दोस्त की सेक्सी बुआ की चुदाई की कहानी – Part 2
अब तक रात के 12 बज गए थे. मैंने बुआ से बोला- आप सो जाइए, मैं भी थोड़ी देर में सो जाऊंगा.
अब तक रात के 12 बज गए थे. मैंने बुआ से बोला- आप सो जाइए, मैं भी थोड़ी देर में सो जाऊंगा.
सुहागरात को ही मुझे शक हो गया कि मेरी पत्नी शादी से पहले अपनी चूत में कई लंड ले चुकी है. मगर उसके बाद भी मैंने उससे प्यार किया. एक दिन मैं उसके मायके गया तो .
Desi sex kahani मैं इस बात से बहुत खुश थी कि हमारे गांव में इस वर्ष भी मेला लगने वाला है। मैं एक छोटे से गांव की रहने वाली हूं और हमारा गांव बिहार में है हमारा गांव पटना से 5 घंटे के रास्ते पर है। मैं इस बात से खुश थी कि इस वर्ष भी हम लोग मेले में खूब धूम धड़ाका करेंगे हर साल की तरह हमारे गांव में मेला लगता है इस बार भी मेला लगने वाला था। मेले की पूरी तैयारियां हो चुकी थी मैं अपनी मां के साथ बैठी हुई थी तो मेरी मां मुझे कहने लगी मोनिका तुम इस बार के मेले में जाओगी। मैंने अपनी मां से कहा मां मैं बचपन से आज तक हर बार मेले में गई हूँ तो इस बार मैं कैसे मेला छोड़ सकती हूं। मेरी मां कहने लगी मोनिका कई बार तुम्हें देख कर लगता है कि जब तुम्हारी शादी हो जाएगी तो तब मैं तुम्हारे बिना कैसे रहूंगी।
रवि मुझसे कहने लगा मैं तो काफी वर्षों बाद संतोष से मुलाकात करूंगा, मैंने उससे कहा मैं भी उससे करीब 5 साल बाद ही मिला था। जब हम दोनों संतोष से मिले तो वह बड़ी ही गर्मजोशी से हम दोनों से मिला उसने हम दोनों को गले लगा लिया वह रवि के बारे में पूछने लगा और रवि भी उसके बारे में पूछ रहा था जब रवि ने उसकी शान और शौकत देखी तो रवि कहने लगा यार तुम तो बिल्कुल ही बदल चुके हो, उसने सिर्फ मुस्कुराते हुए जवाब दिया। उस दिन हम लोगों ने पार्टी में एंजॉय किया हम दोनो घर लौट आए। एक दिन रवि ने मुझे बताया कि तुमने जो संतोष की शान शौकत देखी है वह सब उसकी पत्नी की वजह से है। मैंने उसे कहा तुम्हें यह सब कैसे पता चला वह कहने लगा बस मैंने यह सब पता करवा लिया जब उसने मुझे रोशनी की तस्वीर दिखाई तो वह कहने लगा कुछ दिनों पहले रोशनी ने मेरे एक दोस्त से अपनी चूत मरवाई थी और वह बड़े बड़े लोगों को अपने बदन से खुश करती है। मैंने भी जब उसकी तस्वीर देखी तो मैं यह देखकर दंग रह गया रवि और मैंने सोचा कि हमें भी रोशनी को बुलाना चाहिए हम दोनों ने एक दिन रोशनी को रवि के फ्लैट पर बुला लिया।
मैं पागलों की तरह चूसने लगा. मैंने उनके हाथ उनके सर के पीछे रख दिए ताकि वो मुझे छू ना सकें.
दोस्तो, मेरा नाम परमजीत कौर है और मैं पटियाला, पंजाब में रहती हूँ।
मेरे पड़ोस में एक बढ़िया सेक्सी माल किरायेदार आई. मैंने उस नई भाभी की चुदाई कैसे की? असल में मकान मालिक ने मेरा परिचय उनसे करवाया दिया था.
मैं अन्तर्वासना का एक लम्बे समय से पाठक रहा हूँ. लेखकों द्वारा साझा किए गए अनुभव पढ़कर मुझे बहुत अच्छा लगता है. उनकी कहानियां पढ़कर मैंने भी कई बार सोचा कि मैं भी अपने जीवन से जुड़ी ऐसी घटनाओं के बारे में लिखूँ.
मेरे काफी जिद करने पर भी रेखा होटल में पार्टी करने पर राजी नहीं हुई. मेरे बहुत बार कहने पर रेखा इस बात पर राजी हुई कि आप रिशा को घुमाने ले जाना.
मैंने एक आंटी की मदद की उनका सामान उनके घर पहुंचाने में. उन्होंने मुझे अंदर बुला लिया. उनके घर में जाकर मैंने आंटी की चूत चुदाई की. ये सब कैसे हुआ? उनकी सहेली कैसे आयी?
मां ने ब्रा पैंटी पहन ली और हाइ हील पहन ली. मैंने मां को कह दिया कि सुबह के लिए पैकिंग भी अभी करनी होगी. सुबह हमें जल्दी निकलना है. 10 बजे सुबह की फ्लाइट है. पैकिंग करने में ही हम दोनों को दस बज गये.
मैं अपनी पड़ोसन को चोद चुका था और खूब चोदता था. अब मेरी नजर उसकी बड़ी बेटी पर थी लेकिन कोई जुगाड़ नहीं बन पा रहा था. फिर कैसे मैंने पड़ोसन की बेटियों को चोदा?
नमस्कार दोस्तो, मेरा नाम रॉकी है, मेरी उम्र 32 वर्ष और मैं उदयपुर राजस्थान से हूँ। कभी कभी आपके हमारे जीवन में ऐसी घटनाएं घट जाती हैं जिनको हम कभी भुला नहीं पाते। कुछ ऐसा ही एक वाकया मेरी जिंदगी के साथ भी जुड़ा हुआ है जिसे कभी भुलाया नहीं जा सकता.
माँ ने बिस्तर लगाया और मच्छरदानी लगा दी, ताकि हमें मच्छर ना काटें.
अजय भी शायद मुझे प्यार करने लगा था उसका प्यार एक तरफा ही था लेकिन मुझे इस बात की चिंता सता रही थी कि कहीं मेरे पिताजी और मां को इस बारे में पता ना चल जाए। गांव के माहौल में कभी भी इस बात की स्वीकार्यता नहीं थी इसलिए मैं काफी डरी हुई थी मैं और अजय ऐसे ही चोरी छुपे मिलने लगे थे। हम दोनों चलते चलते अपने गांव से थोड़ी दूरी पर निकल गए और वहां पर बैठकर हमने काफी देर तक एक दूसरे से बात की अजय के साथ बात कर के मुझे बहुत अच्छा लगा और मुझे ऐसा लगा कि जैसे अजय अपने जीवन में कुछ बड़ा करना चाहता है। मैंने अजय से कहा तुम काफी मेहनती हो तुम जरूर अपने जीवन में आगे बढ़ोगे। अजय कहने लगा मेरी मां भी हमेशा यही कहती है और जब मुझे तुमसे बात करने का मौका मिला तो मुझे ऐसा लगा कि जैसे तुम्हारे अंदर भी मेरी मां का कोई रूप छुपा हो तुम बिलकुल मेरी मां की तरह बात करती हो वह भी मुझे ऐसे ही समझाती रहती हैं और जिस प्रकार से तुम से मेरी मुलाकात हुई है वह भी किसी इत्तेफाक से कम नहीं है। मुझे भी अजय का साथ पाकर अच्छा लगा लेकिन जब अजय ने यह कहा कि मैं कल पटना लौट जाऊंगा तो मुझे यह बात हुई बुरी लगी। उस दिन मुझे अजय को देखकर ऐसा प्रतीत हो रहा था कि मै उसे अपनी बाहों में ले लू लेकिन मैं गांव की एक सीधी-सादी सी लड़की थी इसलिए मेरे अंदर इतनी हिम्मत ना थी परंतु अजय ने हिम्मत दिखाते हुए आखिरकार मुझे गले लगा लिया। जब अजय ने मुझे गले लगाया तो मेरे अंदर से उत्तेजना जागने लगी थी मेरे अंदर से एक करंट सा निकलने लगा। मैं अजय से गले मिलकर बहुत खुश थी जब अजय ने मेरे गुलाब जैसे होठों को अपने होठों से चुंबन किया तो मैं बिल्कुल रह ना सकी। मैंने अजय से कहा तुम मेरे होठों को बड़े अच्छे से चूम रहे हो मुझे बहुत अच्छा लग रहा है। हम दोनों पास के एक खेत में चले गए वहां कुछ दिखाई नहीं दे रहा था इसलिए हम दोनों ने खेत में जाकर एक दूसरे को काफी देर तक चुंबन किया जिससे कि हम दोनों एक दूसरे के प्रति आकर्षित हो गए।
मेरा नाम मीरा है और मैं 24 साल की हूँ. मैं हैदराबाद की एक आईटी कम्पनी में काम करती हूँ. वैसे मैं पंजाब की रहनेवाली हूँ. मेरे परिवार में मम्मी पापा और मेरा छोटा भाई है जो पंजाब में ही रहते है.
मैंने उसे कहा नहीं तो तुम्हें यह किसने कहा वह मुझे कहने लगी सर मैंने आपके लैपटॉप में अपनी फोटो देखी और मुझे पता चला कि आप मुझे प्यार करते हैं लेकिन आप ने कभी भी अपने दिल की बात मुझसे नहीं कहीं। मैंने मधु से कहा मैं तुमसे प्यार करता था लेकिन जब मुझे पता चला कि तुम किसी और से ही प्रेम करती हो तो मैंने अपने दिल से तुम्हारा ख्याल निकाल दिया और मैंने उसके बाद कभी भी तुम्हारे बारे में नहीं सोचा। मधु मुझे कहने लगी यदि आपने मुझे पहले यह बता दिया होता तो शायद यह सब नहीं होता आपके जैसा लड़का मुझे मिल पाना शायद मुश्किल होगा कभी भी आपके जैसा लड़का मुझे अपने जीवन में नहीं मिल पाएगा यदि आप के साथ मेरी शादी होगी तो मुझे बहुत अच्छा लगेगा। मुझे नहीं मालूम था कि मधु मुझे इतना पसंद करती है मैं अपने दिल में सिर्फ इसी डर से उससे कह नहीं पाया कि मुझे लगा कि कहीं उसे बुरा लगेगा इसलिए मैंने उसे आजतक अपने दिल की बात नहीं कही थी लेकिन जब उसने यह बात कही तो मैं खुश हो गया और मेरे चेहरे पर वह मुस्कान दुबारा से आ गई जो पहले थी। हम दोनों एक दूसरे के साथ अच्छा समय बिताया करते मुझे उसके साथ में समय बिताना अच्छा लगता था। मधु के पिताजी ने उसके लिए लड़का देख लिया था लेकिन मधु मुझसे प्यार करने लगी थी और हम दोनों का प्यार परवान चढ़ चुका था।
जब वह सुनीता के साथ रहने लगे तो पिताजी इस बात से बहुत दुखी हुए उन्हें इस बात का बहुत गहरा सदमा लगा जिससे कि उनकी तबीयत पर भी असर पड़ने लगा उनका स्वास्थ्य भी खराब रहने लगा था। वह काफी बीमार भी रहने लगे मैंने उनकी काफी देखभाल की रोहित मुझे मानसिक रुप से हमेशा ही सपोर्ट किया करता और कहता तुम हार मत मानो सब कुछ ठीक हो जाएगा। रोहित के इतने कहने से मुझे भी एक ताकत मिलती और पिताजी की तबीयत में भी सुधार होने लगा था। भैया तो घर से जा चुके थे हमारे परिवार में सिर्फ 3 लोग ही रह गए थे मम्मी भी इस बात से काफी दुखी रहती थी लेकिन मम्मी अपने दुख को किसी के सामने बयां नहीं कर पाती थी लेकिन वह ना चाहते हुए भी कभी ना कभी कह ही देती थी मोहन ने बहुत गलत किया। मेरे और रोहित के बीच सब कुछ ठीक था हम दोनों एक दूसरे से बात किया करते लेकिन मेरे पिताजी अब तक हम दोनों के रिश्ते को मान नहीं पाए थे उन्होंने अपनी स्वीकार्यता हमें नहीं दी थी। हम दोनों को रिलेशन को काफी समय हो चुका था एक दिन रोहित ने मुझसे मिलने की इच्छा जाहिर की। हम लोग अक्सर मिला करते थे लेकिन उस दिन ना जाने हम दोनों के दिल मे ऐसा क्या चल रहा था जिससे कि मेरे और रोहित के में उत्सुकता पैदा होने लगी। मैं रोहित के प्रति खिची चली गई रोहित को मैं अपना तन बदन सौंपना चाहती थी। उस दिन हम दोनों ने साथ में जाने का फैसला किया रोहित और मैं कार से रोहित के घर गए। जब हम लोग रोहित के घर पहुंचे तो वहां पर उसकी मम्मी बैठी हुई थी उसकी मम्मी को हम दोनों से कोई आपत्ति नहीं थी।
उस शाम मुस्कान को शाम को एक पार्टी में जाना था. इसलिए वो पार्लर गयी थी. मैं और शिशिर हम दोनों लोग खुश थे कि मेरी सहेली शाम को पार्टी में जाएगी और मैं मेरे पति के सोने के बाद अपनी सहेली के पति से सेक्स करूंगी.
मेरी गर्लफ्रेंड ने उसकी सहेली के साथ मेरी चुदाई की विडियो बना ली और उसे ब्लैकमेल करने लगी. बदले में मेरी सीनियर ने उसे मजा चखाने की योजना बनायी. क्या थी वो योजना?
मैंने उसे कहा यदि तुम्हें वह अच्छा लग रहा है तो तुम उससे अपने दिल की बात कह दो सुरभि कहने लगी लेकिन मेरी हिम्मत उससे बात करने की नहीं होती इसलिए मैंने अब तक उससे अपने दिल की बात नहीं कही, कुछ दिनों बाद सुरभि ने मुझे कहा कि मैंने उस लड़के से अपने दिल की बात कह दी है और उसने भी मुझे हां कह दिया है, उस दिन उसके चेहरे पर बहुत खुशी थी मैं समझ नहीं पा रहा था कि मुझे उस वक्त क्या करना चाहिए लेकिन मैंने उस समय चुप रहना ही मुनासिब समझा उसके बाद सुरभि मुझे कई दिनों तक नहीं मिली मुझे उससे नहीं मिलने का दुख सता रहा था मैं बहुत ज्यादा दुखी था मैंने सुरभि को फोन किया तो सुरभि ने फोन उठाते हुए कहा हां अमन कहो, मैंने उसे कहा मुझे तुमसे मिलना था, वह कहने लगी ठीक है मैं तुमसे अपने ऑफिस के बाद मिलती हूं। जब वह मुझे मिली तो उसके साथ एक लड़का भी था उस लड़के को देखकर मैं थोड़ा नर्वस सा हो गया सुरभि ने मुझे जब उससे मिलवाया तो वह कहने लगी यह सूरज है मैं सूरज की ही बात तुमसे कर रही थी, उसने मुझे सूरज से मिलवाया, मैं काफी दुखी हो गया था कुछ देर बाद वह दोनों मेरे चेहरे पर देख कर बड़ी जोर से हंसने लगे मुझे कुछ समझ नहीं आ रहा था कि वह क्यों हंस रही है, तब मुझे सुरभि ने सारी बात बताई और कहा कि मैं तो तुम्हें ऐसे ही आजमा रही थी कि तुम मेरे बारे में क्या सोचते हो, जब उसने यह बात कही तो मेरे चेहरे पर एक मुस्कान आई और मुझे यह पता चल चुका था कि सुरभि ने मेरा बेवकूफ बनाया है। सूरज उसका कलीग है वह ऑफिस में उसके साथ काम करता है सुरभि मुझे सिर्फ यह दिखाना चाहती थी कि मै उससे कितना प्यार करती हू।
फिर उसने कराहते हुए बोला- देव आज मैं आपकी हो गई हूं … आज आप मुझे अपनी पत्नी बना कर प्यार करो.
दोस्तो, मेरी बीवी ऋतु ने इनकम टैक्स ऑफीसर के साथ चुदाई करने के बाद मेरी सारी टेंशन खत्म कर दी थी. अब मुझे कोई प्राब्लम नहीं थी. ऋतु ने फिर से अपनी मॉडलिंग पे ध्यान देना शुरू कर दिया था और जिम भी जाने लगी थी. अब वो पहले से और भी ब्यूटिफुल हो गयी थी. उसने अपने जिम ट्रेनर को बोल कर अपनी गांड को बड़ी, गोल और सुडौल करने वाली एक्सर्साइज़ करनी शुरू कर दी थी.
मैं, मेरी बीवी और पापा ने मिल कर एक प्लान बनाया जिसके मुताबिक मैंने मेरी चालू बीवी की चुदाई मेरी मां के सामने करनी थी. हमने यही किया और मां ने हमें देख लिया.
ससुराल में सास और बीवी की चुदाई के बाद भी मेरी चालू बीवी की चूत की प्यास शांत होने का नाम ही नहीं ले रही थी. मुझे उसके लिये एक नये लंड की तलाश करनी थी तो .