हम दोनों ने एक दूसरे का साथ देने का फैसला कर लिया था और मैंने अपनी मां को जब अजय से मिलवाया तो मेरी मां को अजय बहुत पसंद आया। मेरी माँ अजय से कहने लगी बेटा देखो हम चाहते हैं कि तुम काजल को हमेशा खुश रखो और तुम काजल का ध्यान दो अजय ने कहा मैं काजल से प्यार करता हूं और उसका हमेशा ही ध्यान रखूंगा अब काजल की जिम्मेदारी मुझ पर ही है। कुछ ही समय बाद हम लोगों की सगाई भी हो गई मेरे पिताजी को तो जैसे हमसे कोई लेना देना ही नहीं था। मैं अपनी मां के लिए बहुत ज्यादा दुखी थी क्योंकि जब मेरी शादी हो जाएगी तो उसके बाद मेरी मां की देखभाल कौन करेगा क्योंकि मेरे पिता जी से तो मुझे बिल्कुल भी उम्मीद नहीं थी। मुझे दिन-रात यही चिंता सताती रहती लेकिन जब भी मैं अजय से मिलती तो मुझे बहुत अच्छा लगता। जब भी मैं अजय से मिलती तो मेरे चेहरे पर मुस्कान आ जाती थी और अजय भी बहुत खुश होते थे। एक दिन अजय और मेरे बीच फोन पर काफी देर तक बात हुई उस दिन जब हम दोनों की बात हो रही थी तो हम दोनों की जवानी उछाल मारने लगी थी। मुझे ऐसा लग रहा था जैसे मैं अपने आपको नहीं रोक पाऊंगा उस रात मैंने अजय के साथ काफी ज्यादा अश्लील बातें की अजय भी खुश हो चुके थे। वह मुझे कहने लगे हम लोगों को मिलना चाहिए हम लोगों ने कुछ समय बाद मिलने का फैसला किया तो हम दोनों ही अपने आपको नहीं रोक पाए। अजय मुझे कहने लगे आज मैं तुम्हारे साथ शारीरिक संबंध बनाना चाहता हूं अजय को मैंने अपना दिल तो दे ही दिया था उसे अब मैं अपना तन भी देना चाहती थी। मैने अपना तन बदन सौंपने का पूरा फैसला कर लिया था मैं और अजय एक गेस्ट हाउस में चले गए।
वहां पर जब हम दोनो गए तो अजय ने मेरे गुलाबी होठों का अपने होठों से चुंबन किया तो मेरे अंदर से आग निकलने लगी मै अजय की बाहों में जाने लगी। जब मै अजय की बाहों में चली गई तो मुझे मजा ही आ गया। अजय ने मेरे स्तनों को अपने मुंह में लिया तो मेरे अंदर से भी गर्मी बढ़ने लगी थी हम दोनों ने सफेद रंग की चादर को अपने ऊपर ओठ लिया। अजय ने कमरे की बत्ती बुझा दी थी जिससे कि माहौल पूरा रंगीन हो चुका था मैं भी पूरी तरीके से उत्तेजित होने लगी थी। मैं और अजय इतने ज्यादा उत्तेजित होने लगे थे अजय ने जब अपनी जीभ को मेरी योनि पर लगाना शुरू किया तो मेरी योनि से पानी बाहर निकल आया था। जैसे ही अजय ने अपने मोटे लंड को मेरी योनि के अंदर डाला तो मेरी योनि से खून आने लगा। मेरी चूत अंदर से बुरी तरीके से छिल चुकी थी लेकिन जब मुझे अजय धक्के मारते तो उससे मुझे बड़ा अच्छा लग रहा था।
मैं अजय का पूरा साथ दे रही थी अजय ने मुझे कहा काजल तुम उल्टा लेट जाओ? मैंने अजय से कहा मेरी योनि से खून आ रहा है मुझे बहुत जलन महसूस हो रही है तुम ऐसे ही करो ना। मैं नहीं चाहती थी कि मैं उल्टी लेट जाऊं लेकिन अजय चाहते थे कि मैं अपने पेट के बल लेट जाऊं। अजय मेरी योनि के अंदर लंड डालते कुछ देर बाद मै अजय की बात मान गई जैसे ही अजय ने मेरी योनि के अंदर अपने लंड को प्रवेश करवाया तो मैं दर्द से करहाने लगी। मुझे बहुत ही ज्यादा दर्द होने लगा तो मुझे बहुत तकलीफ हो रही थी लेकिन अजय मुझे तेजी से धक्के मारे जा रहे थे। वह जिस गति से मुझे धक्के मारते उससे मैं पूरी तरीके से मचलने लगती और मेरा तन बदन हिल उठता। अजय मुझे कहने लगे बस कुछ देर की बात है। मैने अजय से कहा मुझे बहुत दर्द हो रहा है मैं ज्यादा देर तक नहीं झेल पाऊंगी। अजय कहने लगे बस कुछ ही देर की बात है जैसे ही अजय ने अपने वीर्य को मेरी चूत के अंदर प्रवेश करवा दिया और मुझे कहा तुम आराम से लेट जाओ। मुझे बहुत दर्द हो रहा था मैं आराम से लेटी रही।