मैंने उससे कहा- सौम्या . ये तुम्हारे साथ अच्छा नहीं हुआ.
बस फिर क्या था . वो नशे की टुन्नी में सब बताने लगी.
वो बोली- साले के लिए मैंने क्या नहीं किया . हरामी कुत्ते के साथ मैंने दो बार सेक्स किया . उस मादरचोद का लंड मुँह में लिया. मैं उसे पैसे भी देती थी.
उसके मुँह से गालियां सुनकर मेरा लंड खड़ा हो गया. मैंने मौके का फायदा उठाया और एक हार्ड पैग बना कर उसके हाथ में पकड़ा दिया. उसने बिना सोचे समझे उस पैग को भी पी लिया.
अब वो नशे में मदहोश हो कर अपने पैर फैला कर मेरे सामने बैठी थी. मैंने अपना एक हाथ उसकी जांघ पर फेरते हुए उससे कहा- काश अगर उसकी जगह मैं होता, तो तुम्हारे जैसी इतनी सुन्दर माल को धोखा नहीं देता.
वो मुझे नशीली आंखों से देखने लगी और बोली- आप इतना प्यार करते मुझे?
मैंने हां कर दिया और सीधे उसके होंठों पर अपने होंठ रख कर उसे किस करने लगा. वो भी मेरा साथ देने लगी. मैं उसे चूमते हुए अपने एक हाथ को उसके मम्मे पर ले गया और दबाने लगा.
अब उसे सेक्स का नशा भी चढ़ गया. उसने मेरी शर्ट खींची. मैंने उसकी इच्छा समझ कर अपने सारे कपड़े झट से निकाल फेंके. अब मैं उसके सामने एकदम नंगा खड़ा था. मैंने उसको किस किया और नीचे लंड पर इशारा करते हुए उसको लंड मुँह में लेने को कहा.
उसने झट से मेरा 7 इंच का लंड मुँह में भर लिया और लॉलीपॉप के जैसे चूसने लगी. वो इतना मस्त लंड चूस रही थी कि मैं कुछ ही मिनट में उसके मुँह में ही झड़ गया. वो मेरे लंड का पूरा माल पी गयी.
अब मैं उसे बिस्तर पर ले गया और उसके सारे कपड़े निकाल दिए. वो मेरे सामने एकदम नंगी हो गयी थी. मैं उसके मम्मों को मसलने लगा, उसके एक निप्पल को चूसे जा रहा था. वो मस्त होकर मेरा साथ दे रही थी.
फिर वो बोली- भाई, मैं बहुत प्यासी हूँ . बहुत दिनों से चुदायी नहीं की . आप जल्दी से चुदाई करो . अब मुझसे रहा नहीं जा रहा है . प्लीज फ़क मी ब्रो.
मैंने कहा- अभी तो सारी रात बाकी है मेरी जान . आज मैं तुझे बहुत चोदने वाला हूँ . क्योंकि मैंने आज तक तेरे नाम की बहुत मुठ मारी है.
वो बोली- भाई मैं भी आपसे कब का चुद जाती . पर मैं आपको भाई बोलती थी ना . इसलिए मैं झिझकती थी. पर आज आपने मेरा सारा संकोच निकाल दिया है . आप आज मुझे जमकर चोदो और मुझे अपनी बना लो.
ये सुनकर मैं उसकी टांगों के बीच में आया और उसकी चुत चाटने लगा.
वो गांड उठाते हुए कहे जा रही थी- आह . और चाटो भाई . और और . आह ऐसे ही . उफ्फ करते रहो.
कुछ ही पलों में वो एकदम से अकड़ गयी और उसने अपनी चुत से पानी छोड़ दिया. मैं उसका सारा चुत रस पी गया.
थोड़ी देर तक वो शिथिल पड़ी रही. दारू के नशे से उसकी आंखें बोझिल हुई जा रही थीं. मैंने देर करना उचित न समझा और अपना 7 इंच का मोटा लंड उसकी चुत पर रख दिया.
वो बोली- एक मिनट रुको.
मैंने कहा- क्यों?
सौम्या बोली- पहले आप मेरी कसम लो कि कभी मुझे धोखा नहीं दोगे.
मैंने कहा- जान तेरी कसम . मैं तुझे सारी जिन्दगी ऐसे ही चोदूंगा और तू अब मेरी लुगाई बनके रहेगी.
वो हंस दी और हम दोनों ने एक लम्बा किस किया. फिर मैंने दुबारा से चुत पर लंड सैट किया और एक ही झटके में अपना 7 इंच का लंड डाल दिया.
वो लंड घुसते ही एकदम से चिल्ला पड़ी और बोली- आह मर गई . रुक जा हरजाई . कोई भला ऐसे अपनी लुगाई को चोदता है . तुम तो मुझे रंडी के जैसे चोद रहे हो.
मैंने वासना में गुर्राते हुए कहा- आज मैं तुझे रंडी के जैसे ही चोदना चाहता हूँ . ताकि तू मेरी पहली चुदाई भूल ना पाए.
वो बोली- ठीक है . तो चोदो . आज मुझे आप अपनी रंडी ही समझो.
मैंने लंड को बाहर निकाला और फिर से एक झटके में डाल दिया. अब मैं उसे किस करता रहा और तेज झटकों से चोदता रहा.
मैं उसे चोदते हुए बोला- मादरचोद . साली छिनाल . रंडी . इतने दिनों से तड़पा रही थी . अब जाकर मुझे तेरा छेद चोदने को मिला है. कितनी सुन्दर है तू . आह तेरी चुत का भी जवाब नहीं है मेरी जान . तेरी चुत में बहुत रस है मेरी रंडी .
सौम्या गांड उठाते हुए बोली- आह साले बहनचोद पी ले मेरा सारा रस . बहन के लौड़े मेरा पूरा बदन अब तेरा है . चोद साले मुझे . अपनी रंडी बना कर चोद दे हरामी . तेरा लंड भी कम नहीं है. मैं सिर्फ आज ही नहीं . मैं तुझसे रोज चुदूंगी . आह तेरे लंड से चुत की खाज मिटवाऊंगी . आह चोद साले.
मैं उसकी नशीली बातें सुनकर और जोश में आ गया. मैंने धक्के और तेज कर दिए. चुदाई के साथ मैं उसके मम्मे को चूस रहा था.
वो अपने हाथ से अपना एक दूध पकड़ कर मुझे पिलाते हुए बोली- आह पी ले साले . भैनचोद . आज अपनी बहन का दूध चूस ले . आज तूने बहन को अपनी रंड़ी बना लिया . आह तू बहुत बड़ा बहनचोद है.
मैं 25 मिनट तक उसको तेजी से चोदता रहा. फिर मैं झड़ने को होने लगा.
मैंने उससे बोला- मेरा निकलने वाला है.
वो बोली- भाई, मेरी चुत में ही छोड़ दो.
मैंने अपना सारा माल उसकी चुत में भर दिया. हम कुछ देर एसे ही चिपके पड़े रहे.
थोड़ी देर बाद वो मेरे लंड को हाथ में पकड़ कर उसे फिर से जगाने लगी.
अब मेरा लंड फिर से खड़ा हो गया. मैंने उससे कहा- शायद लंड को भी पता है कि उसकी बहन अभी बहुत प्यासी है.
उसने मेरा लंड मुँह में भर लिया और चूसने लगी.
मैंने उससे कहा- मुझे अब तुम्हारी गांड मारनी है.
वो बोली- नहीं . मैंने कभी गांड नहीं मरवायी . बहुत दर्द होगा.
मैंने कहा- जान मैं आराम से डालूंगा . और अब तो मैं तुझे लुगाई के जैसे ही चोदूंगा.
उसने हां कर दी.
मैंने उसे एक लार्ज पैग बना कर उसे पिलाया और उसकी गांड मारने की तैयारी कर ली. मैंने उसकी गांड में तेल की शीशी का ढक्कन खोल दिया और ढेर सारा तेल उसकी गांड में भर दिया. फिर एक उंगली से उसकी गांड को खोदा. फिर दो उंगलियों से गांड ढीली की.
अब वो खुद ही नशे में कहने लगी- साले भोसड़ी के लंड डालकर गांड मार ना . क्यों उंगली से खेल कर रहा है.
मैंने भी एक पैग ठोका और लंड का सुपारा उसकी गांड से टिका दिया. फिर उसकी कमर पकड़ कर मैंने लौड़ा गांड में पेल दिया. उसकी मां चुद गई मगर वो लंड झेल गई. मैंने पूरा लंड पेल कर उसकी गांड मारने का सुख भी ले लिया.
उस रात मैंने उसे 6 बार चोदा. अब हमें जब भी मौका मिलता है, हम जमकर चुदाई का मजा ले लेते हैं.
आपको मेरी मुँहबोली बहन सौम्या की चुत चुदाई की कहानी कैसी लगी . प्लीज़ मुझे मेल करके जरूर बताएं.
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