फिर शिवम ऊपर की ओर आ गया और उसने मेरी बहन की चूचियों को पकड़ कर दबाना शुरू कर दिया. कुछ देर उसकी चूचियों को दबाने के बाद वो सपना की चूचियों को पीने लगा.
सामने का नजारा इतना उत्तेजित करने वाला था कि मेरे लंड ने भी पानी छोड़ना शुरू कर दिया था. इस वक्त मुझे दीदी का वो चुदक्कड़ लड़की वाला रूप देख कर जहां एक ओर खुशी सी हो रही थी वहीं दूसरी ओर दुख भी हो रहा था.
रिंकू मेरी बहन की चूत को चोद रहा था और शिवम उसकी चूचियों से खेल रहा था. कभी उसकी चूचियों को मुंह में भर कर चूसने लगता था तो कभी उनको दोनों हाथों के बीच में भींच कर निचोड़ने लगता था. मेरी बहन अपने हाथ से शिवम का लंड पकड़ कर जोर जोर से हिला रही थी और उसकी मुठ मार रही थी.
नीचे से रिंकू उसकी चूत में लंड को बुरी तरह से पेल रहा था. ऐसा लग रहा था जैसे रेल का इंजन तेजी के साथ भाग रहा है. सपना हर धक्के के साथ आगे पीछे हो रही थी. अब रिंकू की गति और बढ़ गयी. उसने तेजी से कई धक्के लगाये और फिर धीरे धीरे रुकता चला गया.
उसने वीर्य छोड़ दिया था. एक मिनट के बाद वह उठा और फिर शिवम ने अपने लंड पर कॉन्डम चढ़ा लिया. रिंकू के हटने के बाद शिवम आगे आया और उसने मेरी बहन की टांगों को पकड़ कर अपनी ओर खींचा और उसकी चूत में लंड घुसा दिया.
अब शिवम ने उसकी चूत को चोदना शुरू कर दिया. शिवम भी तेजी के साथ मेरी बहन की चूत में झटके मारने लगा. उसने मेरी बहन के बूब्स को पकड़ कर जोर जोर से धक्के लगाना शुरू कर दिया.
सपना के मुंह से दर्द भरी आवाजें आने लगीं- आह्ह. आऊ . ऊईई मा . धीरे . आह्ह . धीरे करो. फट जायेगी.
शिवम- फाड़नी ही तो है साली रंडी. बहुत चुदासी हो गयी है तू. दो दो लंड लेकर भी शांत नहीं होती है. आज मैं तेरी चूत को चुप करवा दूंगा.
ये बोलकर शिवम और जोर से मेरी बहन की चूत को फाड़ने लगा. सपना ने शिवम की गांड को पकड़ कर उससे लिपट गयी और दोनों चिपक गये. शिवम कुत्ते की तरह पूरी स्पीड में मेरी बहन को चोद रहा था. मेरी बहन भी कुतिया की तरह चुदती हुई लंड का मजा ले रही थी.
इस तरह आधे घंटे तक शिवम ने उसकी चूत मारी. दोनों ने मिल कर लगभग 1 घंटे तक मेरी बहन की चूत को खूब चोदा. फिर वो दोनों वीर्य छोड़ने के बाद उसके बगल में लेट गये और उसकी चूचियों के साथ खेलने लगे.
काफी देर तक दोनों ही सपना की चूचियों को दबाते रहे और उसकी चूत को सहलाते रहे. सपना भी उन दोनों के लंड को अपने एक एक हाथ में लेकर छेड़ती रही.
फिर मेरी बहन बोली- अब तुम लोग जाओ और मुझे भी जाने दो. बहुत समय हो गया है. मुझे सोने के लिए जाना है, वरना कोई आ जायेगा.
रिंकू बोला- मुझे अभी और भी करना है.
सपना- नहीं, आज के लिए बहुत है. अभी तुम लोग जाओ.
इतना बोल कर सपना उठी और अपने कपड़े पहनने लगी.
शिवम और रिंकू दोनों एक साथ बोले- एक बार चूत तो चटा दो?
सपना- ठीक है, जल्दी से चाट लो.
हां होते ही शिवम मेरी बहन की चूत चाटने लगा. रिंकू उसकी चूचियों को चूसने लगा. कुछ देर तक दोनों ने बारी बारी से उसकी चूत और चूचियों को चाटा और चूसा.
फिर सपना अपने कपड़े पहनने लगी. रिंकू और शिवम दोनों ने भी अपने अपने कपड़े पहन लिये और वहां से निकलने की तैयारी करने लगे. सपना भी वापस आने वाली थी.
अब मैं भी वहां से धीरे से खिसक लिया और चुपचाप अपने रूम में आकर लेट गया. मैं लेटा हुआ बहन के आने का इंतजार करने लगा. 10-15 मिनट के बाद बहन भी अपने कमरे में आ गयी और उसने अपना दरवाजा बंद कर लिया.
मुझे अभी भी यह यकीन करना मुश्किल हो रहा था कि कुछ देर पहले ही मेरी बहन ने दो दो लड़कों के लंड अपनी चूत में लिये हैं और वो किसी रंडी की तरह दो दो मर्दों से एक साथ चुद कर आयी है. कहां वो शरीफ सी लड़की मेरी बहन सपना थी, मगर आज जो मैंने देखा वो कोई और ही सपना थी जो किसी सपने से कम नहीं था.
कहानी अगले भाग में जारी रहेगी.
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क्सक्सक्स कहानी का अगला भाग: बहन की ग़लती, मां का राज़-3