्किल हो गया। मम्मी की कामवासना अपने चरम पर दिख रही थी.
पढ़ाई के लिए मैंने कमरा किराये पर लिया. मकान मालकिन भाभी मस्त माल थी. एक बार भैया कुछ दिनों के लिए बाहर गए तो मुझे ख्याल रखने को कह गए. भाभी ने मुझे कैसे पटाया?
अन्तर्वासना के सभी पाठकों को मेरा प्रणाम. मैं लम्बे समय से अन्तर्वासना का पाठक हूँ और मैंने इस साइट पर बहुत सी कहानियाँ पढ़ी हैं. कहानियों को पढ़कर मैंने खूब आनंद लिया है. इसलिए सोचा कि क्यों न मैं भी आपको अपने जीवन की एक ऐसी ही घटना से रूबरू करवाऊं. आज जो मैं कहानी आप लोगों को बताने जा रहा हूँ वह मेरे जीवन की पहली चुदाई की घटना है. मैं आशा करता हूं कि यह कहानी आप सभी को पसंद आएगी. अंतर्वासना की दुनिया एक ऐसी दुनिया है कि यहां बूढ़े भी अपना मनोरंजन कर सकते हैं. तो चलिए फिर हम अपनी कहानी की शुरूआत करते हैं.
दोस्तो, कैसे हो आप सब … मैं शिवराज एक फिर से अपनी सच्ची कहानी लेकर हाजिर हूँ. इस कहानी में एक विधवा की प्यासी चूत को मैंने सुहागन किया था.
Hindi chudai kahani मैं अपने गांव में खेती का काम किया करता था मैंने शादी की थी लेकिन मेरी पत्नी मुझे छोड़ कर चली गई और उसके बाद मैंने कभी भी अपने मन में शादी का ख्याल नहीं आने दिया। मैं उस रात अपने खेतों में बैठकर अपने खेत की रखवाली कर रहा था तभी मुझे कुछ छूट की आवाज सुनाई दी। अंधेरा काफी ज्यादा था इसलिए आगे कुछ दिखाई नहीं दे रहा था मेरे हाथ में एक बड़ा सा डंडा था मैं जब उसी को लेकर आगे बढ़ा तो मुझे वहां कोई दिखाई नहीं दिया लेकिन झाड़ी में मुझे कुछ हलचल सी होती दिखाई दी। मेरे हाथ में टॉर्च थी टॉर्च जलाते हुए मैंने जब उस तरफ देखा तो मेरी आंखें फटी की फटी रह गई मेरे सामने छोटी सी बच्ची थी मुझे समझ नहीं आया कि आखिरकार यह किसने किया होगा। मैंने उस बच्ची को अपनी गोद में उठाया मुझे ऐसा आभास हुआ कि जैसे वह मेरा ही कोई हो और मैंने उसे अपने पास ही रखने का फैसला कर लिया।
दोस्तो, मेरा नाम पवन कुमार है, मेरा लंड 8 इंच लंबा और 3 इंच मोटा है. मैं आज आप सभी को अपनी एक मजेदार सेक्सी कहानी सुनाने जा रहा हूँ. यह मेरे और मेरी चाची के बीच की सेक्स की कहानी है.
मेरा नाम मीरा है और मैं 24 साल की हूँ. मैं हैदराबाद की एक आईटी कम्पनी में काम करती हूँ. वैसे मैं पंजाब की रहनेवाली हूँ. मेरे परिवार में मम्मी पापा और मेरा छोटा भाई है जो पंजाब में ही रहते है.
जैसा कि मैंने मेरी कहानी में बताया था कि अंशिका स्वाति की सबसे अच्छी दोस्त थी और हम पहली बार स्वाति के बर्थडे वाले दिन मिले थे। और उसके बाद मैं जब भी स्वाति से मिलने जाता तो ज्यादातर अंशिका उसके साथ ही होती थी। क्योंकि स्वाति की वजह से मैं अंशिका से कई बार मिल चुका था तो हम दोनों भी अच्छे दोस्त बन गए थे और हमने भी एक दूसरे के साथ नम्बर एक्सचेंज कर लिए थे और कभी कभी हमारी बातें भी हो जाया करती थी। कभी कभी जब मेरी और स्वाति की थोड़ी बहुत कहा सुनी हो जाती तो अंशिका ही हम दोनों की सुलह करवाती। स्वाति अंशिका को अपनी सगी बहन से भी ज्यादा मानती थी और अपनी सारी बातें उससे शेयर करती थी।
अदिति की जुबानी मैं आपके सामने अपनी 34-28-36 की फिगर का एक नायाब धमाका एक ऐसी स्टोरी के माध्यम से करने जा रही हूँ जो आपकी पेंट को गीला कर देगा।
मीनाक्षी ने उस वक्त मेरा बहुत साथ दिया और मुझे उस समय एहसास हुआ कि मीनाक्षी ही मेरा साथ दे सकती है और एक दिन मैंने मीनाक्षी से कहा मैं तुमसे मिलने के लिए आ रहा हूं। मीनाक्षी मुझे कहने लगी तुम मुझसे मिलकर क्या करोगे लेकिन मैंने तो जैसे ठान ली थी कि मैं मीनाक्षी से मिलकर ही रहूंगा और मैं मीनाक्षी से मिलने के लिए उसके गांव चला गया। उसका गांव राजस्थान में है उसका गांव जयपुर से कुछ ही दूरी पर है, मैं जब उसके गांव में पहुंचा तो वहां पर रहने की कोई व्यवस्था नहीं थी इसलिए मीनाक्षी ने मुझे अपने घर पर ही रुकवा दिया। मीनाक्षी ने यह कहकर मुझे रुकवाया की यह मेरा दोस्त है और कुछ काम के सिलसिले में यहां आया हुआ है लेकिन मेरा तो कोई काम नहीं था मैं सिर्फ मीनाक्षी से ही मिलने के लिए वहां गया हुआ था। मैं जब मीनाक्षी से मिला तो मुझे बहुत खुशी हुई मैंने मीनाक्षी से कहा मै तुमसे मिलना चाहता था और मुझे तुमसे मिलकर बहुत अच्छा लगा मीनाक्षी ने मुझे कहा मैं कुछ दिनों बाद दिल्ली आऊंगी तो तुमसे मुलाकात करूंगी। मैं अब दिल्ली वापस लौट आया और मैं मीनाक्षी का इंतजार करने लगा लेकिन मीनाक्षी दिल्ली आई ही नहीं मैंने उसे कहा तुम दिल्ली कब आओगी वह कहने लगी बस मैं जल्दी ही दिल्ली आने वाली हूं। कुछ दिनों बाद मीनाक्षी दिल्ली आ गई मुझे बहुत खुशी हुई मैं इतना खुश था कि मैंने मीनाक्षी को गले लगा लिया। मुझे समझ नहीं आया था कि महिमा ने ऐसा मेरे साथ क्यों किया लेकिन मैं अब मीनाक्षी के साथ अपना रिलेशन चलाना चाहता था। मैंने मीनाक्षी से अपने दिल की बात भी कह दी वह तो मुझे पहले से ही चाहती थी तो भला वह मुझे कैसे मना कर सकती थी। मीनाक्षी ने मुझे हां कह दिया था और उसका साथ मुझे मिल चुका था वह कुछ दिनों तक दिल्ली में ही रुकने वाली थी।
ये बात हमसे खुद विनय ने बताई | फिर एक दिन जब भैया कहीं बाहर गए थे विनय ने अपने भाभी को खूब चोदा विनय की भाभी तो उससे पट ही गई थी तो विनय अपनी भाभी को रोज चोदता था | ये बात विनय के भैया को पता नहीं थी | लेकिन एक दिन विनय के भैया काम से जल्दी घर आ गये तो उन्होंने विनय को अपनी पत्नी के साथ किस करते हुए पकड़ लिया | उसके बाद उसके भैया ने भी उसे खूब मारा और घर से बाहर निकाल दिया | फिर विनय अलग रहने लगा | उसके बाद विनय अपनी कम्पनी की मुरमुरे पैक करने वाली भौजी को लाइन मारने लगा और सबसे कहने लगा कि अब इस भौजी को पटा के चोदना है | और ये रोज उस भौजी को लाइन मारता था लेकिन इस बार कुछ नहीं हो रहा था तो विनय ने आ के हम लोग से बताया कि यार ये भौजी तो भाव ही नहीं दे रही है | मेरी तरफ देखती भी नहीं है | मैं उसे कितना देखता हूँ और सीटी भी मारता हूँ तब भी नहीं देखती है |