कुछ देर बाद मैं खड़ा हुआ और अंशिका को मेरा लण्ड चूसने के लिए कहा। कुछ देर तक तो उसने मना किया लेकिन मेरे बार बार कहने पर उसने मेरा 6″ लम्बा और 3″ मोटा लण्ड अपने मुँह में भर लिया और उसको चूसने लगी। मैं भी अब तेज तेज से उसके मुंह को चोदने लगा। उसके लण्ड चूसने से मुझे लग रहा था कि ये पहले भी कई बार लण्ड का स्वाद ले चुकी है।
कुछ देर उसका मुँह चोदने के बाद हम 69 पोजीशन में आ गए एक दूसरे के लण्ड चुत को चाटने लगे। आप लोगों को मैं बता दूं कि मुझे चुत चाटना सेक्स में सबसे ज्यादा अच्छा लगता है।
अंशिका की चुत एकदम किसी गर्म भट्टी की तरह सुलग रही थी। मैंने जैसे ही अपनी जीभ उसकी चुत फांकों पर रखी वो एकदम सिहर गयी। कुछ ही देर बाद हम दोनों एक दूसरे के मुँह में ही झड़ गए लेकिन न तो अंशिका ने ही मेरा लण्ड चूसना बन्द किया और न ही मैंने उसकी चुत। उसकी चुत का रस मुझे एकदम पागल कर रहा था।
थोड़ी देर में ही हम दोनों फिर से पूरे मूड में आ गए थे।
कुछ देर बाद अंशिका ने मेरा लण्ड मुख से निकाला और मुझसे कहने लगी- यार प्लीज, मुझे और मत तड़पाओ, बस चोद दो मुझे!
मैंने अंशिका को सीधा लेटाया और देर न करते हुए अपना नागराज उसकी चुत के ऊपर रगड़ने लगा। कुछ देर मेरे ऐसे रगड़ने के बाद अंशिका कसमसाने लगी और मुझसे चोदने की मिन्नतें करने लगी। मैंने अपना लण्ड उसकी हल्की हल्की झाटों पर उसकी चुत के मुख पर रखा और बस फिर एक ही धक्के में आधा लण्ड उसकी चुत में पेल दिया।
मेरा आधा लण्ड घुसते ही अंशिका कराहने लगी और मुझसे लण्ड बाहर निकलने को कहने लगी। लेकिन मैं कहाँ मानने वाला था; मैंने उसके होठों को चूमा और फिर जोर से एक और झटके में अपना पूरा लण्ड उसकी चुत की गहराई में उतार दिया।
ये तो मैं लण्ड घुसाते ही समझ गया था कि अंशिका पहले भी सेक्स कर चुकी है लेकिन मेरे सामने वो दर्द होने का नाटक कर रही थी। लेकिन मुझे क्या … मेरा काम निकल रहा था। कुछ देर बाद मैंने धक्के मारने शुरू कर दिये।
अब अंशिका भी अपनी गांड उठा उठा कर मेरा साथ देने लगी थी। कुछ देर ऐसे ही चोदने के बाद मैंने उसको घोड़ी बनाया और पीछे से मेरा पूरा लण्ड उसकी चुत में पेल दिया। अंशिका भी अब मजे में जोर जोर से आहें भर रही थी।
फिर मैं बेड पर सीधा लेट गया और अंशिका को अपने ऊपर बैठा लिया। ऐसे मेरा पूरा लण्ड उसकी चुत में घुस गया। अंशिका भी अब उछल उछलकर मेरा लण्ड झटकों के साथ अंदर ले रही थी। अब मैंने अंशिका की कमर को पकड़ा और धक्के जोर जोर से मारने लगा।
कुछ ही देर में मैंने सारा माल अंशिका की चुत के अंदर छोड़ दिया और वो भी एकदम निढाल होकर मेरे ऊपर गिर गयी।
कुछ देर बाद हम अलग हुए और एक दूसरे को चूमने लगे।
उस रात हमने 5 बार जबरदस्त सेक्स किया। अगले दिन सुबह अंशिका वापस चली गयी।
2-3 दिन बाद स्वाति का मेरे पास कॉल आया और मुझसे अंशिका से मिलने के बारे में पूछने लगी। मुझे लगा कि शायद अंशिका ने सारी बातें जाकर उसको बता दी हैं तो मैंने भी उसको सारी बातें बता दी।
स्वाति फोन पर रोने लगी और मुझे बुरा भला कहने लगी तो मैंने भी उसको उसके किसी और के साथ अफेयर की बात बता दी जो अंशिका ने मुझे बताई थी। इस पर स्वाति ने फोन कट कर दिया।
कुछ देर बाद अंशिका का मुझे फोन आया और मुझसे पूछने लगी कि स्वाति को मैंने क्या बताया।
मैंने उसको सारी बात बता दी।
फिर उसने मुझे बताया कि अंशिका ने स्वाति को कहा था कि वो मुझसे मिलने आएगी और बाकी कुछ नहीं बताया था। और इन बातों पर उन दोनों का आपस मे झगड़ा हो गया था। फिर अंशिका ने भी फोन कट कर दिया।
खैर, अब मुझे क्या फर्क पड़ने वाला था। उसके बाद मेरी और स्वाति की कभी बात नहीं हुई। कुछ दिनों बाद अंशिका से मेरी दोबारा बातें होने लगी। वो मुझे स्वाति के नए बॉयफ्रेंड के बारे में बताती।
इसके बाद मैं और अंशिका कई बार और मिले और हमने खूब मजे किए।
फिर एक दिन अंशिका ने मुझे बताया कि उसके घरवालों ने उसके लिए लड़का ढूंढ दिया है और अब वो मुझसे बातें नहीं कर सकती। कुछ दिन और बातें होने के बाद हमारी आपस मे बात चीत बन्द हो गई और मैंने भी कहीं और चुत का जुगाड़ कर लिया।
तो ये थी दोस्तो, मेरी और अंशिका की कहानी। कैसे अंशिका मेरे और स्वाति के बीच आई और हम एक दूसरे से अलग हो गए।
आशा करता हूँ कि आपको जरूर पसंद आई होगी। मुझे मेल करके जरूर बताइएगा।
धन्यवाद